Coronavirus ने किया हेंडशेक का अंत, जय हो नमस्ते!
कोरोनावायरस (Coronavirus ) के खतरों से बचने के लिए फ्रांस (France) के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron), इजराइल (Israel) के प्रधानमंत्री नेतन्याहू(Benjamin Netanyahu) और जर्मनी (Germany) की चांसलर एन्जेला मार्केल (Angela Merkel) के बाद प्रिंस चार्ल्स (Prince Charles) का नमस्ते (Namaste) करना ये बता देता है कि वो दिन दूर नहीं जब दुनिया के लोग भारतीय नमस्ते को हाथों हाथ लेंगे.
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पूरी दुनिया को अपनी दहशत से दहलाने के बाद कोरोना वायरस (Coronavirus) भारत (India) आ गया है. उत्तर प्रदेश के लखनऊ (Lucknow) में कनाडा से आई महिला का टेस्ट पॉजिटिव मिलने के बाद भारत में कोरोना के मरीजों की बढ़कर 73 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय बीमारी के लिए फिक्रमंद है और प्रयास यही हो रहा है कि कैसे भी करके बीमारी को हरा दिया जाए. फिलहाल बीमारी से बचने की कोई दवा बाजार में मौजूद नहीं है इसलिए कहा यही जा रहा है कि यदि व्यक्ति साफ़ सफाई रखता है और सावधानी बरतता है तो बड़ी ही आसानी के साथ इस बीमारी को फैलाने से रोका जा सकता है. हम भारतीय कोरोना वायरस को भले ही हलके में ले रहे हों मगर पूरी दुनिया में लोगों का अंदाज थोड़ा जुदा है. चूंकि कोरोना की एक बहुत बड़ी वजह संक्रमण है इसलिए दुनिया के तमाम मुल्क बरसों पुरानी हैंड शेक (Hand shake) की परंपरा का त्याग करके नमस्ते (Indian Namaste) को अपनाते हुए नजर आ रहे हैं. ताजा मामला लंदन (London) का है जहां एक इवेंट के दौरान प्रिंस चार्ल्स (Prince Charles) लोगों के हैंड शेक पर उन्हें नमस्ते करते नजर आए हैं. प्रिंस चार्ल्स का ये वीडियो इंटरनेट पर बड़ी ही तेजी के साथ वायरल हो रहा है जिसको लेकर यूजर्स का भी यही कहना है कि बीमारी के बचाव के लिए जो कुछ भी प्रिंस चार्ल्स ने किया वो ठीक किया. बता दें कि सिर्फ प्रिंस चार्ल्स ही नहीं अभी बीते दिनों ही फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) और इजराइल के प्रधानमंत्री नेतनयाहू (Benjamin Netanyahu) जैसे लोगों ने भी भारतीय नमस्ते की पैरवी की है और अपने अपने मुल्क के लोगों से कहा है कि इसका अनुसरण करें.
लंदन में हाथ मिलाने के बजाए नमस्ते कर लोगों का अभिवादन करते प्रिंस चार्ल्स
ध्यान रहे कि पूरी दुनिया की तरफ यूके में भी कोरोना वायरस को लेकर गफलत मची हुई है और वहां भी एक के बाद बीमारी के नए मामले सामने आ रहे हैं. लोगों को सलाह यही दी जा रही है कि जनता जितना हो सके फिजिकल कांटेक्ट से दूर रहे. रॉयल फैमिली की तरफ से भी जो विज्ञप्ति जारी हुई है यदि उसका अवलोकन किया जाए तो उसमें भी इस बात का जिक्र किया गया है कि लोग किसी से मिलते जुलते वक़्त दूरी बनाए रहे और जितना हो सके हैंड शेक या हाथ मिलाने से परहेज करें.
शुरुआत खुद प्रिंस चार्ल्स न की है. इंटरनेट पर उनका जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें साफ़ दिखाई दे रहा है कि लोग उनसे हाथ मिलाने आ रहे हैं और वो भारतीय परंपरा से नमस्ते कर उनका अभिवादन कर रहे हैं.
Namaste ???????? ????????
See we Indians told to do this to world many many years ago. Now just a class on ‘how to do namaste properly’. #CoronaVirus pic.twitter.com/P1bToirPin
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) March 12, 2020
12 सेकंड के इस वीडियो में दिखा रहा है कि प्रिंस चार्ल्स लंदन पैलेडियम पर अपनी कार से उतर रहे हैं. उतारते साह ही वो लोगों से मिलने के लिए अपना हतः बढ़ाते हैं मगर अभी उन्हें कोरोना से निदान के लिए जारी हुई गाइड लाइंस याद आती हैं और वो अपना इरादा बदल लेते हैं और नमस्ते करते हैं.
प्रिंस चार्ल्स के इस अंदाज के बाद ट्विटर का माहौल भी एकदम से बदल गया है और लोग तरह तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. ट्विटर पर ऐसे लोगों की एक बड़ी संख्या है जिसका मानना है कि ऐसा करके प्रिंस चार्ल्स ने एक बड़ा सन्देश दिया है. सावधानी ही बीमारी से बचने का एकमात्र उपाय है और उन्होंने ये करके दिखाया है. लोगों का मानना है कि योग के बाद अब वो भारतीय नमस्ते हैं जो पूरी दुनिया में नया ट्रेंड स्थापित करने वाला है.
After Yoga.. Namaste wud be the biggest export ????Now experts will dive in and create various flavours of authentic Namaskar ???? to suit their international clients
— Namma Bengaluroo (@NammaBengaluroo) March 12, 2020
ट्विटर पर लोग यहां तक कह रहे हैं कि दुनिया भारतीय नमस्ते का महत्त्व समझ गई है और और जल्द ही हम दुनिया भर के लोगों को हैंड शेक से अलविदा कर भारतीय नमस्ते करते हुए देखेंगे.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने जब स्पेन के राजा और रानी को कहा नमस्ते
बीते दिनों कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने स्पेन के राजा और रानी का एक बिलकुल ही जुदा अंदाज में अभिवादन किया. मैक्रों ने हैड शेक के बजे भारतीय शैली में नमस्ते करने को प्राथमिकता दी और उनका स्वागत किया. राष्ट्रपति मैक्रों की देखा देखी उनकी ब्रिगिटे मैक्रों ने भी हाथ नहीं मिलाया और स्पेन की रानी लेटिजिया को फ्लाइंग किस देते हुए उनका अभिवादन किया.
मैक्रों ने ये क्यों किया इसकी एक बड़ी वजह खुद स्पेन को भी माना जा रहा है जहां कोरोना वायरस के 2,124 मामले सामने आए हैं जबकि फ्रांस में अब तक कोरोना वायरस के 1,784 मामले देखने को मिले हैं.
'भारतीय नमस्ते’ के अभिवादन करें इज़राइली : नेतन्याहू
जैसा की हम बता चुके हैं कोरोना वायरस का खतरा विश्व के तमाम मुल्कों में फैला है इसलिए इजराइल के पीएम नेतन्याहू ने घोषणा की है कि अब उनके देश के लोग जब भी किसी से मिलें तो वो हाथ मिलाने के बजाए 'भारतीय नमस्ते' को प्राथमिकता दें. नेतन्याहू का मानना है कि यदि ऐसा होता है तो कोरोना वायरस पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकती है. दिलचस्प बात ये है कि जब नेतन्याहू ने सब अपने लोगों को बता रहे थे तो उन्होंने खुद हाथ जोड़े और अपनी जनता को बताया कि भारतीय पद्धति में नमस्ते कैसे करना है.
ज्ञात हो कि अभी हाल ही में इजराइल में कोरोना के 17 नए मामले सामने आए हैं और वहां पर भी सरकार इसी जद्दोजहद में है कि कैसे इसपर लगाम लगाई जाए.
एन्जेला मार्केल से जब नहीं मिलाया गया हाथ किया गया नमस्ते
चूंकि कोरोना की एक बड़ी वजह संक्रमण है इसलिए अभी हाल के दिनों में जर्मनी में भी एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला. बीते दिनों जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल बर्लिन में एक शिखर सम्मेलन में भाग ले रही थीं. बैठक में पहुंचते साथ ही उन्होंने जर्मनी के आंतरिक मामलों के संघीय मंत्री से हाथ मिलाने के लिए संपर्क किया जिन्होंने हाथ जोड़कर उनका अभिवादन किया. वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ. जिसपर लोगों ने तरह तरह की प्रतिक्रिया दी.
Not shaking hands, don’t care who it is... #coronavirus pic.twitter.com/Xs0BWdD5YQ
— ian bremmer (@ianbremmer) March 2, 2020
जो घटना बर्लिन में एंजेला मर्केल के साथ हुई निश्चित तौर से उसने उन्हें आश्चर्य में डाला मगर जब बात निजी सुरक्षा की आती है तो किसी भारतीय के मुकाबले विदेशी उसके प्रति ज्यादा सचेत रहते हैं और 'भारतीय नमस्ते' इसका जीता जागता उदाहरण है.
गौरतलब है कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में लंबे समय से विश्व गुरु बनने की बात कर रहा है और अब जबकि कोरोना का खतरा विश्व के तमाम मुल्कों पर है और जैसे वहां के लोग 'भारतीय नमस्ते' को अपना रहे हैं कहीं न कहीं भारत का सपना सच हो रहा है. बात हैंड शेक के बदले भारतीय नमस्ते अपनाने की चल रही है तो बता दें कि चाहे वो अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हों या फिर राष्ट्रपति जॉर्ज डब्लू बुश दोनों ही नेताओं ने कई मौकों पर हैंड शेक को एक 'बर्बर' अभ्यास करार दिया है.
बहरहाल जिस हिसाब से भारतीय नमस्ते को कोरोना के चलते एक नई पहचान मिली है कह सकते हैं कि अब हैंड शेक के दिन लद गए हैं और जैसा वर्तमान है गांधी और योग के बाद ये भारतीय नमस्ते ही होगा जिसे आने वाले वक़्त में लोग हाथों हाथ लेंगे.
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