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Updated: 07 सितम्बर, 2022 02:41 PM
धीरेंद्र प्रताप सिंह
धीरेंद्र प्रताप सिंह
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अब सवाल उठता है कि किसी के खाने की आदत पर फिल्म का विरोध करना कितना सही है? अगर हम किसी के मांसाहारी या शाकाहारी होने पर उसके चरित्र का आंकलन करने लगे, तो यह कितनी मूर्खतापूर्ण बात हो जायेगी. लोग ब्रह्मास्त्र का बॉयकॉट सिर्फ इसलिए कर रहे हैं क्योंकि रणवीर बीफ खाते हैं और उन्हें एक हिंदू नायक के रूप में प्रदर्शित नहीं किए जा सकता.

Brahmastra, Ranbir Kapoor, Boycott, Prabhas, Adipurush, Non Vegetarian, Oppose, Filmसवाल ये है कि जब ब्रह्मास्त्र के लिए रणबीर का बॉयकाट हो रहा है तो फिर आदिपुरुष के लिए प्रभाष का क्यों नहीं

ऐसे में यहां बॉयकॉट करने वाले गैंग के दोहरे चरित्र का पता चलता है, क्योंकि हाल ही में हिट हुई साउथ फिल्मों के सभी अभिनेता ज्यादातर मांसाहारी ही थे. अब सवाल उठता है कि प्रभास जो खुद चिकन खाने के शौकीन और जिनकी आगामी फिल्म आदिपुरूष जो अगले साल सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है, इस फिल्म में वह भगवान राम का किरदार निभा रहे हैं.

तो बॉयकॉट गैंग को इस बात से कोई आपत्ति क्यों नहीं कि भगवान राम का किरदार निभाने वाला व्यक्ति एक चिकन खाने वाला अभिनेता है.साथ में इस फिल्म के अन्य दो महत्वपूर्ण किरदार सीता मां (कृति सेनन) और लक्ष्मण (सनी सिंह ) भी मांसाहारी हैं.

तो सवाल उठता है कि बॉयकॉट गैंग चिकन खाने वाले से नहीं बीफ खाने वाले से दिक्कत है, क्योंकि बॉयकॉट गैंग के खुद लोग चिकन खाते तभी तो उन्हे बीफ और चिकन में अंतर नहीं दिख पा रहा और दोनो चीज आती तो मांस की श्रेणी में ही, फिर चाहे मांस भैस का हो या मुर्गे का!

अंततः निष्कर्ष यही निकलता है कि किसी के खाने की आदत को लेकर उस फिल्म का बॉयकॉट किया जाना मूर्खतापूर्ण है.

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