देवेन्द्रराज सुथार
@devendraraj.suthar
स्वतंत्र लेखक
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
ह्यूमर | 3-मिनट में पढ़ें
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
ह्यूमर | 3-मिनट में पढ़ें
समाज | 6-मिनट में पढ़ें
समाज | 6-मिनट में पढ़ें
इकोनॉमी | 5-मिनट में पढ़ें
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
आपके लिए तो एक आदमी मरा है साहब, लेकिन मेरे घर की तो रोटियां चली गईं..
देशहित में प्राणोत्सर्ग करने वाला वह वीर सपूत जिसे मरणोपरांत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शांतिकाल के सबसे बड़े वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से सम्मानित करते हुए अपने आंसू नहीं रोक पा रहे थे, वो ओर कोई नहीं वायुसेना के शहीद गरुड़ कमांडो ज्योति प्रकाश निराला ही थे.संस्कृति | 4-मिनट में पढ़ें
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें











