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Updated: 25 अक्टूबर, 2022 07:59 PM
ज्योति गुप्ता
ज्योति गुप्ता
  @jyoti.gupta.01
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प्रताड़ित करने वाले पति को सुधरने का मौका देना, माफी देना और उम्मीद लगाना कि एक दिन वह शैतान से देवता बन जाएगा. ये शायद कहानी में ही संभव है. अब सुष्मिता सेन के भाई राजीव सेन (Rajeev Sen) और भाभी चारु असोपा (Charu Asopa) की हकीकत को देखकर तो यही लग रहा है. दोनों के बीच अनबन की खबरें कबसे आ रही हैं. खबरें आई थीं कि दोनों का तलाक होने वाला है मगर फिर पता चला कि दोनों ने अपने रिश्ते को एक नया मौका दिया है. अब एक बार फिर चारु असोपा ने अपने पति पर मारपीट, गाली देने और शक करने का आरोप लगाया है.

दोनों ने सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को अनफॉलो भी कर लिया था. दोनों साथ में हंसते-खेलते फोटो भी शेयर करते. कभी लड़ाई की बात होती तभी अगले दिन फैमिली फोटो सामने आ जातीं. लोगों को लगा कि शायद इनका रिश्ता ही ऐसा है. जहां लड़ाई, झगड़ा, टकरार के बीच प्यार है. मगर अब चारु की बातों से साफ जाहिर होता है कि बात सिर्फ इतनी नहीं है.

charu asopa, charu asopa rajeev sen, charu asopa and rajeev sen divorce, charu asopa and rajeev sen daughter, charu asopa and rajeev sen toxic marriage, toxic relationshipये दोनों अक्सर अलग हो जाते हैं और फिर पैच-अप कर लेते हैं

दोनों की कहानी जानकर लगता है कि ये एक साथ ठीक से रह नहीं पा रहे हैं. समझ नहीं आता कि फिर भी चारु इस रिश्ते को बार-बार मौका क्यों देती रहती हैं?

असल में हर प्रताड़ित होने वाली महिला अपने घऱ को बचाना चाहती है और इस चक्कर में वह टॉक्सिक रिलेशनशिप को भी मौका देती है. शायद उसे कहीं ना कहीं जज किये जाने के डर रहता है. उसे पता रहता है कि उसे ही घरतोड़ू महिला का खिताब दिया जाएगा. उसकी ही गलतियां निकाली जाएंगी. उसके ही कैरेक्टर पर शक किया जाएगा. इसलिए वह हकीकत से परे उम्मीदों भरी दुनिया में ही रहना चाहती है कि एक दिन सब ठीक हो जाएगा.

और अगर उस महिला की पहली शादी टूट चुकी हो तब तो वह अपनी दूसरी शादी बचाने में जान लगा देती है. असल में चारु की राजीव सेन के साथ दूसरी शादी है ऊपर से वे एक बेटी की मां भी है. उन्होंने बार-बार पति को माफ किया औऱ दोबारा मौका दिया और फिर ये सब चलता ही रहा. असल में वे अपना घर टूटने से बचा रही थीं...अब जब चारु ने ई टाइम्म से कहा है कि अब वे राजीव सेन से तलाक लेकर रहेंगी तब भी लोगों को यकीन नहीं हो रहा है.

क्या कहा चारु ने-

"कोई यह सोचकर शादी नहीं करता है कि आगे चलकर इसे तोड़ना है. मैं खुद अपनी शादी तोड़ने के फैसले को लेकर पछताना नहीं चाह रही थी. इस वजह से मैंने अपनी शादी बचाने की हर कोशिश की. मेरी यह दूसरी शादी है. मेरा ही मजाब बन रहा था मगर फिर भी मैं चाहती थी कि ये शादी टिक जाए. अब यह तमाशे के रूप में बदल चुका है. हम एक-दूसरे के लिए नहीं बने हैं. इस शादी को कोई मौके दिए मगर ये अब ये नहीं चलने वाली. राजीव लड़ाई के बाद अक्सर गायब हो जाते हैं. मुझे ब्लॉक कर देते हैं. मुझे समझ आ चुका है कि वे 45 साल के हैं और अब नहीं बदल सकते. मैं चाहती थी कि मेरी बेटी जियाना के लिए सब ठीक हो जाए मगर ऐसा नहीं हो सका...अब उम्मीद है कि वे शांति से तलाक दे दें."

असल में शादी के बाद हर महिला अपनी गृहस्थी बचाना चाहती है. इस चक्कर कई महिलाएं आज भी मजबूरी में रिश्ता निभा रही हैं. पति-पत्नी में प्यार नहीं है मगर बच्चे हैं. हमारे समाज में लड़की से कहा जाता है कि बच्चा कर लो पति के साथ सबकुछ ठीक हो जाएगा, मगर किसी को यह समझ नहीं आता कि बिगड़ते रिश्तों को बच्चा नहीं संभाल सकता...तलाक लेना आसान नहीं है, जिस इंसान से आप प्यार करते हैं उसके साथ कुत्ते-बिल्ली की तरह लड़ने से बेहतर तो शांति से अलग हो जाना है.

पैचअप के पहले चारु ने क्या कहा था

"मैं और झेल नहीं कर सकती. मैंने राजीव को कई मौके दिए लेकिन अब बात बर्दाश्त के बाहर की है. अब तलाक की बात साफ करते हुए चारु ने कहा है कि, "यह सभी को पता है कि हमारी शादी में पिछले तीन सालों से परेशानी आ रही है. मैं हर बार राजीव को मौका देती रही. मैं पहले ऐसा अपने लिए और फिर हमरी बेटी जियाना के लिए करती रही. मौका देते-देते पता भी नहीं चला कि तीन साल निकल गए. मैंने उनसे अपनी पहली शादी के बारे में नहीं छिपाया. उन्हें भरोसा नहीं है और अब मैं यह थक चुकी हूं. हमारे रिश्ते में कुछ ऐस बचा नहीं है. इसलिए मैंने उनसे अलग होने के लिए नोटिस भेज दिया है.

मैं नहीं चाहती कि हमारी बेटी ऐसे बुरे माहौल में बड़ी हो. राजीव नहीं चाहते थे इसलिए मैंने काम करना बंद कर दिया. जब मैं प्रेग्नेंट थी तब भी मैं अकेले ही थी. उन्हें मौका देकर अब यह घड़ा भर चुका है. अब मुझे मेरी बेटी का भी ख्याल रखना है."

दोनों के टूटते रिश्ते से यह तो समझ आ गया है कि रिश्ते में एक बार कड़वाहट घुल जाए तो आसानी से नहीं जाती. फिर बार बार-बार मौका देने से बात भी नहीं बनती. इसलिए पार्टनर की गलती पर उसे टोकें और अपनी बात स्पष्ट तरीके से सामने रखें. रिश्तों में दम घुटने से हम खुद को खोते जाते हैं. जब हम खुद से ही प्यार नहीं करेंगे तो सामने वाले को कैसे प्यार कर सकते हैं?

ऐसा लगता है चारु की तरह कई पत्नियां अपने पति के साथ और समय के लिए तरसती हैं. वे घर में अकेले रहती हैं तो अकेलेपन तो खलेगा ही, वहीं ऐसा लग रहा है कि राजीव उनपर भरोसा ही नहीं कर पाते. अब ऐसे में रिश्ता कैसे सही रहेगा. देखिए वे कौन सी छोटी-छोटी बातें हैं जिसके बारे में जानकर हम अपने रिश्ते को टूटने से बचा सकते हैं.

रिश्ते में प्यार बना रहे इसलिए अपनाएं ये टिप्स-

- पति-पत्नी के रिश्ते में दोस्ती कायम होनी चाहिए. ताकि वे एक-दूसरे के साथ फ्री महसूस करें. उन्हें हर बात पर जज करने से मुनमुटाव पैदा हो सकता है. हर बात पर रोक-टोक किसी को भी सही नहीं लगती. पति-पत्नी का एक-दूसरे पर अधिकार होता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे उनकी जिंदगी को अपने हिसाब से कंट्रोल करें.

- पति-पत्नी के रिश्ते में जब भरोसा नहीं रहेगा तो दूरियां तो बढ़ेंगी ही, आज के समय में हम काम से बाहर रहते हैं. काम के सिलसिले में लोगों से मुलाकात होती है. ऐसे में अगर पति या पत्नी शक करेंगे तो बात बिगड़ जाएगा.

- पति-पत्नी के रिश्ते में कोई भी ऐसी बात नहीं छिपी होनी चाहिए जो भविष्य में उनके रिश्ते को हिलाकर रख दे. शादी से पहले ही अपना पास्ट के बारे में खुलकर बात कर लें. आज कल लगभग सबका पास्ट होता है, इसलिए एक्स के बारे में न छिपाएं.

- समय न देने से भी अच्छा खासा रिश्ता टूट जाता है. आपके पास 10 जरूरी काम हो सकते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपने पार्टनर को इग्नोर करें. अकेलापन किसी भी हेल्दी रिश्ते को खा जाता है.

- पति-पत्नी एक-दूसरे की जिम्मेदारी होते हैं. इस बात को दोनों को समझना चाहिए. जरूरी नहीं है कि आप हर रोज उन्हें सरप्राइज दें, गिफ्ट दें, लेकिन उनके लिए एक कप कॉफी या चाय तो बना ही सकते हैं. ऐसा नहीं है कि आप पार्टनर के लेकर लापरवाह हो जाएं.

- हर बात के लिए सामने वाले का दोष देना बंद कर दें, यह बात किसी को भी बुरी लग सकती है. पार्टनर का सम्मान करें और कभी भी उसे फॉर ग्रैंटेड ना लें. हर बार वह ही सॉरी बोले यह जरूरी नहीं, आप भी झगड़े को खत्म कर सकते हैं.

महिलाओं को समझना होगा कि कई बार रिश्ते में बार-बार मौका देने से भी बात नहीं बन पाती है. चारु इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण हैं. अगर पति गलत है तो इस सच का सामना करना सीखें, ना कि गलत उम्मीदें पालकर रिश्ते में घुटती रहें और पति को बार-बार गलती करना का मौका देती रहें...

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लेखक

ज्योति गुप्ता ज्योति गुप्ता @jyoti.gupta.01

लेखक इंडिया टुडे डि़जिटल में पत्रकार हैं. जिन्हें महिला और सामाजिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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