New

होम -> सोशल मीडिया

 |  5-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 17 नवम्बर, 2018 12:38 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
  • Total Shares

आयरलैंड में महिलाएं चर्चा में है. वजह बना है उनका सोशल मीडिया पर This Is Not Consent के अंतर्गत अपनी अंडरवियर की तस्वीरें पोस्ट करना और जगह-जगह रैलियों का आयोजन करना. सवाल आ सकता है कि आखिर आयरलैंड की महिलाएं अपनी अंडरवियर की नुमाइश सोशल मीडिया पर क्यों कर रही हैं? जवाब है बलात्कार का एक मामला. दक्षिण-पश्चिम आयरलैंड के कॉर्क शहर में बलात्कार के एक मामले में अभियुक्त के वकील ने जूरी से कहा था कि 17 साल की शिकायतकर्ता ने एक अजीब इनरवियर पहनी हुई थी. वकील ने अपने क्लाइंट का बचाव करते हुए जूरी से कहा था कि  रेप की इस घटना के पीछे महिला का अंडरवियर ही जिम्मेदार है क्योंकि उसे देखकर आरोपी इतना ज्यादा उत्तेजित हो गया कि उसने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दे दिया.

आयरलैंड, महिलाएं, प्रदर्शन, अंडरवियर बलात्कार के एक मामले को लेकर आयरलैंड में महिलाओं का प्रदर्शन तेज हो गया है

आयरलैंड की महिलाएं वकील द्वारा प्रस्तुत इस तर्क से बहुत ज्यादा नाराज हैं और इसी बात को लेकर वहां सड़क से लेकर तक और ट्विटर से लेकर फेसबुक तक हर जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है.  प्रदर्शन करने वाली आक्रोशित महिलाओं का कहना है कि क्या अब उन्हें इतना भी अधिकार नहीं रह गया है कि वो अपनी पसंद का अंडर वियर पहनें? महिलाओं को उनका मूलभूत अधिकार मिल सके इसलिए महिलाएं सोशल मीडिया के भिन्न माध्यमों पर तीखे कैप्शंस के साथ अपने अंडरवियर की तस्वीरें डाल रही हैं.

इसके अलावा प्रदर्शन करने वाली महिलाएं ज्यूडीशरी के उन मेंबर्स को भी बाहर करने की मांग कर रहे रही हैं जो अदालत में पीड़ितों को दोषी ठहराते हैं. देश में चल रही इस अफरा तफरी पर प्रतिक्रिया देते हुए आयरिश प्रधानमंत्री लियो वरदकर ने कहा है कि यह मुद्दा पूरे देश के लोगों के लिए गहरी चिंता का विषय है. इस बात पर विचार किया जा रहा है कि आखिर इन घटनाओं को किस तरह से नियंत्रित किया जाए.

गौरतलब है कि पूरे आयरलैंड में चल रहा ये रोष उस वक़्त तेज हो गया जब आयरलैंड की सांसद रूथ कॉपिंगर ने सदन में अंडरवियर लहराकर अपना विरोध दर्ज कराया है.'पीड़िता को ही दोषी ठहराने' की मानसिकता का विरोध करने के लिए आयरलैंड की महिला सांसद रूथ कॉपिंगर सदन में नीले रंग का थॉन्ग (लेस वाला अंडरवियर) लेकर पहुंची थीं.

सांसद रूथ कॉपिंगर ने ट्रायल के दौरान कोर्ट में पीड़िता का अंडरवियर दिखाए जाने का तीखा विरोध किया और इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि, 'यहां थॉन्ग दिखाना शर्मसार करने वाला हो सकता है लेकिन सोचना होगा कि जब एक महिला के अंडरवियर को कोर्ट में दिखाया गया, तो उसे कैसा लगा होगा.'

आयरलैंड में प्रदर्शन कर रही महिलाओं की एक बड़ी संख्या ऐसी है जिसका मानना है कि सुनवाई के दौरान आरोपी के वकील ने एक बेहद छिछली बात की है और भुक्तभोगी महिला का करैक्टर असैसिनेशन करने का काम किया है. बलात्कार मामले को लेकर जिस तरह की सुनवाई आयरलैंड की कोर्ट में हुई कहना गलत नहीं है कि दुनिया की कोई भी कोर्ट हो वहां ऐसा होना एक आम बात है. कहना गलत नहीं है कि किसी भी महिला के लिए बलात्कार से ज्यादा डरावने वो सवाल होते हैं जो न्याय देने के नाम पर कोर्ट में पूछे जाते हैं.

बात अगर भारत की हो तो यहां भी ऐसे मामलों की फेहरिस्त बहुत लम्बी है जहां इसलिए लड़कियां चुप रहती हैं कि उन्हें डर रहता है कि घटनास्थल पर जो हुआ सो हुआ जो कोर्ट में होगा उसका दर्द कुछ ऐसा होगा जिसे शायद वो जीवन भर न भूल पाएं. अंत में बस इतना ही कि वाकई आयरलैंड की ये महिलाएं बहादुर हैं जो एक ऐसी बात के लिए प्रदर्शन कर रही है जिसके लिए किसी भी सामान्य इंसान को बोलना चाहिए.

ये भी पढ़ें -

आखिर क्यों छिपाई जाए बलात्कार पीड़िता की पहचान?

नोबेल प्राइज से कहीं ज्यादा बड़ी हैं नादिया मुराद की तकलीफें

अमेरिका में #Metoo मुहिम जिस अंजाम तक पहुंची, हम उसकी उलटी दिशा में हैं

लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय