New

होम -> सोशल मीडिया

 |  5-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 30 अगस्त, 2018 06:31 PM
ऑनलाइन एडिक्ट
ऑनलाइन एडिक्ट
 
  • Total Shares

हिंदुस्तान में हर बात पर राजनीति की जा सकती है. चाहें वो इंसान हो या किसी इंसान की अस्थियां. यही अटल बिहारी वाजपेयी के साथ भी हो रहा है. उनकी अस्थियों पर ऐसी राजनीति होगी ये शायद उस युगपुरुष ने जीते जी सोचा भी नहीं होगा. हिंदुस्तान के सबसे अच्छे नेता कहलाए जाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों पर जो राजनीतिक उफान आया है वो देखने वाला है. आलम ये है कि अब ये खबर भी आने लगी है कि अटल जी की अस्थियां ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट Amazon पर बिक रही हैं.

चौंकिए मत, सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली सभी फेक न्यूज की तरह से न्यूज भी एकदम फेक है.

अटल बिहारी वाजपेयी, प्रधानमंत्री, फेक न्यूज, सोशल मीडिया, ट्विटरअटल जी की अस्थियों से जुड़ी फेक फोटो जो सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है

हिंदुस्तान में जितने मंदिर और मस्जिद हैं उतने ही शायद नेता भी हैं. किसी न किसी पार्टी से ताल्लुक रखने वाले ये नेता अक्सर सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं विरोधी पार्टी पर निशाना साधने के लिए और कई बार सोशल मीडिया पर ये लोग फेक न्यूज शेयर कर देते हैं. कुछ ऐसा ही इस बार भी हुआ. खुद को बसपा के सोशल मीडिया एक्टिविस्ट कहने वाले देवाशीष जरारिया ने एक ऐसी ही खबर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दो दिन पहले शेयर की थी. खबर ये थी कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को अमेजन.कॉम पर बेचा जा रहा है और मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी की एक किताब भी इन अस्थियों के साथ मिलेगी.

अटल बिहारी वाजपेयी, प्रधानमंत्री, फेक न्यूज, सोशल मीडिया, ट्विटरदेवाशीष जरारिया की ट्वीट जिसमें उन्होंने अटल जी की अस्थियां अमेजन पर बिकने का दावा किया है

खबर में लिखा गया है कि इन अस्थियों की कीमत 999 रुपए है जो डिस्काउंट के बाद 899 रुपए में मिल रही हैं. यकीनन जैसा की हिंदुस्तान में पिछले कुछ समय से हो रहा है, लोगों ने बिना फैक्ट चेक किए भाजपा को गाली देना शुरू कर दिया और तो और इस फोटो को 272 लोगों ने ट्वीट भी कर दिया, लोग एक के बाद एक कमेंट कर रहे थे और किसी ने ये चेक करने की कोशिश नहीं की कि क्या वाकई ऐसा है भी या नहीं.

एक नजर इन कमेंट्स पर भी डाल लीजिए..

एक दो लोग ऐसे भी निकले जिन्होंने वाकई ये बोला कि ये फेक है...

एक तरफ तो सोशल मीडिया पर फेक न्यूज को लेकर जहां भारत में इतने नियम बनाए जा रहे हैं और दूसरी तरफ राजनीति से जुड़े लोग लगातार एक के बाद एक फेक न्यूज शेयर करते जा रहे हैं. इस पूरे घटनाक्रम को देखकर आपको क्या लगता है? क्या आप भी ऐसी किसी सोशल मीडिया फोटो पर यकीन कर सकते हैं?

यकीनन ऑनलाइन वेबसाइट्स पर आजकल सब कुछ बिक रहा है, पर ऐसी किसी भी फेक न्यूज को शेयर करने या उसपर यकीन करने से पहले एक बार फैक्ट चेक जरूर कर लिया कीजिए वर्ना कहीं ऐसा न हो कि फेक न्यूज शेयर करने पर आपको किसी और के सामने शर्मिंदगी झेलनी पड़े.

ये भी पढ़ें-

Kerala Flood से जुड़ी इन 9 खबरों पर बिलकुल यकीन न करें...

मैसेज पर लिमिट लगाने के बाद Whatsapp एक और झटका देने वाला है

लेखक

ऑनलाइन एडिक्ट ऑनलाइन एडिक्ट

इंटरनेट पर होने वाली हर गतिविधि पर पैनी नजर.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय