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Updated: 02 नवम्बर, 2020 08:48 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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मुसीबत में घिरने के बाद हर दूसरी चीज के लिए हिंदुस्तान को जिम्मेदार ठहराने वाला पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) चर्चा में है. कारण बने हैं भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान (Abhinandan Varthaman) और कुछ पोस्टर्स. जिन्होंने पाकिस्तान की सियासत में भूचाल ला दिया है. ध्यान रहे कि लाहौर की सड़कें पटी पड़ी हैं ऐसे पोस्टर्स से जिनमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विंग कमांडर अभिनंदन के पोस्टर्स लगे हैं इन पोस्टर्स का मकसद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ (Nawaz Sharif) की पार्टी मुस्लिम लीग के नेता अयाज सादिक (Ayaz Sadiq) को काबू में लेना है. हालात कैसे हैं इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि पाकिस्तान असेंबली में भाषण और पीएम इमरान खान (Imran Khan) और बाजवा पर गंभीर आरोपों के बाद अयाज सादिक को कौम का गद्दार कहा जा रहा है और उनकी तुलना मीर जाफर से हो रही है. बता दें कि संसद में मुस्लिम लीग के नेता अयाज सादिक ने ऐसी तमाम बातें कहीं थीं जिनके चलते इमरान खान को शर्मसार होना पड़ा था.

Pakistan, Imran Khan, Wing Commander Abhinandan, Ayaz Sadiq, Surgical Strike, Parliamentअयाज सादिक के पोस्टर जिनमें उन्हें देशद्रोही बताया जा रहा है

लाहौर की सड़कों विशेषकर उन जगहों पर जो अयाज सादिक का निर्वाचन क्षेत्र है, यदि वहां लगे पोस्टर्स का अवलोकन किया जाए तो कई दिलचस्प चीजें निकल कर सामने आ रही हैं. इमरान खान और बाजवा के दावों के उलट केवल सही बातों को बोलने के कारण अयाज सादिक देशद्रोही और कौम के गद्दार घोषित हो गए हैं. वहीं शहर में ऐसे पोस्टर्स की भी भरमार है जिनमें सादिक को वर्धमान के रूप में दिखाया गया है और कहा गया है कि अयाज सादिक भारत समर्थक हैं जिन्हें पाकिस्तान में रहने का कोई अधिकार नहीं है.

किस हद तक पाकिस्तानी हुक्मरानों को अयाज की बातें कड़वी लगी हैं.

जैसा कि हम बता चुके हैं कि बड़ी ही साफगोही के साथ अयाज सादिक ने सच बोला था और उन कारणों पर तफसील से चर्चा की जिनके अंतर्गत पाकिस्तान ने विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ा था. अयाज सादिक की इन बातों ने बड़ बोले नेताओं और सैन्य अधिकारियों की बोलती बंद कर दी और लगभग पूरा देश ही सकते में आ गया. अयाज सादिक के बाद इमरान के नेता और पाकितान में गृह मंत्री एजाज अहमद शाह मुखर होकर उनके विरोध में सामने आए हैं. एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि अब वो वक़्त आ गया है जब अयाज सादिक को पाकिस्तान चले जाना चाहिए.

शाह किस हद तक नाराज हैं इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि उन्होंने सादिक को स्पष्ट संदेश देते हुए ये तक कह दिया है कि जो बातें उन्होंने अपनी फौज के ख़िलाफ़ कही हैं उन बातों को वो अमृतसर जाकर कहें. मामले के बाद पाकिस्तान में अजीब सी स्थिति हो गई है. न केवल उनके खिलाफ विरोध प्रसर्शन हो रहे हैं बल्कि उनके अपने मंत्री भी उनके विरोध में खुलकर सामने आ गए हैं.

वहीं मामले के मद्देनजर चौतरफा आलोचना का शिकार अयाज सादिक अपनी बातों पर अडिग हैं. अपने बयान के चलते घिरने के बाद अयाज सादिक ने ये कहकर बेचैनियां बढ़ा दी हैं कि उनके पास हुकूमत के तमाम राज दफन हैं और उन्होंने कोई गैर जिम्मेदाराना बयान नहीं दिया है.

बैकफुट पर नजर आ रहे हैं अयाज सादिक

अब जबकि विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों ही अयाज सादिक को घेर रहा है उन्होंने ये कहकर बैकफुट पर आने का काम किया है कि जो कुछ भी उन्होंने कहा वो राजनीतिक मतभेद के चलते कहा. ऐसे में अगर कोई उनकी बातों को सेना से जोड़ते हुए तोड़ मरोड़कर पेश कर रहा है तो ये बिल्कुल भी ठीक नहीं है. सादिक के अनुसार, मैं अपने रुख पर खड़ा हूं और आप इसे भविष्य में देखेंगे. मैंने पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति का नेतृत्व किया है. हम राजनीतिक लोग हैं और अतीत में राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ बयान देते रहे हैं. हम भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेंगे, लेकिन जब पाकिस्तान या हमारी एकता या संस्थानों की बात आती है तो हिंदुस्तान के लिए पाकिस्तान का संदेश बहुत साफ है.

गौरतलब है कि अभी बीते दिनों ही पाकिस्तान की संसद में विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई और पाकिस्तान सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर पूर्व विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने तमाम बातें कहीं थीं जिनसे बाद पाकिस्तान असेंबली के पूर्व स्पीकर अयाज सादिक ने भी अपनी बातें रखीं. अयाज सादिक ने कहा था कि, 'उस समय पाकिस्तान को डर था कि कहीं भारत उस पर हमला न कर दे. भारत के हमले की आशंका से उस समय पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के पैर कांप रहे थे और चेहरे पर पसीना आ रहा था. बाजवा को भारत के हमले का डर सता रहा था.'

अयाज सादिक ने सदन को ये भी बताया था कि उस रात, 'विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी बुरी तरह कांप रहे थे. अभिनंदन को लेकर बार-बार वो कह रहे थे कि खुदा के वास्ते उसे जाने दें. पाकिस्तान को डर था कि अगर फायटर प्लेन पायलट अभिनंदन को रात 9 बजे तक रिहा नहीं किया गया तो भारत पाकिस्तान पर हमला कर देगा.

मामले के मद्देनजर भले ही पाकिस्तान में सियासत गरमा गयी हो लेकिन इस बात से बिलकुल भी गुरेज नहीं किया जा सकता कि मामले के मद्देनजर अयाज सादिक बल्कि का बकरा साबित हुए हैं. विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तान की सियासत में भूचाल ला दिया है. अब बात सिर्फ सियासत तक सीमित नहीं है. बल्कि जनता के बीच आ गयी है. जिसने जनता को बुरी तरह से आहत किया है. मामला आगे अभी और क्या क्या मोड़ लेता है इसका फैसला तो वक़्त करेगा. 

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बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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