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Updated: 02 दिसम्बर, 2017 12:30 PM
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केंद्र सरकार ने लालू यादव की सिक्योरिटी कम कर दी है. अब आरजेडी चीफ को Z+ की जगह सिर्फ Z लेवल की सिक्योरिटी मिलेगी. केंद्र को इस काम पर यादव परिवार काफी नाराज है. लालू यादव के दोनों बेटों ने सरकार को खूब खरी खोटी सुनाई है. तेज प्रताप यादव तो बहुत ज्यादा ही नाराज हो गए और पीएम मोदी की खाल खींचने तक की बात कह डाली. तेज प्रताप ने कहा कि ये उनके पिता के खिलाफ हत्या की साजिश की जा रही है. हम भी उन्हें मुंह तोड़ जवाब देंगे नरेंद्र मोदी जी का खाल उधड़वा लेंगे.

इस बयान के बाद काफी राजनीति हो गई है और नीतीश यादव ने भी ये पूछा है कि आखिर लालू को डर किस बात का है?

lalu yadav

इसके अलावा, जीतनराम मांझी की सिक्योरिटी भी कम हो गई है और वो भी इस बात को लेकर गुस्सा कर रहे हैं कि उन्हें अभी भी खतरा है नक्सलों से और फिर भी सरकार ने सुरक्षा कम कर दी.

खैर, इतना बवाल तो ठीक है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर हुआ क्या है जिसके कारण लालू यादव इतना तिलमिला रहे हैं. ऐसा नहीं है कि उनसे पूरी तरह से सिक्योरिटी छीन ली गई है. उन्हें तो सिर्फ Z+ से Z किया गया है.

Z+ सिक्योरिटी....

ये भारत की सबसे सुरक्षित कैटेगरी है. इस लेवल में जिस VVIP की सुरक्षा करनी होती है उसकी सेवा में लगभग 36 हथियारधारी लोग रहते हैं. इसमें से 10 से ज्यादा NSG (नैशनल सिक्योरिटी गार्ड कमांडो) रहते हैं जो दुनिया भर में कुछ सबसे ट्रेन्ड कमांडोज में से एक होते हैं. इसके अलावा, पुलिस के अधिकारी भी सुरक्षा में रहते हैं.

NSG कमांडो के पास हाईटेक हथियार होते हैं इनमें सब मशीनगन, कम्युनिकेशन गैजेट शामिल होते हैं. हर कमांडो मार्शियल आर्ट्स में दक्ष होता है और बिना हथियारों के भी काफी अच्छे से लड़ सकता है.

Z सिक्योरिटी...

इस कैटेगरी में SSG (स्टेट सिक्योरिटी गार्ड) आते हैं. और कुल 22 लोग एक इंसान की सेवा में लगे रहते हैं. हालांकि, कुछ मामलों में NSG (4 या 5) कमांडो भी मिल सकते हैं. इस कैटेगरी को दिल्ली पुलिस, सीआरपीएफ, ITBP (इंडो-टिबटन बॉर्डर पुलिस, या SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) के कमांडो अपनी सेवाएं देते हैं.

इस कैटेगरी में VIP लोगों को एक रक्षक कार भी दी जाती है जो किसी भी खतरे के समय उस स्थिती से लोगों को बाहर निकाल सकती है.

लालू यादव को अभी भी Z प्लस सिक्योरिटी मिल सकती है, लेकिन SSG गार्ड्स के साथ. उन्हें राज्य सरकार ये सिक्योरिटी दे सकती है. पर लालू यादव को NSG कमांडो चाहिए. इसपर सुशील मोदी ने भी चुटकी ली है और कहा है कि आखिर उन्हें किसका डर है जो इस तरह की सिक्योरिटी चाहते हैं.

बात जो भी हो, लेकिन इस सिक्योरिटी के मामले में अभी और भी राजनीति होनी बाकी है. तेज प्रताप यादव के बयान पर ही बड़े-बड़े नेताओं ने निंदा का दौर शुरू कर दिया है. अब देखना ये है कि आगे क्या होना है.

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