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Updated: 12 जनवरी, 2020 04:49 PM
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प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के तूफानी यूपी दौरे से कांग्रेस के विरोधी खेमे में हलचल तो बढ़ी ही थी, जैसे ही कोटा के अस्पताल से बच्चों की मौत की खबर आयी सभी सक्रिय हो गये. प्रियंका गांधी के खिलाफ बीजेपी से भी ज्यादा मुखर मायावती (Mayawati) नजर आयीं और चैलेंज कर दिया कि जैसे यूपी में लोगों से मिल रही हैं - क्या कोटा की पीड़िता माताओं से भी मिलने जाएंगी?

प्रियंका गांधी कोटा (Kota Hospital Children Deaths) नहीं भी जातीं तो शायद बात बहुत नहीं बिगड़ती - लेकिन एक शादी में शामिल होने के लिए जयपुर जाकर कांग्रेस महासचिव ने बहुत बड़ी मुसीबत मोल ली है.

जयपुर से कोटा बहुत दूर तो नहीं है

प्रियंका गांधी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को घर घर जाकर सहानुभूति जता रही हैं और मुसीबत की घड़ी में उनके साथ होने का भरोसा दिला रही हैं. ये भी आश्वासन दे रही हैं कि अगर 2022 में यूपी में कांग्रेस की सरकार बनी तो वो CAA और NRC नहीं लागू होने देंगी.

जब गोरखपुर की ही तरह कोटा के अस्पताल में भी बच्चों की मौत होने लगी तो कांग्रेस शासन पर सवाल उठने लगे. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद राहुल गांधी खुद मौके पर पहुंचे थे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी. फिर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जिम्मेदारी न निभाने के लिए खरी खोटी भी सुनायी थी.

विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस एक्शन के शिकार लोगों से मिलने प्रियंका गांधी लखनऊ और मुजफ्फरनगर के बाद वाराणसी पहुंची थीं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रियंका गांधी जुबेर खान के बेटे की शादी में शामिल होने के लिए वाराणसी से चार्टर्ड प्लेन से जयपुर पहुंचीं - और फिर वहीं से दिल्ली लौट आयीं. जुबेर खान ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं.

जयपुर एयरपोर्ट पर प्रियंका गांधी की अगवानी के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ साथ डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी पहुंचे थे.

priyanka gandhi vadra, ashok gehlot, sachin pilotजयपुर जाकर कोटा पर नये सिरे से घिरीं प्रियंका गांधी वाड्रा

हाल ही में जब सोनिया गांधी के कहने पर सचिन पायलट कोटा के अस्पताल पहुंचे तो अपनी ही सरकार पर बरस पड़े थे. अशोक गहलोत के बयान को तो पायलट ने असंवेदनशील माना ही, ये भी कहा कि जिम्मेदार जो भी तय होना चाहिये. सचिन पायलट ने एक बड़ा ही वाजिब सवाल उठाया था कि कांग्रेस सरकार बने 13 महीने हो चुके हैं और पिछली बीजेपी सरकार को जिम्मेदार बताने का कोई तुक नहीं बनता.

सचिन पायलट के बयान पर अशोक गहलोत की तरफ से राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री ने सवाल उठाये और पलटवार भी किया. स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में गड़बड़ी का ठीकरा PWD विभाग पर फोड़ने की कोशिश की क्योंकि वो सचिन पायलट के ही जिम्मे है. बहरहाल, एयरपोर्ट पर प्रियंका के साथ अशोक गहलोत की ओर से ट्विटर पर शेयर तस्वीरों से ऐसा कुछ नहीं लगता कि कहीं को मनमुटाव भी है - राजनीति अपनी जगह भले ही कितनी कड़वी क्यों न हो.

सवाल भी होंगे - और जवाब भी देने होंगे!

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दौरे पर निकलीं प्रियंका गांधी से मायावती के बयान पर रिएक्शन मांगा गया तो उनका छोटा सा जवाब था - 'उनको निकलना चाहिए. उनको जाना चाहिए मिलने पीड़ितों से.' प्रियंका गांधी के कहने का मतलब रहा कि मायावती को सिर्फ ट्विटर से काम चलाने की बजाये फील्ड में भी निकलना चाहिये. अब गेंद मायावती के पाले में पहुंच गयी है. प्रियंका गांधी ने ये भी कहा कि वो कोटा में बच्चों की हुई मौत के मामले की जानकारी हासिल कर चुकी हैं और ज्यादा जानकारी के लिए कांग्रेस की एक टीम गयी हुई है. प्रियंका गांधी ने जिस टीम की बात की वो सचिन पायलट के साथ ही गयी थी.

प्रियंका गांधी की जयपुर यात्रा के बाद मायावती ने हमले तेज कर दिये हैं, लेकिन कांग्रेस की तरफ से मायावती की जगह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पलटवार हो रहा है. यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल की एक ऐसी ही पोस्ट में नमूना देखिये.

दरअसल, मायावती ने प्रियंका गांधी की जयपुर यात्रा को पकड़ लिया है और उसे निजी यात्रा बताते हुए नये सिरे से हमला बोला है. मायावती की तरफ से इस सिलसिले में तीन ट्वीट किये गये हैं.

कोटा को लेकर लगी राजनीतिक आग में प्रियंका गांधी वाड्रा की जयपुर यात्रा ने घी का काम कर दिया है. जयपुर में प्रियंका गांधी मुश्किल से घंटे भर रही होंगी, लेकिन इतने भर से विरोधी दलों को सवाल करने का भरपूर मौका मिल गया है.

मायावती की ही तरह बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी प्रियंका गांधी को कोटा जाने की चुनौती दी थी. संबित पात्रा का कहना रहा, 'उनके पास दंगाइयों के साथ मुलाकात का समय है, लेकिन कोटा की उन मांओं से मिलने का समय उनके पास नहीं है जिनके नौनिहाल लगातार काल के गाल में समा रहे हैं.' प्रियंका गांधी अगर चुपके से जाकर शादी में शामिल होकर लौट गयी होतीं तो इतना बवाल मचता. अशोक गहलोत ने ट्विटर पर हंसते मुस्कुराते फोटो शेयर कर प्रियंका गांधी की मुसीबत बढ़ा दी है. याद कीजिये जब राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था तो जिन दो नेताओं के नाम लिये थे उनमें अशोक गहलोत भी थे - और कांग्रेस कार्यकारिणी में प्रियंका गांधी ने कहा था कि कांग्रेस के हत्यारे कमरे में ही बैठे हुए हैं.

आखिर अशोक गहलोत किस बात का बदला ले रहे हैं - पहले राहुल गांधी से और अब प्रियंका गांधी से.

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