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Updated: 11 अप्रिल, 2021 01:46 PM
देवेश त्रिपाठी
देवेश त्रिपाठी
  @devesh.r.tripathi
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एक कहावत है 'कोढ़ में खाज होना'. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के लिए फिलहाल ये कहावत सौ फीसदी सटीक बैठती है. राज्य में भाजपा मुख्य प्रतिद्वंदी के रूप में कड़ी टक्कर दे रही है. तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं. चुनाव आयोग की ओर से बयानों को लेकर नोटिस मिल रहा है. आईएसएफ वाले अब्बास सिद्दीकी मुस्लिम वोटों में सेंध लगाने को तैयार बैठे हैं. इन तमाम मुश्किलों से ममता बनर्जी चौतरफा घिरीं हुई हैं और अब 'दीदी' के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) का एक ऑडियो लीक हो गया है. भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इसे ट्विटर पर पोस्ट किया है.  भाजपा ने प्रशांत किशोर की इस लीक चैट को तृणमूल कांग्रेस की हार के तौर पर पेश किया है. ऐसा ही एक मामला ममता बनर्जी के साथ भी हो चुका है, जिसमें उन्होंने भाजपा के कार्यकर्ता को फोनकर उनके लिए समर्थन जुटाने की बात कही थी. हालांकि, दोनों ही ऑडियो क्लिप (prashant kishor mamta banerjee chat) वायरल होने के बाद तमाम तरह की सफाई दी जा रही है, लेकिन इस लीक बातचीत के आधार पर भाजपा को मजे लेने का मौका तो मिल ही गया है.

भाजपा के खिलाफ 'खेला होबे' का नारा देने वाली तृणमूल कांग्रेस मुखिया के साथ भाजपा ने ही 'खेला' कर दिया है.भाजपा के खिलाफ 'खेला होबे' का नारा देने वाली तृणमूल कांग्रेस मुखिया के साथ भाजपा ने ही 'खेला' कर दिया है.

पश्चिम बंगाल में भाजपा के खिलाफ 'खेला होबे' का नारा देने वाली तृणमूल कांग्रेस मुखिया के साथ भाजपा ने ही 'खेला' कर दिया है. अमित मालवीय ने कुछ दिनों पहले ममता बनर्जी की भाजपा कार्यकर्ता के साथ ऑडियो वायरल की थी. और अब चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की पत्रकारों के साथ क्लबहाउस चैट (audio clubhouse chat leaked) को लीक कर दिया है. ममता बनर्जी वाले मामले में तो 'दीदी' ने खुद सामने आकर जैसे-तैसे स्थिति को संभाल लिया था. लेकिन, प्रशांत किशोर की क्लबहाउस चैट लीक होना तृणमूल कांग्रेस के लिए नुकसान का सौदा होने वाला है.

दरअसल, इस ऑडियो क्लिप में कई पत्रकार (क्लबहाउस चैट के अनुसार ब्राइट विंग) हैं, जो खुद के 'निष्पक्ष' होने का तमगा लिए जनता के बीच अपनी धमक रखने का दावा करते हैं. ये ममता बनर्जी के लिए सबसे बड़े नुकसान के तौर पर सामने आ सकता है. ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस की बंगाल के भद्रलोक में मजबूत पकड़ है. लेकिन, इस चैट लीक के बाद ममता भी अन्य पार्टियों की लाइन में ही आकर खड़ी हो गई हैं. पश्चिम बंगाल में अभी चार चरणों का मतदान बाकी है और भद्रलोक पर यह ऑडियो क्लिप काफी प्रभाव डाल सकती है.

खैर, ये उतना बड़ा मुद्दा नहीं है. जितना प्रशांत किशोर का खुद ये बताना कि नरेंद्र मोदी 'कल्ट' हैं और वो बंगाल में भी पॉपुलर है. वैसे, हर राज्य में नरेंद्र मोदी ही भाजपा की ओर से सबसे बड़ा और प्रमुख चेहरा होते हैं. प्रशांत किशोर की कही बात को ही मान लिया जाए, तो इस मोदी कल्ट के सहारे ही 10-15-20-25 फीसदी मतदाता वर्ग भाजपा को बिना किसी खास मेहनत के मिल गया है. उन्होंने माना है कि पश्चिम बंगाल में मोदी और ममता दोनों ही मशहूर हैं. लेकिन, वाम दलों और 'दीदी' का शासन देख चुके लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र अब भाजपा है. इसके हिसाब से माना जा सकता है कि बंगाल के मतदाताओं में भाजपा अपना संदेश पहुंचाने में कामयाब रही है. कहना गलत नहीं होगा कि वाम दलों के 35 और ममता के 10 साल के शासन के बाद अब जनता ने 'पोरिबर्तन' का खेला कर दिया है.

2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चुनावी कैंपेन संभालने वाले प्रशांत किशोर के हिसाब से भाजपा ने ध्रुवीकरण और सत्ताविरोधी लहर को भरपूर तरीके से अपने पक्ष में भुनाया है. वैसे, इसे भुनाने का मौका भाजपा को यूं ही नहीं मिला है. क्लबहाउस चैट में वो खुद ही बताते हैं कि इस देश में बीते 20 सालों से जबरदस्त तरीके से मुस्लिम तुष्टिकरण करने के प्रयास किए गए हैं. उन्होंने पश्चिम बंगाल की राजनीति का फलसफा बताया कि जिसे मुसलमान वोट करेगा, वो सरकार बनाएगा. कांग्रेस, वाम दलों या अन्य किसी भी पार्टी ने मुसलमानों के वोट पाने की सोच बना रखी है. कहा जा सकता है कि मुस्लिम वोट पाने के इस पूरे इकोसिस्टम में हिंदू मतदाता हाशिये पर रहे. पश्चिम बंगाल के अंदर इस इकोसिस्टम में टीएमसी के साथ वाम दलों का शासन भी जोड़ लें, तो तककरीब 45 सालों से हिंदू हाशिये पर है. इस स्थिति में भाजपा को बंगाल में कुछ खास करने की जरूरत ही नहीं पड़ी. हिंदुत्व का मुद्दा हमेशा से ही भाजपा की रणनीति का हिस्सा रहा है.

इस पूरे लीक चैट ऑडियो में सबसे बड़ा फैक्टर एससी मतदाता रहा. पश्चिम बंगाल में मुस्लिम आबादी तकरीबन 27 फीसदी है और उनके बाद 23 फीसदी वाला एससी समुदाय काफी अहम माना जाता है. इस बार के चुनाव में मतुआ और राजबंशी वोट सीधे तौर पर भाजपा के साथ जुड़ते दिखाई दे रहे हैं. प्रशांत किशोर ने टीएमसी को लेकर कराए सर्वे में इस बात के सामने निकलकर आने की बात को स्वीकारा है. वहीं, कांग्रेस और वाम दलों का मतदाता भी इस चुनाव में भाजपा की ओर जाता दिख रहा है. दरअसल, बंगाल में ममता बनर्जी के शासन में वाम दलों के कार्यकर्ताओं की हालत बहुत खराब रही थी. इस स्थिति में उसे भाजपा के साथ जाना ज्यादा मुफीद लग रहा है. नरेंद्र मोदी ने अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान मतुआ समुदाय के प्रमुख तीर्थस्थल जोशोरेश्वरी काली मंदिर में दर्शन किए थे. मतुआ मतदाताओं को साधने के लिए मोदी उनके आध्यात्मिक गुरु हरिचंद ठाकुर की जन्मस्थली ओराकांडी भी गए थे.

अमित मालवीय ने इस पूरे लीक चैट के सिलसिलेवार ट्वीट्स की आखिरी किस्त में ममता बनर्जी और उनके चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर समेत क्लबहाउस चैट में शामिल सभी पत्रकारों के भरपूर मजे लिए. दरअसल, जैसे ही इन्हें पता चला कि इस 'टॉप सीक्रेट मीटिंग' को और भी लोग सुन रहे हैं, तो हड़बड़ाहट और शांति का मिश्रित स्वर सुनाई दिया. अमित मालवीय ने इसे चुनाव से पहले ही तृणमूल कांग्रेस की हार घोषित कर दिया. हालांकि, प्रशांत किशोर ने इस लीक चैट के वायरल होने के बाद मामले को संभालने की कोशिश करते हुए भाजपा को पूरी चैट शेयर करने की चुनौती दी. लेकिन, उनकी ये कोशिश कुछ कामयाब होती नहीं दिखी.

वैसे, प्रशांत किशोर की लीक चैट के हिसाब से पश्चिम बंगाल में मोदी, ध्रुवीकरण और एससी मतदाता ही सबसे बड़े फैक्टर हैं. फिलहाल ये सारे ही भाजपा की ओर जाते दिख भी रहे हैं. कहा जा सकता है कि भाजपा ने अपने जिस एजेंडा के साथ पश्चिम बंगाल में एंट्री की थी, उसे काफी हद तक पूरा कर लिया है. वैसे, चार चरणों का मतदान अभी होना बाकी है और इन सभी सीटों पर मुस्लिम और एससी मतदाताओं की संख्या भरपूर है. चुनावी नतीजे 2 मई को आएंगे, लेकिन उससे पहले भाजपा को मजे लेने के लिए ममता बनर्जी और प्रशांत किशोर ने ऑडियो क्लिप उपलब्ध करा ही दी है.

लेखक

देवेश त्रिपाठी देवेश त्रिपाठी @devesh.r.tripathi

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं. राजनीतिक और समसामयिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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