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कल तक जो रेपिस्ट हैवान और दरिंदे थे, अब मरने के बाद वो इंसान हो गए !

    • आईचौक
    • Updated: 06 दिसम्बर, 2019 12:47 PM
  • 06 दिसम्बर, 2019 12:47 PM
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कल तक हैदराबाद में महिला डॉक्टर से रेप (Hyderabad Lady Doctor Rape) करने के आरोपी हैवान, दरिंदे और जानवर थे, लेकिन अब पुलिस एनकाउंटर (Hyderabad Encounter) के बाद यही लोग इंसान हो गए हैं. जिन्हें जिंदा जलाने तक की बातें हो रही थीं, उनके लिए मानवाधिकार की बात होने लगी है.

उन दरिंदों को फांसी पर लटका देना चाहिए... उन्हें जिंदा जला देना चाहिए... बीच चौराहे पर खड़ा कर के गोली मार देनी चाहिए... इनकी तो मॉब लिंचिंग कर देनी चाहिए... जैसा गल्फ देशों में होता है, इन दरिंदों को नपुंसक बना देना चाहिए... कुछ दिन पहले तक पूरा देश एक सुर में यही बात कह रहा था. आपको बता दें करीब 10 दिन पहले ही हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर दिशा (Disha Rape Case) के साथ रेप (Hyderabad Lady Doctor Rape) हुआ, जिसके बाद उन्हें मार दिया और जला दिया गया था. इस घटना के बाद पूरा देश चाहता था कि रेप (Rape) करने वाले इन दरिंदों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. यहां आपको बता दें कि गुरुवार रात इन चारों का पुलिस ने एनकाउंटर (Hyderabad Encounter) कर दिया है. जब पुलिस क्राइम सीन की रीक्रिएट करने की कोशिश कर रही थी, उस दौरान चारों ने भागने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस को गोली चलानी पड़ी और चारों आरोपी मारे गए. कल तक ये चारों रेपिस्ट हैवान थे, दरिंदे थे, लेकिन अब उनके एनकाउंटर के बाद अचानक से बहुत से लोगों के लिए वह इंसान बन गए हैं. मानवाधिकार की बातें होने लगी हैं. हैदराबाद एनकाउंटर को बहुत से लोग गलत बता रहे हैं.

रेप के आरोपियों का एनकाउंटर करने वाली पुलिस पर हैदराबाद की जनता फूल बरसा रही है.

ये दिखाता है दोहरा चरित्र

एक ओर हैदराबाद में हर कोई पुलिस की जय-जय कर रहा है, उन पर फूल बरसा रहा है, वहीं दूसरी कई ऐसे लोग भी हैं जो इसे गलत मान रहे हैं. वह मान रहे हैं कि रेपिस्टों का इस तरह एनकाउंटर करना मानवाधिकार का उल्लंघन है. सामाजिक कार्यकर्ता मल्लिका साराभाई और ताहिरा हसन ने भी इस एनकाउंटर पर सवाल उठाया है. अधीर रंजन चौधरी ने भी कहा है कि आरोपियों को गोली से उड़ाया गया. ये दोहरा चरित्र क्यों?

- खुद मेनका...

उन दरिंदों को फांसी पर लटका देना चाहिए... उन्हें जिंदा जला देना चाहिए... बीच चौराहे पर खड़ा कर के गोली मार देनी चाहिए... इनकी तो मॉब लिंचिंग कर देनी चाहिए... जैसा गल्फ देशों में होता है, इन दरिंदों को नपुंसक बना देना चाहिए... कुछ दिन पहले तक पूरा देश एक सुर में यही बात कह रहा था. आपको बता दें करीब 10 दिन पहले ही हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर दिशा (Disha Rape Case) के साथ रेप (Hyderabad Lady Doctor Rape) हुआ, जिसके बाद उन्हें मार दिया और जला दिया गया था. इस घटना के बाद पूरा देश चाहता था कि रेप (Rape) करने वाले इन दरिंदों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. यहां आपको बता दें कि गुरुवार रात इन चारों का पुलिस ने एनकाउंटर (Hyderabad Encounter) कर दिया है. जब पुलिस क्राइम सीन की रीक्रिएट करने की कोशिश कर रही थी, उस दौरान चारों ने भागने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस को गोली चलानी पड़ी और चारों आरोपी मारे गए. कल तक ये चारों रेपिस्ट हैवान थे, दरिंदे थे, लेकिन अब उनके एनकाउंटर के बाद अचानक से बहुत से लोगों के लिए वह इंसान बन गए हैं. मानवाधिकार की बातें होने लगी हैं. हैदराबाद एनकाउंटर को बहुत से लोग गलत बता रहे हैं.

रेप के आरोपियों का एनकाउंटर करने वाली पुलिस पर हैदराबाद की जनता फूल बरसा रही है.

ये दिखाता है दोहरा चरित्र

एक ओर हैदराबाद में हर कोई पुलिस की जय-जय कर रहा है, उन पर फूल बरसा रहा है, वहीं दूसरी कई ऐसे लोग भी हैं जो इसे गलत मान रहे हैं. वह मान रहे हैं कि रेपिस्टों का इस तरह एनकाउंटर करना मानवाधिकार का उल्लंघन है. सामाजिक कार्यकर्ता मल्लिका साराभाई और ताहिरा हसन ने भी इस एनकाउंटर पर सवाल उठाया है. अधीर रंजन चौधरी ने भी कहा है कि आरोपियों को गोली से उड़ाया गया. ये दोहरा चरित्र क्यों?

- खुद मेनका गांधी ने भी कहा है कि अगर ऐसे ही गोली मारनी है तो कानून और न्याय व्यवस्था का क्या मतलब है? 

- सोशल मीडिया पर अमित देशपांडे नाम के एक शख्स ने कहा है कि पुलिस स्टेशन में मासूम लोगों को रेप केस में फ्रेम किया गया है, उनसे फिरौती मांगी जाती है वरना एनकाउंटर करने की धमकी देते हैं. अब हैदराबाद में ऐसे मामले बढ़ेंगे.

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- एक पत्रकार फ़ाय डिसूज़ा ने ट्वीट किया है- 'ये न्याय नहीं है. यह पुलिस द्वारा कानून तोड़ना है. ये बहुत ही खतरनाक है. लीगल सिस्टम एक वजह से ही है.'

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- एक अन्य यूजर ने कहा है कि किसी को भी किसी इंसान की हत्या करने का अधिकार नहीं है. यह एनकाउंटर हत्या है.

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हैदराबाद में बरसाए जा रहे हैं फूल, लग रहे हैं जय हो के नारे

वैसे इस मामले में एक अच्छी बात ये है कि इस एनकाउंटर से अधिकतर लोग खुश हैं. सभी मान रहे हैं कि पुलिस ने जो किया वो सही किया. ऐसे दरिंदों के साथ यही होना चाहिए. हैदराबाद में तो लोग पुलिस पर फूल भी बरसा रहे हैं, मिठाइयां खिला रहे हैं, जश्न मना रहे हैं, आतिशबाजी कर रहे हैं. नेता, राजनेता हर कोई इसकी तारीफ कर रहा है.

हैदराबाद मामले पर हर कोई अपना-अपना रिएक्शन दे रहा है, लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालांकि, इस एनकाउंटर पर उठ रहे सवालों पर भी गौर किया गया है और अब इसकी जांच भी की जा रही है. एनकाउंटर सही था या गलत, ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन कम से कम लोगों के दिलों में एक खुशी की लहर दौड़ गई है. इस एनकाउंटर से पूरे देश में एक मैसेज जरूर गया है कि अगर कोई रेप जैसा अपराध करेगा तो उसे सजा मिलेगी.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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