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Updated: 10 अप्रिल, 2018 03:27 PM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
  @shruti.dixit.31
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'यार आजकल कोई अच्छी फिल्म नहीं आती!' ये बात शायद आजकल हर दूसरे हफ्ते सुनने को मिलती है. मल्टीप्लेक्स के आ जाने के बाद से ही फिल्मों की कमाई तो बढ़ गई, लेकिन फिल्मों की क्वालिटी पर चर्चा भी उतनी ही बढ़ गई. अगर 2017 की ही अच्छी फिल्मों को देखा जाए तो कुछ गिनी चुनी ही हैं जो कहानी और किरदार दोनों के मामले में बेहतर होंगी. अभी तक 2018 इस मामले में बेहतर रहा है. पैडमैन, पद्मावत, अय्यारी, परी, हिचकी, रेड जैसी फिल्में कुछ अलग कहानी और कुछ बेहतर अभिनय के साथ आ चुकी हैं. अब एक और फिल्म आने को है जिसे देखने को कम से कम मैं तो बहुत बेताब हूं. फिल्म का नाम है Raazi जिसका Trailer 10 अप्रैल को रिलीज हुआ है.

प्लॉट के साथ ट्विस्ट भी...

ट्रेलर शुरू होता है एक डायलॉग से.. 'तैयार रहो बेटा, हिंदुस्तान के साथ हमारे हालात काफी सख्त होने वाले हैं. वो आसमान देख रहे होंगे और हम उनके पांव तले से ज़मीन खींच लेंगे...' पाकिस्तान के कुछ आला अधिकारी हिंदुस्तान के खिलाफ किसी साजिश को रचने की सोच रहे हैं. वहीं एक कश्मीरी हिंदुस्तानी देश के लिए अपनी बेटी को भी कुर्बान करने को तैयार है. वो बेटी है आलिया. हाथ में गिलहरी लिए, चेहरे पर मासूमियत लिए आलिया बिना किसी एक्सपीरियंस के जासूसी के लिए पाकिस्तान भेज दी जाती हैं. आलिया की शादी एक पाकिस्तानी से होती है जो खुद सेना में है. विक्की कौशल और आलिया की जोड़ी सुनने में तो काफी ऑफबीट लग रही है, लेकिन यकीनन ट्रेलर में दोनों की केमेस्ट्री कमाल दिख रही है.

राज़ी, आलिया भट्ट, फिल्म, बॉलीवुड, सोशल मीडिया, ट्रेलर, ट्रेलर रिव्यू

एक बेटी, पत्नी और जासूस.. आलिया इस फिल्म में तीन किरदार निभाती नज़र आ रही हैं. आलिया की फिल्मों की परख समय के साथ-साथ बेहतरीन होती चली जा रही है. स्टूडेंट ऑफ द इयर से लेकर अब तक 6 सालों में आलिया ने हाईवे, उड़ता पंजाब, डियर जिंदगी, कपूर एंड सन्स जैसी बेहतरीन फिल्में भी दी हैं, जिनमें उनकी छवि बदली है, हर किरदार कुछ अलग रहा है और हर किरदार के साथ एक नई चुनौती भी आलिया ने पूरी की है.

1971 हिंदुस्तान-पाकिस्तान की जंग पर आधारित ये फिल्म एक पीरियड थ्रिलर है जो कश्मीर के इर्द-गिर्द ही घूमती रहती है. ट्रेलर के दौरान ही कई बार ऐसा लगता है कि दिल की धड़कने बढ़ गई हैं तो यकीनन ये देखना दिलचस्प होगा कि कैसे 'सहमत' पाकिस्तानियों के मंसूबे नाकाम करती है.

असल जिंदगी पर आधारित है 'राज़ी'...

ये फिल्म सहमत के इर्द गिर्द घूमती है जो एक काल्पनिक नहीं बल्कि सच्चा किरदार है. फिल्म राज़ी, हरिंदर सिक्का की नॉवेल 'कॉलिंग सहमत' पर आधारित है. इस किताब में सहमत अली खान की कहानी बताई गई है जो 1971 की भारत-पाकिस्तान जंग के दौरान अपने पिता के आदेश पर पाकिस्तान में जासूसी करती हैं.

कश्मीर की रहने वाली सहमत की कहानी शुरू होती है सहमत की मौत से. किताब में सहमत का बेटा समर उस कमरे में दाखिल होता है जिसमें सहमत का शव भारतीय तिरंगे से लिप्टा रखा है. किताब में बताया गया है कि अपने कॉलेज के दिन खत्म करने के बाद सहमत की ट्रेनिंग होती है और उसे एक पाकिस्तानी अफसर से शादी करनी पड़ती है. अपने दम पर पाकिस्तानी सेना की जानकारी सहमत हिंदुस्तानी सैनिकों को देती है और कई हिंदुस्तानी सैनिकों की जान बचाती है. किताब में सहमत को सभी धर्मों की पूजा करते दिखाया गया है.

कौन है असली सहमत...

2008 में द हिंदू को दिए एक इंटरव्यू में किताब के लेखक ने बताया था कि कैसे उन्होंने सहमत की कहानी खोज निकाली. 1999 में कार्गिल जंग के दौरान वो देशभक्ति से थोड़ा दूर होते जा रहे थे उसी दौरान उनकी मुलाकात एक ऐसी महिला से हुई जिसने उनकी सोच बदल दी. उसका नाम वो कभी नहीं बताते क्योंकि ये उसके लिए खतरनाक हो जाता. दर्शकों के लिए वो सहमत खान बन गई.

काफी महनत के बाद सिक्का सहमत खान से मिले. उसका घर था मालेरकोट्ला, पंजाब में.

वो अपने बारे में ज्यादा नहीं बताती थी. वो चुप रहने वाली महिला पाकिस्तानी जनरल याह्या खान के पोतों को पढ़ाती थी. सिक्का ये समझ नहीं पा रहे थे कि कैसे ऐसी एक महिला ने इतनी कारगर जानकारी निकाली.

सहमत का सबसे अचूक मिशन था पाकिस्तान की उस प्लानिंग की जानकारी देना जिसमें पाकिस्तानी सेना INS विराट को डुबाना चाहती थी. इस जानकारी के कारण हजारों हिंदुस्तानियों की जान बची.

सिक्का को सहमत की कहानी को काल्पनिक बनाने में 8 साल लग गए. सहमत का बेटा अब न सेना में है और सहमत भी अर्से पहले जा चुकी है, लेकिन ये कहानी अब मेघना गुल्ज़ार की फिल्म के जरिए पर्दे पर आ रही है.

राज़ी, आलिया भट्ट, फिल्म, बॉलीवुड, सोशल मीडिया, ट्रेलर, ट्रेलर रिव्यू

जहां तक राज़ी की बात है तो इस फिल्म का किरदार 'सहमत' कम से कम ट्रेलर में तो काफी सशक्त दिख रहा है और यकीनन मुझे ये उम्मीद है कि आलिया अपने किरदार के साथ अदाकारी के मामले में काफी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगी. ट्रेलर के एक सीन में आलिया भट्ट एक पाकिस्तानी फौजी पर बंदूक ताने खड़ी हैं और कह रही हैं कि, 'देश से आगे कुछ नहीं, खुद भी नहीं'. वो कौन है, क्या सहमत अपने पति को मार देगी, क्या वो अपने देश के लिए खुद मर जाएगी, क्या वो हंसी, खुशी रह पाएगी? और कैसे वो पाकिस्तान को हराएगी? इन सारे सवालों के जवाब किताबों में तो मिलते हैं, लेकिन फिल्म कितना किताब पर आधारित है और उसे कितना बदला गया है ये देखना बाकी है. ये फिल्म 11 मई को रिलीज हो रही है. 

बॉलीवुड अब एक्सपेरिमेंट करने से भी नहीं चूक रहा और इसीलिए एक नया जोड़ा विक्की कौशल (मसान फेम) और आलिया भट्ट को पेश किया गया है. जहां तक विक्की कौशल का सवाल है वो अपने अभिनय का परिचय दे चुके हैं और आलिया तो आलिया हैं. सभी किरदार कम से कम ट्रेलर में तो अपने-अपने रोल में फिट बैठ रहे हैं. आलिया ये दिखा रही हैं कि वो सिर्फ एक खूबसूरत चेहरा नहीं बल्कि बेमिसाल अदाकारा भी हैं. इस फिल्म के ट्रेलर को देखकर लग रहा है कि बस अब 'सहमत' का बेसब्री से इंतज़ार है.

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श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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