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Updated: 18 जुलाई, 2020 09:02 PM
अनु रॉय
अनु रॉय
  @anu.roy.31
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'All little girls should be told they are pretty, even if they aren't.'

मर्लिन (Marilyn Monroe) की कही ये बात दब कर कहीं रह गयी उनकी खूबसूरत तस्वीरों की सतहों के नीचे. हम उन्हें याद करते हैं तो हमें गुलाबी सी चमकती आंखों और सुनहरे बालों वाली एक ख़ूबसूरत सी स्त्री जहन में उभर आती है. जिसने सफ़ेद गाउन पहना है और वो गाउन हवा में उसे आज़ाद करने के लिहाज़ से उड़ रहा है या फिर वो गाउन सफ़ेद से पंख मर्लिन के सपनों को देने की कोशिश कर रहा है. मर्लिन हमें कुछ ऐसे ही याद हैं. नहीं! सितारों की दुनिया होती ही है ऐसी. हम सिर्फ़ चमक देख पाते हैं उसके पीछे की अंधेरी सुरंग नहीं. मर्लिन आज इसलिए याद आ रही कि जब वो छोटी थी तो उन्हें किसी ने ख़ूबसूरत नहीं कहा था. उन्हें किसी ने नहीं बताया कि वो प्यारी हैं बल्कि उनका मज़ाक़ ही उड़ा. ऐसी ही मिलती-जुलती कहानी है हमारे अपने बॉलीवुड (Bollywood) के एक सितारे की. जिसे आज सारी दुनिया जानती है. जो न सिर्फ़ बॉलीवुड बल्कि हॉलीवुड (Hollywood) में अपने हुनर का जलवा बिखेर चुकी है. वो सिर्फ़ एक अदाकारा नहीं बल्कि मिस वर्ल्ड (Miss World) भी रह चुकी है. बात प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) की कर रही हूं.

Priyanka Chopra, Bollywood, Birthday, Racism, Fairnessप्रियंका का शुमार उन लोगों में हैं जिन्होंने अपने रंग को अपना हथियार बनाया

 

आज जिसकी ख़ूबसूरती का अब सारा अमेरिका दीवाना है. एक दौर वो भी था जब उसी अमेरिका के किसी स्कूल में इसी प्रियंका चोपड़ा को बुली किया गया था. तब प्रियंका चोपड़ा कोई स्टार नहीं थी. वो एक साधारण सी लड़की थी हमारी-आपकी तरह. तब उन्हें स्कूल में ब्राउनी, कढ़ी, जिस हाथी पर बैठ कर अमेरिका आयी हो उसी पर बैठ कर अपने देश चली जाओ, सुनाया जाता था. लंच-ब्रेक में कोई भी उनके साथ लंच नहीं करता था सिर्फ़ इसलिए कि उनका रंग सफ़ेद नहीं था.

अपने कई इंटरव्यू में प्रियंका ख़ुद ने अपने साथ हुए नस्लवाद का ज़िक्र किया है. वो कहती हैं कि बचपन में उनके साथ जो हुआ उसका उनके मन पर इतना गहरा प्रभाव पड़ा कि वो अपना कॉन्फ़िडेंस खोने लगी थी. लेकिन फिर उनकी मॉम ने उनको एहसास दिलवाया कि वो जैसी भी हैं ख़ूबसूरत हैं. उन्हें ख़ुद को बदलने की ज़रूरत नहीं है. बाद में बॉलीवुड से जुड़ने पर उन्होंने गोरेपन की क्रीम की एक ऐड की थी. जो उन्होंने अपने बुली होने वाले दिनों में ख़ुद को गोरा करने के लिए इस्तेमाल भी किया था.

प्रियंका कहती हैं कि एक रात जब वो ऐड शूट करके घर लौटी तो सोचने लगी कि आख़िर वो कर क्या रही हैं? क्यों झूठे सपने बेच रही हैं? वो क्यों नहीं अपने आप को अपने रंग के साथ अपना सकती? अगर वो इस गोरेपन की क्रीम को एंडोर्स करेंगी तो देश की न जाने कितनी लड़कियां इस भुलावे में जीएंगी कि एक दिन वो भी गोरी हो जाएंगी. जबकि ज़रूरी है अपने स्किन के साथ कॉमफर्टेबल होना.

उसके बाद से उन्होंने कभी किसी गोरेपन की क्रीम को एंडोर्स नहीं किया. उस रात उन्होंने अपने ब्राउन रंग और अपने बालों के उस टेक्स्चर को दिल से अपना लिया. वो रात है और आज का दिन प्रियंका चोपड़ा कहीं भी अपने रंग या रूप को ले कर कॉंशस नहीं दिखी. अव्वल अब तो ये आलम है कि Instagram पर उसी ब्राउन प्रियंका के 55 मिलियन फॉलोवर हैं. जो किसी भी बॉलीवुड की अभिनेत्री से ज़्यादा है.

आज प्रियंका न सिर्फ़ बॉलीवुड की स्टार है बल्कि वो हॉलीवुड में भी काफ़ी महंगी अदाकारा के रूप में जानी जाने लगी हैं. उनकी सीरिज़ क्वॉरेंटीनो हॉलीवुड में सुपर हिट साबित हुई है. लेकिन प्रियंका जब हॉलीवुड जा रही थी तब सिर्फ़ हॉलीवुड वाले ही नहीं बल्कि बॉलीवुड वालों ने भी उनका मज़ाक़ उड़ाया था. मगर वो प्रियंका का अपना विल-पॉवर और ख़ुद में विश्वास ही था जो आज उन्हें भीड़ से एकदम अलग कर पूरी दुनिया का एक जगमग सितारा बना कर रख दिया है.

प्रियंका दिन मुबारक हो. आप ऐसे ही हर दिन आगे बढ़े और ख़ुश रहें यही दुआ है. आप ने सिर्फ़ रंगभेद बल्कि नेपोटिज़म को भी मात दिया है. आप सच में हीरो हैं. खुशियां आपके कदम चूमें. आप चमके विश्वपटल पर.

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लेखक

अनु रॉय अनु रॉय @anu.roy.31

लेखक स्वतंत्र टिप्‍पणीकार हैं, और महिला-बाल अधिकारों के लिए काम करती हैं.

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