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Updated: 04 सितम्बर, 2020 06:25 PM
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इंसान की इच्छाओं का अंत नहीं है. OTT के दर्शकों का भी हाल कुछ कुछ ऐसा ही है. दर्शकों की शिकायत है कि शुरू शुरू में तो ठीक रहता है लेकिन जैसे ही इंडियन वेब सीरीज आगे बढ़ती है. स्थिति बोझिल होती जाती है. महसूस होता है कि स्क्रिप्ट राइटर एक खाना पूर्ति के तहत स्क्रिप्ट हो बढ़ा रहा है और जो शो हमारे सामने चल रहा है उसे इसलिए बनाया गया ताकि दर्शकों को 'एंटरटेनमेंट' के नाम पर कुछ भी दिखाया जा सके. यू तो इंडियन प्रोड्यूसर डायरेक्टर इस बात का नजरअंदाज ही कर रहे हैं लेकिन कुछ हैं जिन्हें देर से ही सही अपनी गलतियों का एहसास होता है. कुछ ऐसा ही हाल डिज्नी हॉटस्टार (Disney Hotstar) पर आ रही वेब सीरीज होस्टेजेस का भी है. होस्टेजेस का सीजन 1 (Hostage season 1) नहीं चला था इसलिए सीजन 2 में कई अहम फेरबदल किये गए हैं. सीरीज के दूसरे सीजन (Hostages Season 2) में जिस तरह का सिनेमेटिक प्रोपेगेंडा तैयार किया गया है यदि वो उतना ही कारगर है तो हम भी इस बात को डंके की चोट पर कह सकते हैं कि सीरीज में ऐसा बहुत है जो इसे आने वाले वक्त की एक बड़ी हिट (Hit) बनाता है.

Disney Hotstar, Hotstar, Hostages 2, Ronit Roy, Crime, Web Seriesडिज्नी हॉटस्टार पर आ रही वेब सीरीज हॉस्टेज 2 मनोरंजन का पूरा पैकेज है

तो आइए जानें उन पांच बातों को जिनके बाद खुद ब खुद ये साबित हो जाएगा कि इस सीरीज में ऐसा बहुत कुछ है जो इसे एक बड़ी हिट के रूप में प्रदर्शित करता है.

शो की यूएसपी रोनित रॉय है

डिज्नी हॉटस्टार पर प्रदर्शित होने वाली वेब सीरीज होस्टेजेस के सीजन 2 में जिस बात का सबसे ज्यादा ध्यान रखा गया है वो तमाम चीजों के अलावा एक्टर रोनित रॉय हैं. माना जा रहा है कि शो में ऐसे मूमेंट्स की भरमार है जिनमें रोनित अपनी दमदार और भारी आवाज़ से दर्शकों को बांध देंगे. चूंकि इस सीजन में रोनित को मुख्य भूमिका में रखा गया है इसलिए स्क्रिप्ट में भी उन्हें भरपूर जगह दी गई है.

इस बात को हम अन्य वेब सीरीज के तुलनात्मक कंपेरिजन से भी समझ सकते हैं. मिर्जापुर से लेकर सेक्रेड गेम्स और पाताललोक से लेकर अन्य हिट सीरीज तक जो एक कमी हमें दिखी वो है ट्विस्ट के चलते लीड के रोल के साथ छेड़छाड़ करना.

यानी कि निर्माता निर्देशक शो को ट्विस्ट देने के लिए ऐन वक़्त पर मेन लीड के रोल के साथ छेड़छाड़ कर देते हैं और यही एक अच्छी चीज को खराब कर देता है. होस्टेजेस इस मामले में लकी साबित हुई है चूंकि शो की यूएसपी रोनित हैं मौका उनको पूरा दिया गया है.

एक क्रूर विलेन के रूप में डीनो मोरिया

जिक्र जब क्राइम ड्रामा का हो तो विलेन पर चर्चा स्वाभाविक हो जाती है. हालिया दिनों में हम ऐसी तमाम सीरीज देख चुके हैं जिनमें दर्शकों ने शो के मेन लीड तक को खारिज कर दिया और विलेन को क्रेडिट दिया. होस्टेजेस का मामला भी कुछ कुछ मिलता जुलता है.

इस शो में जहां दर्शकों को थामे रखने के लिए रोनित रॉय को बतौर लीड रखा गया है तो वहीं डीनो मोरिया एक ऐसे विलेन के रूप में नजर आ रहे हैं जो जितने हैंडसम हैं उतना ही क्रूर उन्हें शो में दिखाया गया है.

क्योंकि हॉस्टेज 2' (Hostages 2) घटनाओं के एक जटिल मोड़ के साथ एक सफर को बताती है इसलिए दर्शकों को डीनो के जरिये ऐसे तमाम रहस्य बता चलेंगे जो उनके रौंगटे खड़े करने के लिए पर्याप्त हैं. सीजन 2 में अपनी एक्टिंग से डीनो ने उन सभी खूबियों का परिचय दिया है जो एक विलेन में होनी चाहिए.

अपराध के तड़के में रिश्तों की कहानी घर परिवार की कहानी

जिस बात को लेकर अब तक इंडियन वेब सीरीज क्रिटिक्स के निशाने पर रही है वो ये कि अपराध को ज्यादा रैलिस्टक बनाने के लिए धड़ल्ले से खून और हिंसक दृश्यों को फिल्माया जाता है और कई बार दर्शक इससे असहज होते हैं. साथ ही इंडियन क्राइम थ्रिलर की एक बुराई ये भी रही है कि निर्माता निर्देशक को केवल अपराध दिखाने से मतलब होता है.

होस्टेजेस 2 के दूसरे सीजन ने इस मिथक को तोड़ा है. बात यदि कहानी की हो तो चूंकि होस्टेजेस इजराइल की एक इसी नाम से आई वेब सीरीज का ऑफिशियल रीमेक है.

होस्टेजेस एक ऐसी डॉक्टर की कहानी है, जिसे राज्य के मुख्यमंत्री के इलाज के लिए नियुक्त किया गया है. इलाज शुरू करने से पहले कुछ आपराधिक तत्व उस डॉक्टर के परिवार को बंदी बना लेते हैं और डॉक्टर को मुख्यमंत्री की हत्या करने के लिए राजी करते हैं. आगे की कहानी इसी घटना से रू-ब-रू कराती है. 

निर्देशक को लेकर फेर बदल करना भी कलेजे का काम

इंडियन वेब सीरीज के मद्देनजर कम ही देखने को मिला है कि प्रोड्यूसर, डायरेक्टर को लेकर रिस्क ले और वो भी एक बड़ा रिस्क को क्योंकि हम पहले ही इस बात का वर्णन कर चुके हैं कि होस्टेजेस का पहला सीजन पिट चुका था और दर्शकों ने इसे इतना भाव नहीं दिया था इसलिए सीजन 2 में कई फेर बदल किये गए और जो सबसे बड़ा फेरबदल हुआ वो था सीरीज के डिरेक्शन को लेकर.

सीरीज के इस भाग में सीजन 1 के निर्देशक सुधीर मिश्रा को बाहर का रास्ता दिखाकर सीजन 2 की कमान सचिन कृष्णन को दी गई है. माना जा रहा है कि युवा निर्देशक सचिन ने बारीक से बारीक चीजों का ख्याल रखा है और उन पहलुओं पर गौर किया है जिनको पहले सीजन में नजरअंदाज किया गया.

तकनीकी तौर पर सीरीज एक परफेक्ट आई कैंडी है.

जैसा कि हम बार बार लगातार कह रहे हैं प्रभावशाली एक्टर्स होने के बावजूद इस सीरीज का पहला सीजन उतना प्रभावशाली नहीं था एक्टिंग के अलावा तमाम क्षेत्र ऐसे थे जिन्हें नजरअंदाज किया गया और इसी में शुमार था तकनीकी पक्ष का वहीं बात जब हम सीजन 2 की करते हैं और ये बताते हैं कि एक युवा डिरेक्टर ने इसे डायरेक्ट किया है तो फर्क हमें तकनीकी पहलुओं के मद्देनजर भी दिखाई देता है. इस बार जो काम हुआ है उसे दर्शक पसंद करेंगे और कहीं न कहीं उन्हें ये सीरीज एक परफेक्ट आई कैंडी लगेगी.

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