New

होम -> सिनेमा

 |  4-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 14 अगस्त, 2021 07:39 PM
अनुज शुक्ला
अनुज शुक्ला
  @anuj4media
  • Total Shares

स्वतंत्रता दिवस सप्ताह में अजय देवगन की बहुप्रतीक्षित भुज: द प्राइड ऑफ़ इंडिया डिजनी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो रही है. हालांकि फिल्म को लेकर जिस तरह का फीडबैक सामने आ रहा है, भुज के मेकर्स ने कम से कम फिल्म से ऐसी उम्मीद तो नहीं की होगी. दर्शकों ने भुज से बहुत सारी अपेक्षाएं पाल रखी थीं जो स्ट्रीमिंग के बाद नेस्तनाबूद होती दिख रही हैं. कुल मिलाकर स्ट्रीमिंग से पहले जो हाइप बनता दिख रहा था साबुन का झाग साबित हुआ. अजय देवगन की पिछली पांच रिलीज फिल्मों में भुज का वर्ड ऑफ माउथ घटिया माना जा सकता है. खराब वर्ड ऑफ़ माउथ फिल्म पर बुरा असर डाल सकती है.

भुज: द प्राइड ऑफ़ इंडिया से पहले अजय देवगन की पांच फ़िल्में आई हैं. इनमें पीरियड ड्रामा तान्हाजी: द अनसंग हीरो (2020), कॉमेडी ड्रामा दे दे प्यार दे, टोटल धमाल (सभी 2019 में रिलीज हुईं) और एक्शन क्राइम ड्रामा रेड (2018) शामिल हैं. आईएमडीबी (IMDb) पर तान्हाजी को 10 में 7.6, दे दे प्यार दे को 10 में से 6.6, टोटल धमाल को 10 में से 4.2 और रेड को 10 में से 7.4 रेट किया गया है. भुज को 10 में 6.0 रेट किया गया है. IMDb पर टोटल धमाल के बाद भुज की रेटिंग सबसे खराब है. वैसे IMDb रेटिंग किसी फिल्म के मनोरंजक होने का पैमाना नहीं है. मगर भुज के लिए सबसे बुरी बात यह भी है कि खराब रेटिंग के बावजूद टोटल धमाल जितनी एंटरटेनर थी, भुज में उसकी कमी साफ़ नजर आती है. यूजर रेटिंग को इशारा माना जा सकता है कि फिल्म का कंटेंट दर्शकों को बहुत पसंद नहीं आ रहा. इस साल जो बड़ी फ़िल्में आई हैं उसमें भी भुज की रेटिंग सलमान खान की राधे: योर मोस्ट वांटेड भाई के बाद सबसे घटिया कही जा सकती है.

IMDb पर 2021 में आई फिल्मों की रेटिंग जानने के लिए यहां क्लिक कर पढ़ें.

bhuj-ajay-devgan_081421012437.jpgआईएमडीबी पर भुज को मिली रेटिंग.

आईएमडीबी क्या है?

IMDb ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जिसपर रजिस्टर्ड यूजर किसी फिल्म को 0 से 10 पॉइंट के बीच रेट करते हैं, रिव्यू करते हैं. प्लेटफॉर्म फिल्म, टीवी प्रोग्राम, होम वीडियोज, वीडियो गेम्स और डिजिटल स्ट्रीमिंग कंटेंट से जुड़ा एक तरह का ऑनलाइन डेटाबेस है. यहां संबंधित कंटेट से जुड़े कास्ट, प्रोडक्शन क्रू, बायोग्राफी, संक्षिप्त कहानी, ट्रिविया, फैन और समीक्षकों के रिव्यू के साथ ही रेटिंग का ऑप्शन भी मिलता है.

गूगल पर भी भुज का ऑडियंस रिव्यू खराब, कमियां साझा हो रही हैं

गूगल ऑडियंस रिव्यू में भी अजय देवगन की भुज पर खराब रिव्यू निकल रहा है. गूगल पर ऑडियंस पोल में चार हजार से ज्यादा यूजर्स ने भुज को अब तक 5 में से 2.8 रेट किया है. यहां भुज के लिए यूजर्स रेटिंग को बेहतर कहा जा सकता है लेकिन ज्यादातर रिव्यू में यूजर्स ने बहुत सारी कमियां गिनाई हैं. जिन्होंने भुज देख ली है वो समझ सकते हैं कि यूजर्स ने फिल्म की जो कमजोरियां बताई हैं उसमें अधिकांश जेन्यूइन हैं. लोगों का मानना है कि युद्ध आधारित फिल्म होने की वजह से भुज को भव्य बनाने के लिए बेहतर ट्रीटमेंट की जरूरत थी. खासकर वीएफएक्स और फिल्म के दूसरे तकनीकी पक्षों और फिल्म की पटकथा पर लोगों का नाराजगी सामने आ रही है. फिल्म की कास्टिंग, पटकथा पर भी गुस्सा निकालते हुए कुछ यूजर ने लिखा कि भुज की कहानी को जैसे बनाया दिखाया गया, फिल्म उससे बेहतर डिजर्व करती थी. कुछ दर्शकों ने तो वॉर फिल्म के नाम पर भुज को अजय देवगन का मजाक भी करार दिया है. हकीकत में इन्हीं कमियों ने फिल्म का वर्ड ऑफ माउथ खराब कर दिया.

google-bhuj_081421012527.jpgभुज को लेकर गूगल पर ऑडियंस की रेटिंग कुछ इस तरह है.

भुज 1971 में पाकिस्तान से हुई जंग की सच्ची कहानी से प्रेरित है. पहली बार बॉलीवुड ने जंग में शामिल रहे वायुसेना के अफसरों को केंद्र में रखकर फिल्म बनाई है. दरअसल, 71 की जंग में पाकिस्तान की वायुसेना ने देश के पश्चिमी इलाकों में एयरबेस को निशाना बनाकर हमला किया था. भुज एयरबेस को लगभग तबाह कर दिया गया था. लेकिन बेस के प्रभारी स्क्वैड्रन लीडर विजय कार्णिक के नेतृत्व में गांव की स्थानीय महिलाओं ने बेस को रातोंरात ऑपरेशन के लिए तैयार कर दिया था. भुज बेस दोबारा तैयार होने की वजह से कच्छ के इलाके में पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ा था और देश ने मुश्किल हालात में सामरिक बढ़त ले ली थी. 71 की जंग का परिणाम आज का बांग्लादेश है.

भुज का निर्माण अजय देवगन के बैनर ने दूसरे प्रोड्यूसर्स के साथ मिलकर किया है. अभिषेक दुधैया का निर्देशन है. फिल्म में अजय देवगन, संजय दत्त, शरद केलकर, सोनाक्षी सिन्हा, नोरा फतेही और एमी विर्क ने अहम भूमिकाएं निभाई है. फिल्म 13 अगस्त से डिजनी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो रही है.

लेखक

अनुज शुक्ला अनुज शुक्ला @anuj4media

ना कनिष्ठ ना वरिष्ठ. अवस्थाएं ज्ञान का भ्रम हैं और पत्रकार ज्ञानी नहीं होता. केवल पत्रकार हूं और कहानियां लिखता हूं. ट्विटर हैंडल ये रहा- @AnujKIdunia

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय