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Updated: 08 दिसम्बर, 2020 01:48 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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क्या बॉलीवुड में सब ठीक है? क्या बॉलीवुड की बदौलत ऑडियंस का चीजों को देखने का नजरिया बदल चुका है ? जैसा आजकल का माहौल है, वो शख्स जो थोड़ा बहुत भी सिनेमा में रुचि लेता होगा ये सवाल अवश्य ही उसके दिमाग में आते होंगे. यदि ये सवाल आपको भी परेशान कर रहे हैं आपकी फिक्र सही है. चाहे वो एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत (Actor Sushant Singh Rajput Death) का मामला हो या फिर एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut), अनुपम खेर (Anupam Kher) और निर्देशक विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) का सामाजिक/ राजनैतिक मुद्दों पर मुखर होकर बोलना हो साफ है कि बॉलीवुड ने अपना स्वरूप बदल लिया और दो वर्गों में विभाजित हो गया है. एक वर्ग का झुकाव सरकार की तरफ है तो वहीं दूसरा वर्ग मुखर होकर सरकार की आलोचना करता है. क्योंकि बॉलीवुड राइट और लेफ्ट में बंट चुका है इसने सीधे तौर पर दर्शकों को प्रभावित किया है और अब नौबत मन मुताबिक न होने पर फिल्मों के बॉयकॉट (Boycott Bollywood) की आ गई है. सवाल होगा कि ये बातें क्यों ? जवाब है सैफ अली खान (Saif Ali Khan) और उनकी आने वाली फिल्म आदिपुरुष (Adipurush). बता दें कि अभी हाल में ही सैफ ने अपनी इस फ़िल्म को लेकर मीडिया से बात की थी और कहा था कि वो रावण के कैरेक्टर को न्याय संगत दिखाएंगे. सैफ का इतना कहना भर था विवाद हो गया. आगे के किसी भी विवाद से बचने के लिए भले ही सैफ अपनी सफाई (Saif Ali Khan Apologies For Adipurush) दे चुके हैं लेकिन बात इतनी जल्दी कहां खत्म होने वाली.

Adipurush, Saif Ali Khan, Prabhash, Film, Ravan, Ram, Hinduफिल्म आदिपुरुष का पोस्टर जिसमें एक्टर सैफ अली खान रावण का रोल करने वाले हैं

तमाम लोग हैं जिन्हें सैफ की ये अदा नागवार गुजरी है और उनका यही कहना है कि यूं इस तरह रावण का महिमामंडन कर सैफ ने न सिर्फ ओछी मानसिकता दर्शाई है बल्कि हिंदू धर्म का भी मजाक उड़ाया है. सोशल मीडिया पर तमाम लोग ऐसे हैं जिनका साफ कहना है कि हर हाल में इस फ़िल्म का बॉयकॉट होगा ताकि निर्देशकों और एक्टर्स को ये बात समझ में आ जाए कि अब वो दौर गया जब एक दर्शक फिल्मों में दिखाई गई तमाम व्यर्थ बातें यूं ही पचा जाता था.

जैसा कि हम बता चुके हैं आदिपुरुष पर विवाद गहराता देख सैफ ने अपना पक्ष जनता के सामने पेश किया है. सैफ ने ये कहकर विवाद पर ताला जड़ने का प्रयास किया है कि,'मुझे इस बात से अवगत कराया गया है कि मेरे एक बयान ने विवाद का रूप ले लिया है, जिसके चलते लोगों की भावनाएं आहत हो गई हैं. मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि ऐसा कोई मेरा इरादा नहीं था. मैं ईमानदारी से सभी से माफी मांगता हूं और अपने बयान को वापस लेना चाहता हूं.

अपना पक्ष मजबूत करने के लिए सैफ ने बाद में ये तक कहा है कि भगवान राम हमेशा से मेरे लिए धार्मिकता और वीरता के प्रतीक रहे हैं. आदि पुरुष बुराई पर अच्छाई की जीत के जश्न की कहानी है और पूरी टीम मिलकर महाकाव्य को बिना किसी विकृतियों के प्रस्तुत करने का काम कर रही है.'

गौरतलब है कि जब सैफ ने रावण की तारीफों के पुल बांधते हुए अपना बयान दिया था उस वक़्त ये बात भाजपा विधायक और पार्टी प्रवक्ता राम कदम को आहत कर गई थी और उन्होंने कहा था कि रामायण के तथ्यों से किसी भी सूरत में छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी. राम कदम ने सैफ अली खान पर निशाना साधते हुए कहा था कि क्या सैफ रावण के कृत्य को फ़िल्म के जरिए न्याय देंगे, यह कैसे संभव है? प्रभु श्रीराम धर्म को स्थापित करते राम और रावण के बीच युद्ध धर्म और अधर्म की लड़ाई है.

राम कदम ने फ़िल्म निर्माता निर्देशक को ये भी हिदायत दी थी कि आगे हिन्दू आस्थाओं का सम्मान करते हुए फ़िल्म बनाई जाए.ध्यान रहे कि 'आदिपुरुष में सैफ अली ख़ान और साउथ के सुपरस्टार प्रभाष लीड रोल में हैं. बात कैरेक्टर्स की हो तो इस फ़िल्म में सैफ रावण के किरदार में हैं.

कैसा रखा गया है फ़िल्म में रावण का रोल

फ़िल्म को लेकर जिस तरह की जानकारी मिल रही है यदि उसपर यकीन करें तो मिलता है कि भले ही अभी फ़िल्म की शूटिंग न शुरू हुई हो. मगर फ़िल्म में रावण को दयालु और मानवतावादी दिखाने की कोशिश की गई है. जोकि तथ्यात्मक रूप से पूर्णतः गलत है.

नहीं किया जाएगा माफ

लोग इस जानकारी से आहत हैं और उनका यही कहना है कि भगवान श्रीराम, माता सीता व हिन्दुओं की आस्था से जुड़े विषय हैं। यदि कोई निर्देशक या एक्टर इस तरह की फ़िल्म बना रहा है तो उसे तथ्यों का भली प्रकार से अध्ययन करना चाहिए. यदि किसी तथ्य के साथ छेड़छाड़ कर हिन्दू धर्म को अपमानित करने, हिन्दुओं की आस्थाओं को चोट पहुंचाने का काम कोई करेगा तो हिंदू समाज उसे हरगिज़ भी माफ नहीं करेगा.

उल्लेखनीय है कि सैफ अली खान के पिछले बयान पर बीजेपी प्रवक्ता और विधायक राम कदम ने कहा था कि रामायण के तथ्यों से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं फ़िल्म अभी बनी नहीं है और जिस तरह उड़ती उड़ती बातों पर सैफ ने अपना पक्ष रखा है उससे इतना तो बिल्कुल क्लियर हो गया है कि फ़िल्म बनने और फ़िल्म के रिलीज होने तक ऐसे कई मौके सैफ अली खान और फ़िल्म के निर्माता निर्देशक के सामने आएंगे जो परेशानी का सबब बनेंगे. सैफ इस बात को समझ लें कि भले ही सैफ ने सफाई दे दी हो लेकिन बात अभी खत्म नहीं हुई है. मामला तूल पकड़ेगा और बेइंतेहा पकड़ेगा.

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लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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