स्नेहांशु शेखर
snehanshu.shekhar
लेखक आजतक चैनल के एग्जीक्यूटिव एडिटर हैं.
सियासत | 9-मिनट में पढ़ें
परंपरागत वोटबैंक की छवि को न तोड़ पाना अखिलेश यादव को महंगा पड़ा
सपा की अब तक की छवि एक पार्टी की रही है, जो परंपरागत तौर पर मुस्लिम-यादवों की पार्टी मानी जाती रही है. अब प्रदेश की स्थिति इस तरह की है कि इन दो समुदायों की बदौलत मैजिक नंबर को पाना संभव नहीं था. सच यह है कि प्रदेश में 58 विधानसभा क्षेत्रों मुस्लिम मतदाता निर्णायक स्थिति में माने जाते हैं.सियासत | 12-मिनट में पढ़ें
UP exit poll: असरदार रहा मोदी-योगी ब्रांड, राशन और सुशासन के जादू का असर
चुनाव भले ही पांच राज्यों में हुए. लेकिन, दिल्ली हो या अन्य राज्य, राजनीतिक पंडितों-विश्लेषकों की नजर उत्तर प्रदेश (UP Election 2022) पर टिकी हुई थी, और उसके कारण भी स्पष्ट हैं. संक्षेप में कहें, तो ये परिणाम अगले दो साल के देश के राजनीतिक दिशा (Exit Poll) को तय करने वाले होंगे.सियासत | 12-मिनट में पढ़ें
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सियासत | 8-मिनट में पढ़ें
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