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Updated: 04 अगस्त, 2021 09:15 PM
देवेश त्रिपाठी
देवेश त्रिपाठी
  @devesh.r.tripathi
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टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic 2021) के आगाज के साथ ही मीराबाई चानू ने वेट लिफ्टिंग में भारत की 'चांदी' कर दी थी. इसके बाद लवलीना बोरगोहेन, पीवी सिंधू और भारतीय महिला हॉकी टीम की लड़कियों ने अपने शानदार खेल के दम पर लोगों का दिल जीत लिया. लवलीना बोरगोहेन ने मुक्केबाजी में और पीवी सिंधू ने बैडमिंटन में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता. वहीं, भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women Hockey Team) भी अब कांस्य पदक के लिए ग्रेट ब्रिटेन से भिड़ेगी. बीती 23 जुलाई को ओलिंपिक खेलों का आगाज होने के बाद से भारतीय पुरुष हॉकी टीम को छोड़ दिया जाए, तो अब तक हुए अन्य खेलों में भारतीय लड़के दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे थे. भारतीय पुरुष हॉकी टीम सेमीफाइनल में हारने के बाद अब ब्रॉन्ज मेडल की रेस में है. भारतीय पुरुष खिलाड़ियों के लिए टोक्यो ओलंपिक आज का दिन काफी अहम रहा. ओलंपिक्स की शुरुआत के 13वें दिन में भारतीय पुरुष खिलाड़ियों ने भी मेडल की उम्मीदें जगा दी हैं. आइए जानते हैं कि भारत को अब किन और खेलों में पदक मिलने की संभावना है.

भारतीय पहलवान रवि दहिया ने टोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए चौथा मेडल पक्का कर दिया है.भारतीय पहलवान रवि दहिया ने टोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए चौथा मेडल पक्का कर दिया है.

कुश्ती में रवि दहिया से एक दांव की दूरी पर 'सोना'

भारतीय पहलवान रवि दहिया (Ravi Dahiya) ने टोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए चौथा मेडल पक्का कर दिया है. कुश्ती की प्रतिस्पर्धा में 57 किग्रा वेट केटेगरी के सेमीफाइनल में पहलवान रवि दहिया ने कजाकिस्तान के नूरीस्लाम सनायेव को पटखनी देकर फाइनल में जगह बना ली है. चौथी वरीयता प्राप्त भारतीय पहलवान रवि दहिया एक समय कजाकिस्तान के सनायेव से 2-9 से पीछे चल रहे थे. लेकिन, खेल का एक मिनट बाकी रहते दहिया ने शानदार वापसी की और विरोधी पहलवान को चित्त कर विक्ट्री बाय फॉल रूल से जीत हासिल की. 2015 में पहली बार रवि दहिया ने जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था. इसके बाद 2018 में अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी उन्होंने चांदी का पदक हासिल किया था. 2020 और 2021 की एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में रवि दहिया ने गोल्ड मेडल जीता था.

जेवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा का कमाल

अपना पहला ओलंपिक खेल रहे नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने जेवलिन थ्रो प्रतिस्पर्धा में अपने पहले ही प्रयास में फाइनल में जगह पक्की कर ली. पूल ए के क्वालिफिकेशन राउंड में नीरज चोपड़ा ने 86.65 मीटर थ्रो कर टॉप पर रहे. क्वालिफाइंग राउंड में नीरज चोपड़ा को कम से कम 83.50 मीटर का स्कोर हासिल करना था. लेकिन, उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में फाइनल की रेस में जगह बना ली. नीरज चोपड़ा के इस शानदार प्रदर्शन से भारत की मेडल की उम्मीदें बढ़ गई हैं. नीरज चोपड़ा का पर्सनल बेस्ट थ्रो 88.07 मीटर का रहा है. अगर वो अपने इस प्रदर्शन को ही दोहरा देते हैं, तो भारत के नाम एक और मेडल पक्का हो जाएगा. नीरज चोपड़ा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब तक 6 मेडल अपने नाम कर चुके हैं.

दीपक पुनिया गोल्डन दांव नहीं लगा पाए, लेकिन कांस्य की रेस में

कुश्ती में भारत के लिए एक और पदक की उम्मीद दीपक पुनिया से भी रहेगी. भारतीय पहलवान दीपक पुनिया (Deepak Punia) ने क्ववार्टर फाइनल में चीन के पहलवान को जिस अंदाज में मात देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था. लोगों को उम्मीद थी कि दीपक पुनिया भी भारत की ओर से स्वर्ण पदक की रेस में रहेंगे. लेकिन, सेमीफाइनल में दीपक पुनिया अमेरिकी पहलवान के आगे शुरुआत से ही कमजोर दिखे. दीपक पुनिया के खिलाफ अमेरिकी पहलवान ने टेक्निकल सुपीरियरिटी के आधार पर 10-0 से जीत दर्ज की. यानी दूसरे राउंड की जरूरत ही नहीं पड़ी. हालांकि, इस हार के बाद भी दीपक पुनिया से उम्मीदें है कि वो कांस्य पदक के लिए इस बार अपना दांव सही से खेलेंगे.

लेखक

देवेश त्रिपाठी देवेश त्रिपाठी @devesh.r.tripathi

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं. राजनीतिक और समसामयिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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