पेस को डेविस कप से बाहर करना 'डबल फॉल्ट' जैसा
पेस के खेल में अभी भी गजब की फुर्ती है. हाल ही में उन्होंने खिताब भी जीता है. अब वे सिर्फ डेविस कप से ही दूर नहीं है, बल्कि एक बड़े रिकॉर्ड को पाने से भी उन्हें दूर कर दिया गया है.
-
Total Shares
पेस ने 4 दिन पहले ही लियोन चैलेंजर खिताब अपने नाम किया है. वे रोमांचित होते एक और खिताब को पाने के लिए. ये खिताब कोई ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक रिकॉर्ड होता. डेविस में कप में सबसे ज्यादा डबल्स मैच जीतने का वर्ल्ड रिकॉर्ड. लेकिन उन्हें इस मुकाम को पाने से वंचित कर दिया गया है.
टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस के फैंस के लिए बुरी खबर है. उन्हें उज्बेकिस्तान के खिलाफ एशिया ओसियाना डेविस कप मुकाबले के लिए टीम में जगह नहीं दी गई है. डेविस कप से बाहर किए जाने पर लिएंडर पेस ने कहा कि- 'मुझे मैक्सिको से बुलाया गया और फिर उसके बाद डेविस कप टीम से हटाया गया. मेरा मानना है कि किसी भी खिलाड़ी को चुनने के लिए फॉर्म ही एकमात्र मापदंड होना चाहिए. लेकिन यहां तो फॉर्म पर न ध्यान देकर अपनी पसंद के खिलाड़ी चुना जाता है.'
उनकी जगह इस बार टीम में रोहन बोपन्ना को जगह दी गई है. पेस इससे भी खासे नाराज दिखे और दो टूक शब्दों में कहा- 'टीम में मेरी जगह रोहन बोपन्ना को लिया गया है जिसने पिछले 4-5 हफ्तों से कुछ भी नहीं जीता है. पेस ने कहा कि मैं देश के लिए डेविस कप में खेलकर गौरव प्राप्त करना चाहता हुं. मैं कड़ी मेहनत कर टीम में वापसी करुंगा.'
27 साल के शानदार कॅरियर में पेस के साथ ऐसा पहली बार हो रहा है कि उन्हें डेविस कप टीम में शामिल नहीं किया गया है. ऐसे मौके पर उनके टेनिस में योगदान का याद करना तो बनता ही है. वे कई बार भारत को गौरव दिलवा चुके हैं.
1. 43 वर्षीय दिग्गज टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने 1990 में जयपुर में जापान के खिलाफ डेविस कप में पदार्पण किया था.
2. लिएंडर पेस को डेविस कप के इतिहास में सर्वाधिक डबल्स मैच जीतने का रिकॉर्ड बनाने के लिए केवल एक जीत की जरुरत है. पेस ने अभी तक डेविस कप में 42 डबल्स मुकाबले जीते हैं और वह इटली के स्टार खिलाड़ी निको पीटरांजेली की बराबरी पर हैं.
3. 1996 में लिएंडर पेस को उनके टेनिस में उत्तम प्रदर्शन के लिए ‘राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार’ दिया गया.
4. लिएंडर के बारे में कहा जाता कि वह हरफनमौला किस्म के बड़बोले स्वभाव के हैं. पेस को 26 जनवरी 2001 को महेश के साथ ‘पद्मश्री’ सम्मान प्रदान किया गया.
5. सदाबहार खिलाड़ी लिएंडर पेस ने वर्ष 2006 में टेनिस कोर्ट पर कामयाबी का नया इतिहास रच डाला था. उन्होंने इसी वर्ष मार्टिन डैम के साथ अमेरिकी ओपन में पुरुष डबल्स का खिताब जीता और इसी वर्ष उन्होंने आस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में जगह बनाई. 2006 में दोहा एशियाड (दिसम्बर में) अपने तमाम विवादों के बावजूद महेश भूपति के साथ मिलकर पुरुष डबल्स खिताब जीता और सानिया मिर्जा के साथ मिक्सड डबल्स का खिताब जीतकर वर्ष का शानदार समापन किया था.
टकराव की नई रैली शुरू.
6. लिएंडर पेस की डबल्स की सर्वाधिक रैकिंग-1 रही है. सबसे अच्छी एकल रैकिंग 73 रही है.
7. लिएंडर पेस ओलिंपिक खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं और पेस 18 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन हैं और उन्होंने 54 डेविस कप मुकाबले खेले हैं.
8. लिएंडर पेस देश के सफलतम टेनिस खिलाड़ियों में से एक हैं. महेश भूपति के साथ डबल्स में उन्होंने कई एटीपी खिताब अपने नाम किए. पेस-भूपति को जोड़ी को एक समय विश्व में शीर्ष वरीयता हासिल थी.
9. पेस के साथ पिछले 27 वर्षो में ऐसा पहली बार उन्हें फॉर्म के आधार पर बाहर किया गया है.
10. पेस के खेल में अभी भी गजब की फुर्ती है. 43 साल की उम्र में भी वे कोर्ट पर युवा प्लेयर्स को टक्कर देते नजर आते हैं.
उपलब्धियां और भी :
1990- विंबलडन जूनियर ख़िताब जीता.
1996- अटलांटा ओलंपिक- एकल कांस्य पदक जीता. इस जीत के साथ ही पेस ने व्यक्तिगत खेलों में भारत के लिए 44 साल पड़े सूखे को समाप्त किया था.
1999- चार ग्रैंड स्लैम मुकाबलों में युगल खेल में सभी के फाइनल में पहुंचा, फिर विबंलडन और फ्रेंच ओपन मुकाबला जीता. विबंलडन का मिक्स युगल का खिताब जीता.
2001- फ्रेंच ओपन का युगल खिताब अपने नाम किया.
2003- मार्टिना नवरातिलोवा के साथ मिक्स डबल्समें विबंलडन व ऑस्ट्रेलियई ओपन में विजय प्राप्त की.
2004- 9 अप्रैल 2004 को जापान के ओसाका में डेविस कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम से जापान के साथ मुकाबले में डेविस कप में जीत दिला दी.
( कंटेंट : मोनू चहल, ichowk.in के साथ इंटर्न )
य़े भी पढ़ें-
पेस क्यों हैं सर्वकालिक महान टेनिस खिलाड़ी...
तो इसलिए लिएंडर पेस के साथ नहीं खेलना चाहते थे बोपन्ना!
ओलंपिक में भारतीय टेनिस की लुटिया डुबोने की जिम्मेदारी कौन लेगा?
आपकी राय