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Updated: 20 अगस्त, 2015 12:02 PM
आईचौक
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औरतों के लिए अपनी पहचान बनाना जरूरी है क्या? 

खासकर तब - जब उनके पति की समाज में इज्जत है, पहचान है, वो बढ़िया कमा रहे हैं.

खासकर तब - जब अगली पीढ़ी को इस दुनिया में लाने और उसके पालन-पोषण की जिम्मेदारी इनके कंधों पर है.

खासकर तब - जबकि ससुराल से लेकर अपने मां-बाप का ख्याल रखने की जिम्मेदारी भी इनकी ही होती है.

अगर ये सारे 'खासकर' आपके दिमाग में चलते रहते हैं, आपके तर्क भी इन्हीं 'खासकर' के इर्द-गिर्द घूमते हैं तो फिर आप चाहे किसी भी सेक्स (मर्द या औरत) के हों, आपको यह वीडियो जरूर देखना चाहिए. वो क्या है न, दिमाग की खिड़कियां खुले रखने से साफ-सुथरे विचार आते हैं, वरना...

एक बात और, देश की आधी आबादी (महिलाएं) घरेलू कामों का 70 फीसदी बोझ उठाती हैं. इसके बावजूद अर्थव्यवस्था में उनकी भागीदारी कितनी है और देश के कुल वेतन भुगतान का कितना हिस्सा उनकी झोली में जाता है, इससे जुड़ा चौंकाने वाला सच आपको वीडियो के अंत में दिखेगा...

हमने तो देख लिया यह काला सच, आप भी देखें...

#यूट्यूब, #वीडियो, #सोशल मीडिया, यूट्यूब, वीडियो, सोशल मीडिया

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