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Updated: 17 मई, 2021 07:42 PM
ज्योति गुप्ता
ज्योति गुप्ता
  @jyoti.gupta.01
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यह सोचकर ही कितना अच्छा लगता है कि एक दिन ऐसा आएगा जब हम कोरोना वायरस पर जीत (defeat coronavirus) हासिल कर चुके होंगे. हम अपने दोस्तों से मिल सकेंगे, बाहर जा सकेंगे और मास्क उतार (When we can remove coronavirus mask in india) सकेंगे. जब बड़ों के कंधों पर ऑफिस और बच्चों के पीठ पर स्कूल बैग होगा.

जब घर की महिलाएं शॉपिंग कर एक साथ किटी पार्टी करेंगे. जब मजदूर बिना डरे शहर में पैसे कमा सकेगा. जब छोटे व्यापारियों का बिजनेस बंद नहीं होगा और बड़ी कंपनियां लोगों को नौकरी देंगी. कितना अच्छा होगा जब हमारे चेहरे पर मुस्कुराहट होगी, मास्क नहीं.

Mask, mask of, Rid of mask, remove mask, mask in indiaमास्क से छुटकारा के लिए वैक्सीनेशन की स्पीड बढ़ानी होगी

यह तब होगा जब कोविड-19 (covid-19) पूरी तरह खत्म हो जाएगा. तब तक आपको मास्क (corona mask) पहने रहना है. हर कोई यही चाहता है कि हम कोरोना से जंग जीत जाएं और हम जीतेंगे भी, यह हर भारतीय का यकीन है. इसी बीच खबर सामने आ रही है कि अमेरिका में वैक्सीन लगवा चुके लोगों को बिना मास्क (rid of mask in india) के रहने की परमिशन दे दी गई है. इसके बाद हमारे लोग यह जानना चाहते हैं कि हमारे देश में ऐसा कब होगा जब बिना मास्क (surgical mask) के रह सकेंगे. दरअसल, कई लोगों के मास्क से भी परेशानी होती है.

एक्सपर्ट ने यह भी कहा था कि घर में भी मास्क लगाकर रहें. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग डबल मास्क (double mask) का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि अगर भारत में अमेरिका जैसे कंडीशन चाहते हैं तो वैक्सीनेशन की स्पीड (vaccination speed in India) को तीन गुना बढ़ाना होगा.

एम्स के पूर्व डायरेक्टर डॉ. एमसी मिश्रा के अनुसार, अमेरिका में लगभग 25 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज (vaccine in india) लग चुकी है. इसके मुकाबले हमारे देश में करीब 18 करोड़ लोगों को ही वैक्सीनेशन हुआ है. भारत में कोरोना के मामले में कमी लाने के लिए कम से कम 50 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगनी चाहिए.

फिलहाल वैक्सीन की कमी के कारण कम लोगों का ही वैक्सीनेशन हो पा रहा है. देश में कोरोना हालात (corona peak) देखते हुए जरूरी है कि रोज लगभग 50 लाख लोगों को वैक्सीन लगे. वहीं अनुमान लगाया जा रहा है कि रोज करीब 90 लाख से एक करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाएगी. ऐसा कंपनियों के प्रोडक्शन बढ़ाने से संभव हो पाएगा. इसके साथ ही नई कंपनियों की वैक्सीन भी आने वाली है.

साल के अंत तक मिल सकता है मास्क से छुटकारा

अगर जुलाई से रोज 90 लाख या एक करोड़ लोगों को वैक्सीन लगती है तो इस साल के अंत यानी दिसंबर तक 100 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन हो जाएगा. ऐसे में वे लोग ज्यादा होंगे जिनकी वैक्सीनेशन हो चुका होगा. इस तरह संक्रमण (corona infection) फैलने का खतरा भी कम होगा. अगर ऐसा हुआ तो दिसंबर तक मास्क से छुटकारा मिलने की अनुमान लगाया जा रहा है.

वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के नेशनल प्रेजिडेंट डॉ. जे ए जयलाल का मानना है कि कोरोना मामले में अभी भी हम अमेरिका से बहुत पीछे हैं. मेरे हिसाब से अभी लोगों को मास्क उतारने का नहीं सोचना चाहिए. अगर हम अमेरिका जैसे हालात चाहते हैं तो रोजाना करीब 50-60 लाख लोगों का वैक्सीनेशन करना होगा. ऐसा संभव हुआ तो एक महीने में करीब 15 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकेगी.

इस तरह दिसंबर तक लगभग 100 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग जाएगी. यानी ज्यादा लोग वे होंगे जिनका वैक्सीनेशन हो चुका होगा. इस तरह संक्रमण फैलने का खतरा कम हो सकता है. हां, लेकिन एक बात ध्यान देने वाली यह है कि मौजूदा हालात में वैक्सीनेशन की स्पीड काफी बढ़ानी होगी.

अमेरिका में लोग मास्क निकाल रहे हैं, क्योंकि वहां के ज्यादातर लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. हमारे यहां के हालात अमेरिका की तरह नहीं बल्कि बेहद खराब हैं. यहां ऑक्सीजन, बेड और दवाइयों के लिए भी लोग परेशान हैं. वैक्सीन लगवाने के लिए भी स्लॉट बुक नहीं हो पा रहा. तो हमारे यहां मास्क उतारने के दिन कब आएंगे, फिलहाल दिसंबर तक इंतजार कीजिए और तब तक कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कीजिए. मास्क लगाकर रहिए और उस दिन का इंतजार कीजिए जब सब ठीक हो जाएगा, वो दिन जल्द आएगा.

लेखक

ज्योति गुप्ता ज्योति गुप्ता @jyoti.gupta.01

लेखक इंडिया टुडे डि़जिटल में पत्रकार हैं. जिन्हें महिला और सामाजिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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