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Updated: 04 सितम्बर, 2017 01:35 PM
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हमारे देश को पहली महिला रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन के तौर पर मिल गई है. महिलाओं को लेकर भारत में जितनी भी बातें कहीं जाती हैं उतना ही भारतीय महिलाएं आगे बढ़ी हैं. मंत्रालय से लेकर ISRO तक सभी जगह महिलाएं अपना झंडा गाड़ रही हैं. आएएस ही नहीं आईपीएस बनकर देश में कायदा कानून ठीक तरह से चले इसके लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं. ये किरण बेदी से शुरू हुआ और अब न जाने कितनी ही महिलाएं अपनी सफलता का परचम फैला रही हैं.

1. मेरिन जोसफ..

केरल की सबसे कम उम्र की महिला आईपीएस ऑफिसर मेरिन ने यूपीएससी की परीक्षा 25 साल की उम्र में ही पास कर ली थी. मेरिन तब न्यूज में आईं थीं जब एक मीडिया हाउस ने उनकी खूबसूरती को लेकर एक आर्टिकल छापा था और उन्हें खूबसूरत IPS ऑफिसर्स की लिस्ट में रखा था. मेरिन ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए उस आर्टिकल का विरोध किया था.

मेरिन जोसफ

2. अपराजिता राय..

सिक्किम की पहली महिला IPS ऑफिसर बनी हैं. 8 साल की उम्र में पिता को खोने के बाद अपराजिता की मां ने ही उन्हें संभाला. उस दौरान लोगों के प्रति सरकारी अफसरों का रूखा बर्ताव देखकर ही अपराजिता ने सोच लिया था कि वो आगे चलकर सरकारी अफसर बनेंगी. अपनी ट्रेनिंग के दौरान लगभग हर तरह का अवॉर्ड उन्हें मिल चुका है.

अपराजिता राय

3. सोनिया नारंग...

एक ऐसी ऑफिसर जिन्होंने MLA को थप्पड़ मारने के पहले एक बार भी नहीं सोचा. अपने पिता की तरह सोनिया भी हमेशा से खाकी वर्दी पहनने का सपना देखती थीं. नारंग ने एक्सटॉर्शन रैकेट का पर्दाफाश किया है. सोनिया के लिए ये बात चर्चित है कि वो किसी भी तरह की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं कर सकतीं.

सोनिया नारंग

4. रुवेदा सलाम..

एक डॉक्टर और एक आईपीएस ऑफिसर. रुवेदा ने ये साबित कर दिया कि वो कुछ भी कर सकती हैं. MBBS क्लियर करने के बाद रुवेदा ने अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए सिविल सर्विस की परीक्षा दी. हैदराबाद में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद रुवेदा तमिलनाडु में असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस के पद पर चेन्नई में पोस्टेड हैं.

रुवेदा सलाम

5. मीरा बोर्वनकर...

150 सालों में पहली बार मुंबई क्राइम ब्रांच डिपार्टमेंट को हेड करने वाली पहली महिला अफसर मीरा ही थीं. जलगांव सेक्स स्कैंडल, अबू सलेम प्रत्यर्पण केस, इक्बाल मिर्ची प्रत्यर्पण केस जैसे कई हाईप्रोफाइल केस मीरा ने ही सुलझाए थे. अपने काम के लिए उन्हें 1997 में प्रेसिडेंट मेडल भी मिला था.

मीरा बोर्वनकर

6. संगीता कालिया...

मंत्रियों के खिलाफ काम करने वाली ये महिला आईपीएस ऑफिसर एक टीवी सीरियल से प्रेरित होकर आईपीएस बनने का ख्वाब देखने लगीं. इन्हें ये ख्वाब सच करने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी. असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर काम करने वाली संगीता ने तीसरी बार में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली.  2015 में हरियाणा के स्वास्थ मंत्री अनिल विज के खिलाफ खड़े होने के लिए संगीता को जाना जाता है.

संगीता कालिया

7. सुभासिनी सनकरण..

पिछले साल जुलाई में सीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने वाली पहली महिला आईपीएस ऑफिसर बन गईं. 23 दिसंबर 2014 को नैशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड के कुछ उग्रवादियों ने 30 आदिवासियों को सोनपुर डिस्ट्रिक्ट में मार दिया था. सुभासिनी की टीम वहां 20 मिनट के अंदर पहुंच गई थी.

सुभासिनी सनकरण

8. सौम्या संबासिवन...

शिमला की पहली महिला IPS ऑफिसर सौम्या माइनिंग माफिया के खिलाफ अपनी जंग के कारण जानी जाती हैं. 2010 आईपीएस बैच की सौम्या ने 6 मर्डर केस सुलझाए हैं. ड्रग माफिया को लेकर भी सौम्या ने जंग लड़ी है और सौम्या लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं.

सौम्या संबासिवन

9. संजुक्ता पाराशर...

सिविल सर्विस परीक्षा में 85 रैंक आने के बाद भी इन्होंने IAS की जगह IPS चुना. असम में पोस्टिंग के दौरान CRPF जवानों की टुकड़ी को लीड किया और 15 महीने में ही 64 लोगों को अरेस्ट किया और कई टन हथियार, गोला-बारूद बरामद किया. इन्हें कई बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है.  

संजुक्ता पाराशर

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