विवादों पड़ गया इटली का न्यूड मूर्तियां ढंकना
इटली सरकार ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी की इटली यात्रा के लिए अपने म्यूजियम की ऐतिहासिक न्यूड मूर्तियों को ढंक दिया है, इटली के इस कदम की उसके नागरिकों ने कड़ी आलोचना की है, आखिर इटनी ने ये कदम क्यों उठाया?
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पिछले वर्ष अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को सीमित करने के फैसले के बाद अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों से मुक्त ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी इटली की यात्रा पर पहुंचे हैं. लेकिन जिस बात ने रूहानी की इस इटली यात्रा के प्रति सबका ध्यान खींचा है वह दोनों देशों के संबंध नहीं बल्कि इटली सरकार द्वारा रूहानी के स्वागत के लिए उठाया गया ऐसा कदम है जिसके लिए उसके अपने नागरिक भी उससे खुश नहीं है.
दरअसल इटली सरकार ने ईरान की भावनाओं का ख्याल रखते हुए अपने म्युजियम की न्यूड मूर्तियों को ढंक दिया है. इस्लाम में न्यूडिटी को हराम माना जाता है. इसलिए इटली नहीं चाहता था कि उसकी कोई भी बात ईरान और इटली के संबंधों में दरार डाले. आइए जानें ईरान को खुश करने के लिए इटली द्वारा की गई अजीबोगरीब कोशिश के बारे में.
ईरानी राष्ट्रपति के स्वागत में इटली ने न्यूड प्रतिमाओं को ढंकाः इटली के प्रधानमंत्री मैट्टो रेंजी और पोप फ्रांसिस से मिलने के लिए रोम पहुंचे ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी की इस यात्रा के लिए इटली ने कैपिलोलाइन म्युजियम की न्यूड मूर्तियों को ढंक दिया है. दरअसल इटली सरकार ने एक मुस्लिम देश के राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान किसी भी तरह के विरोध से बचने के लिए ये कदम उठाया है. इटली के इस कदम की चर्चा मीडिया में होने के बाद ही इटली सरकार स्थानीय लोगों के निशाने पर आ गई है. लोगों ने सरकार के इस कदम की आलोचना करते हुए कहा कि इसे इटली का ईरान के प्रति आत्मसमर्पण करार दिया.
Nude statues covered at #rome Capitoline museum for visit of #iran's #rouhani https://t.co/LTZ6j6SfYX via @Agenzia_Ansa
— JosephineMcKenna (@JosephineMcK) January 26, 2016
हालांकि यह पहली बार नहीं है कि जब इटली ने किसी मुस्लिम डिप्लोमट की यात्रा के दौरान अपनी यहां की न्यूड तस्वीरों को ढंका है. इससे पहले पिछले वर्ष अक्टूबर में भी अबू धाबी के प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद की इटली यात्रा के दौरान फ्लोरेंस स्थित गेंजिंग बॉल नामक मूर्ति को ढंक दिया गया था.
इटली के लोगों ने की सरकार के कदम की तीखी आलोचनाः ईरानी राष्ट्रपति की यात्रा के कारण न्यूड मूर्तियों के ढंकने के सरकारी कदम से नाराज डारियूस आर्या ने ट्विटर पर लिखा, 'ईरान की यात्रा ने इटली को सुधारों के खिलाफ ला खड़ा किया है.' लोगों का कहना है कि अगर ईरान अपने यहां के नियमों को इटली के लिए नहीं बदलता है तो फिर इटली को ईरान के लिए इस तरह के कदम उठाने की क्या जरूरत है.
न सिर्फ इटली बल्कि ईरान की संस्थाओं ने भी इटली सरकार के इस कदम की तीखी आलोचना की है. ईरान की महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करने वाले ग्रुप 'माई स्टेल्थी फ्रीडम' ने इटली की महिला राजनीतिज्ञों को इस फैसले के खिलाफ आवाज उठाने का अह्वाहन करते हुए कहा है, 'वे किसी भी गैर-मुस्लिम महिला को ईरान की यात्रा के दौरान खुद को ढंकने के लिए बाध्य करते हैं. अगर आप खुद को बिना ढंके ईरान की यात्रा करती हैं तो आपको एयरपोर्ट से ही लौटा दिया जाएगा या फिर अगर आप एक ईरानी महिला हैं तो आपको शिक्षा नहीं दी जाएगी.'
दरअसल अगर आप इटली के इस कदम से हैरान है तो इसकी वजह भी जान लीजिए. इटली पिछले कुछ वर्षों से आर्थिक संकट से गुजर रहा है और वहां बेरोजगारी दर काफी बढ़ गई है. ईरान के राष्ट्रपति की इस यात्रा के दौरन ईरान द्वारा इटली की कंपनियों से करीब 17 अरब यूरो की डील किए जाने की संभावना है जोकि इस समय इटली के लिए बहुत ही जरूरी है. यानी ये सिर्फ इटली की मेहमाननवाजी नहीं बल्कि अपने हित के लिए भी उठाया गया कदम है.
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