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Updated: 19 जनवरी, 2018 06:01 PM
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पोलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम यानि PCOS. एक ऐसी बीमारी जो आज के समय में हर 10 में से 1 महिला को PCOS है. ये एक आम हार्मोनल गड़बड़ी बनती जा रही है, जो महिलाओं को प्रजनन करने वाली उम्र में होती है और इससे शरीर में मेल हार्मोन्स की संख्या बढ़ जाती है. जैसे शरीर में अधिक बाल आते हैं, चेहरे पर बाल आते हैं, पिंपल होते हैं, सिर के बाल कम होने लगते हैं, पीरियड साइकिल बदल जाती है और अगर ये अपने चरम पर है तो बांझपन जैसी समस्या भी हो सकती है.

PCOS से ग्रसित हर 10 में से 6 लड़कियां टीनएज में होती हैं और ये संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही है. अगर ठीक समय पर डॉक्टर से संपर्क नहीं किया गया तो ये टाइप 2 डायबिटीज, मोटापा और दिल की बीमारियों का भी कारण बन सकता है. अगर हालत बहुत बिगड़ गई तो एंडोमिट्रायल कैंसर हो सकता है.

कोई इलाज नहीं..

जी हां, इसका कोई इलाज नहीं है. एक बार PCOS हो जाने के बाद महिलाओं को हमेशा इसे अपने साथ लेकर चलना पड़ता है. हालांकि, सही लाइफस्टाइल और डायट इसे झेलना आसान बना सकती है. दवाएं तो चलती ही रहती हैं, लेकिन साथ ही सही खाना भी जरूरी है.

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ये पांच तरीके PCOS को थोड़ा कम खतरनाक बनाएंगे...

वो महिलाएं जिन्हें PCOS होता है उन्हें टाइप 2 डाइबिटीज का खतरा होता है. उनका कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉलिज्म भी इससे प्रभावित होता है. इसके लिए खान-पान में कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर खाना लेना चाहिए. GI (ग्लाइसेमिक इंडेक्स) डाइट चार्ट में से सबसे कम GI वाला खाना सेहत पर सबसे ज्यादा असर कर सकता है. कम GI वाला खाना बल्ड इंसुलिन लेवल को ठीक कर सकता है. PCOS से ग्रसित महिलाओं को शक्कर से भरपूर खाना वैसे भी नहीं खाना चाहिए. ये हालात को और बिगाड़ सकता है.

इसमें सेब, आड़ू, कीवि, चेरी, संतरा आदि फल ले सकते हैं. अगर मीठा खाना हो तो सिनामन खा सकते हैं, इससे ब्लड शुगर लेवल भी नहीं बढ़ेगा और समस्या भी कम होगी. क्योंकि ऐसे समय में शरीर में एनर्जी की कमी होती है तो एक्सरसाइज छूट जाती है, लेकिन ऐसा करना सही नहीं. थोड़ा बहुत वर्कआउट जरूरी है.

2. सोया और डेयरी प्रोडक्ट बिलकुल नहीं...

एक आसान तरीका PCOS से लड़ने का है दूध और इससे जुड़ी हर चीज़ को त्याग देना. प्रोटीन लेने के अन्य तरीके भी होते हैं.

हड्डियों की समस्या, बालों का झड़ना, दातों की समस्या के लिए प्रोटीन लेना जरूरी है जो PCOS के साथ होती है, लेकिन सोया और दूध सही ऑप्शन नहीं होगा. दूध से महिलाओं के शरीर में टेस्टोस्टिरोन बढ़ जाता है जो पहले से ही बढ़ा हुआ होता है. सोया से पीरियड्स की समस्या और गहरा जाती है.

3. फैटी एसिड से भरपूर खाना खाएं...

फैटी एसिड (असंतृप्त अम्ल) जो शरीर में नहीं बनता अत: उसको भोजन द्वारा प्राप्त किया जाता है. इससे खून में कोलस्ट्रोल का स्तर नहीं बढ़ता. दो तरह के फैटी एसिड (ओमेगा-3 और ओमेगा-6) होते हैं.

ये कोषिकाओं को स्वस्थ्य रखने के लिए भी जरूरी है. अगर ये सही मात्रा में नहीं होता तो PCOS और बिगड़ सकता है. ओमेगा-3 से भरपूर खाना PCOS में मददगार साबित हो सकता है.

4. कॉफी से करें तौबा...

कॉफी जैसे द्रव्य एड्रेनल ग्लैंड को हार्मोन्स बनाने में मदद करता है. ऐसे में शरीर में एस्ट्रोजेन लेवल बढ़ जाता है. इससे सिस्ट यानि गांठ बन सकती है. एक कप कॉफी से शरीर में कॉर्टिसॉल और इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है. इसलिए चॉकलेट और कॉफी PCOS के मरीजों को कम से कम लेनी चाहिए.

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5. हरी सब्जियां..

मैग्नीशियम से भरपूर हरी सब्जियां, भाजी, साग आदि PCOS से लड़ने में मददगार साबित होते हैं. इसमें काफी कम कैलोरी होती है और न्यूट्रीशन काफी ज्यादा. आइरन, कैल्शियम, पोटैशियम और विटैमिन B,C,E और K इसमें काफी ज्यादा होता है. क्योंकि PCOS से इनसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है इसलिए मैग्नीशियम से भरपूर खाना बेहतर होता है. इससे गांठ की समस्या भी कम होती है.

सही खाना और सही डायट PCOS से लड़ने के लिए काफी जरूरी है.

Dailyo से साभार..

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