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Updated: 11 जून, 2022 06:15 PM
ज्योति गुप्ता
ज्योति गुप्ता
  @jyoti.gupta.01
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जो काला है, उसे गोरा होना है, जो गोरा है उसे काला होना है, जो गोरा है उसे एकदम सफेद होना है, जो सफेद है उसे पिंक वाला गोरा होना है. जो मोटा है उसे पतला होना है और जो पतला है उसे मोटा होना है...किसी को होठ मोटे करने हैं तो किसी को गाल उभारने हैं. ऊफ्फ इतना सारा एक्सपेरिमेंट वो भी एक की शरीर पर...कुछ महिलाएं खूबसूरत दिखने के लिए शायद पागल हो चुकी हैं. वे बोटोक्स और कॉस्मैटिक सर्जरी का इस्तेमाल ऐसे कर रही हैं जैसे चेहरे पर हल्दी और बेसन लगा रही हों.

इस नई नवेली दुल्हन का नाम पियाता ताउवाहर था. जो 30 साल की थी. जिसे खूबसूरत दिखना था इसलिए वह पार्लर में कॉस्मैटिक ट्रीटमेंट करा रही थी, लेकिन इस चक्कर में उसकी मौत हो गई. पति उसका इंतजार करता रहा, उसे 2 घंटों तक फोन लगाता रहा, लेकिन अफसोस कि दोनों की दुनिया शुरु होने से पहले ही खत्म हो गई. अब वह अकेला अपनी दुल्हन की याद में हताश हो रहा है. अभी तो शादी हुई थी, अभी तो नया घर भी लेना था, होने वालों बच्चों के नाम सोचे थे और साथ में दुनिया घूमने का सपना...सब का सब धरा रह गया. घर में आने वाले मेहमानों की लिस्ट, घर का सामान सब बिखरा पड़ा है.

वो दुल्हन जो पहले से इतनी सुंदर थी भला उसे और अधिक सुंदर दिखने की क्या जरूरत थी?

नई नवेली दुल्हन न्यूजीलैंड की रहने वाली थी और उसकी शादी धूमधाम से ब्रिटेन में हुई थी. वह टैनिंग सैलून गई थी, क्योंकि उसे कुछ अलग तरह से सुंदर दिखना था. उसे अपने रंग को डार्क करवाना था. हां आजकल कई लोग फेक टैनिंग करवाते हैं. कुछ दिन पहले मैंने पढ़ा था कि लोग अलग और नेचुरल दिखने के लिए चेहरे पर फेक छोटे-छोटे धब्बे भी बनवा रहे हैं.

खैर, जिस तरह गोरे दिखने के लिए ट्रीटमेंट करवाते हैं उसी तरह ultraviolet radiation डिवाइस के जरिए कई लोग टैनिंग करवाते हैं, ताकि उनकी स्किन डार्क दिखे.

दुल्हनें तो वैसे भी अपनी शादी में सुंदर दिखने के लिए पागल हो जाती हैं और 6 महीने पहले से ही तैयारी करने लगती हैं. उनके ऊपर शादी वाले दिन खूबसूरत दिखने का दबाव होता है. इसलिए वे पार्लर के चक्कर लगाती हैं. एक बार पार्लर जाने के बाद ब्यूटिशियन इतने तरह के सलाह देती है कि माथा खरबा हो जाता है. लड़कियों को सिर्फ सुंदर दिखना होता है और इसके लिए किसी भी हद तक जा सकती है, चाहें कितनी दर्द को सह लेंगी लेकिन उन्हें सबसे सुंदर दिखना होता है.

वे एक के बाद कई ट्रीटमेंट कराती हैं. जिनमें पतला दिखने के लिए वे खाना-पीना छोड़ देती हैं, बालों को रंगवा लेती हैं, टैटू कराती हैं, नाभि-होठ छेदवा लेती हैं. फेशियल करवाती हैं और इन सब से भी मन नहीं भरता को लेजर और कॉस्मैटिक ट्रीटमेंट का सहारा लेती हैं, और इसतरह और अधिक सुंदर दिखने की चाह बढ़ती जाती है.

11 मिनट के लिए नवेली दुल्हन ने स्लॉट बुक किया था जो उसके मौत की वजह बन गई. इस ट्रीटमेंट के बाद उसे हार्ट में परेशानी होने लगी. वह लोगों के मेंटल हेल्थ के लिए काम करती थी. जिसने अपने पागलपन में अपनी जान गवां दीं. अब ऐसी सुंदरता का क्या फायदा है जो आपकी जिंदगी ही खत्म कर दे. पति सैलून पर लापरवाही का इल्जाम लगा रहा है लेकिन अब पत्नी जिंदा नहीं हो सकती. वह सोच रहा होगा कि काश सुंदर दिखन की सनक को वह रोक पाता तो उसकी बीवी आज जिंदा होती.

beauty, death, beauty parlour, saloon, hair treatment, facial, fair, black, dark skin, beauty treatmentदुल्हन को खूबसूरत दिखना था इसलिए वह पार्लर में कॉस्मैटिक ट्रीटमेंट कर रही थी

इसी तरह साउथ एक्ट्रेस चेतना राज की मौत हो गई, वह फैट फ्री सर्जरी करवा रही थीं. कम से कम आखों के सामने मरते लोगों को देखकर तो सबक ले ही लेना चाहिए.

ना जाने किसी और कितना सुंदर दिखना है, वे अपने शरीर को आखिर किस उंचाई पर ले जाना चाहती हैं? समझ नहीं आता कि जब जिंदगी ही नहीं रहेगी तो सुंदर दिखने का क्या फायदा? 4 दिन की खूबसूरती के लिए भला कोई अपनी जिंदगी के साथ कैसे रिस्क ले सकता है?

समाज को भी परफेक्ट देखने की आदत-

एक तरफ लोग हर चीज में कमी निकालते हैं तो दूसरी तरफ उन्हें सबकुछ परफेक्ट चाहिए. यह बात भले ही सभी करते हैं कि कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता, सभी के अंदर कुछ ना कुछ कमी रहती हैं लेकिन शायद सिर्फ कहने की बातें हैं. तभी तो किसी को मोटा तो किसी को पतला कहकर उसकी बॉडी शेमिंग करते हैं.

कई लोगों का मानना है कि लड़कियों को सुंदर ही पैदा होना चाहिए वरना उनकी शादी में 10 दिक्कतें होती हैं. अब हम सभी को पता है कि सुंदरता की कोई सीमा नहीं होती.

कोई आखिर कितना सुंदर दिखे कि उसे आत्म संतुष्टि मिले...लड़कियों के दिमाग में खूबसूरत दिखने का दबाव बढ़ रहा है. शुरुआत गोरी होने वाली क्रीम लगाने से होती है जो सर्जरी तक पहुंच जाती है. अपनी नेचुरल खूबसूरती को संभाल कर रखना और शररी का ख्याल रखना अलग बात है, लेकिन खुद को एक्ट्रेस की तरह दिखाने के लिए खुद को बदल देने की तमन्ना जानलेवा साबित हो रही है. फैसला आपका है कि, आपको जिंदगी चाहिए या मौत?

लेखक

ज्योति गुप्ता ज्योति गुप्ता @jyoti.gupta.01

लेखक इंडिया टुडे डि़जिटल में पत्रकार हैं. जिन्हें महिला और सामाजिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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