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Updated: 18 मई, 2016 04:18 PM
पारुल चंद्रा
पारुल चंद्रा
  @parulchandraa
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ख्‍याति खंडेलवाल की पोस्ट देखते ही देखते वायरल हो गई है. इसमें बताया गया है कि-

‘’दिल्ली में रात 10 बजे 17 साल की एक लड़की बाजार से लौट रही थी. रास्ते में दो आवारा युवक उसका पीछा करने लगे. हाव-भाव देखकर लड़की उनके इरादे भांप गई. पांच मिनट तक उसका पीछा करने के बाद सूनसान देखकर उन्होंने उसे कमर से दबोच लिया.

ऐसी परिस्थिति में कोई और होगा तो वह मदद के लिए चीखेगा, चिल्लाएगा, लेकिन उस लड़की ने चालाकी से काम लिया. उसे वो ख्याल आया जो उस परिस्थिति में शायद ही किसी के दिमाग में आए. उसने ऐसे दर्शाया जैसे वो एक भूत हो और भुतहा आवाज में बोलने लगी. वो जोर-जोर से हंसी और दोनों आदमियों को घूरने लगी(ये भी अच्छा था कि उस वक्त उसके बाल खुले थे).

ये सब देखकर एक गुंडा तो इतना डर गया कि भाग खड़ा हुआ, लेकिन दूसरे को शायद डर नहीं लगा और वो वहीं रहा. अब इस समय लड़की को समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करे, तो बिना कुछ सोचे, उसने उस व्यक्ति के हाथ को इस तरह खरोंचा कि उसका खून निकल आया, और फिर उसके खून को अपने चेहरे पर पोत कर जोर-जोर से हंसने लगी. इस तरह दूसरा गुंडा भी डर के मारे भाग गया.’’

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इस लड़की ने अपनी सूझ-बूझ और दमदार एक्टिंग की बदौलत खुद को उन गुडों के चंगुल से बचा लिया. सोशल मीडिया पर लोगों ने उस लड़की को बहादुर बताया और तारीफ भी की.

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इस पोस्ट को हजारों लोगों ने शेयर किया, लेकिन बाद में इसे डिलीट कर दिया गया

क्या ये खुश होने वाली बात है?

जिस परेशानी में वो लड़की फंसी थी उस समय कोई और लड़की होती तो शायद रोती, गिड़गिड़ाती. ऐसे मामलों में अक्सर लड़कियां कुछ कर नहीं पातीं और गलत मंसूबे कामयाब हो जाते हैं. अपनी सूझबूझ के कारण यह लड़की रेप से बच गई. अब उसकी तारीफ करनी भी चाहिए. लेकिन क्या इसका मतलब ये समझा जाए कि अब लड़कियों को खुद को बचाने के लिए भूत या चुड़ैल बनना चाहिए?

अब छेड़छाड़ और बलात्कार जैसी घटनाएं बेहद आम हैं, कब किसके साथ हो जाए, कुछ पता नहीं. पुलिस का डर गुंडे-बदमाशों में तो रहा नहीं, और कानून पर अब कोई लड़की भरोसा करती नहीं. तो ऐसे में खुद को बचाने की जिम्मेदारी लड़की की ही तो है. वो इस तरह के आइडिए नहीं अपनाएंगी तो कैसे सुरक्षित रहेंगी. आखिर जो व्यक्ति पुलिस से न डरे, भगवान से न डरे वो भूत और चुडैल से तो डरेगा ही. कानून लोगों को भरोसा भले ही न दे पाया हो, लेकिन अंधविश्वास पर हर कोई भरोसा करता है.

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वैसे देखा जाए तो सुरक्षित रहना तो किसी लड़की के हाथ में नहीं है, वो तो अपने घर में भी सुरक्षित नहीं हैं, फिर भी सेफ रहने के लिए हमारे समाज ने लड़कियों के लिए बहुत सी गाइडलाइंस बनाई हुई हैं, कि शाम के वक्त घर से बाहर मत निकलो, लड़कों से दूरी बनाकर रखो, सलीके के कपड़े पहनो, जींस मत पहनो, स्कर्ट मत पहनो, स्मार्टफोन का इस्तेमाल बंद करो, वगैरह वगैरह. और इस फेहरिस्त में अब एक और प्वाइंट बढ़ गया, कि भूत और चुड़ैल की एक्टिंग भी सीखो, क्योंकि इन भेड़ियों को कानून से डर नहीं लगता....चुड़ैल से लगता है.

हालांकि यह तरीका भी फूलप्रूफ नहीं है. ज्यादा मामले सामने आए तो भेडि़ए चुड़ैल-प्रूफ हो जाएंगे.

लेखक

पारुल चंद्रा पारुल चंद्रा @parulchandraa

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं

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