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Updated: 11 अक्टूबर, 2021 09:16 PM
देवेश त्रिपाठी
देवेश त्रिपाठी
  @devesh.r.tripathi
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दुनियाभर के ज्यादातर लोगों के लिए रविवार का दिन वैसे तो छुट्टी का दिन कहलाता है. लेकिन, राजनीति (Politics) में कोई संडे-मंडे मायने नहीं रखता है. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तो सियासी दलों के कार्यकर्ता और पार्टी समर्थक लगातार 72 घंटों तक का ओवरटाइम करने को तैयार दिख रहे हैं. खैर, बीते रविवार यानी 10 अक्टूबर को अमेरिका की लीजेंड टेनिस खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा (Martina Navratilova) अपने एक ट्वीट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और भाजपा समर्थकों (BJP) के निशाने पर आ गई हैं. ट्विटर पर हर मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखने वालीं पूर्व टेनिस खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा को भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के एक इंटरव्यू को लेकर किये गए मजाकिया कमेंट पर भाजपा समर्थकों का गुस्सा झेलना पड़ रहा है. दरअसल, अमित शाह ने संसद टीवी को दिए एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि वह डिक्टेटर (Dictator) यानी तानाशाह नही हैं, बल्कि उनके जैसा लोकतांत्रिक नेता आज तक देश में नही हुआ है. जिस पर मार्टिना नवरातिलोवा ने कहा था कि 'और ये है मेरा अगला जोक.'

खैर, मार्टिना नवरातिलोवा का मामला थोड़ा अलग है. चूंकि, मार्टिना देश-दुनिया की राजनीति पर टिप्पणी करती रहती हैं, तो उनका यह ट्वीट भी इसी तरह का था. मार्टिना नवरातिलोवा खुद को दक्षिणपंथी (Right iWng) यानी राइट विंग का विरोध करने वाली शख्सियत के तौर पर स्वीकार करती हैं. मार्टिना को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और दक्षिणपंथी नेता डोनाल्ड ट्रप की मुखर आलोचकों के तौर पर देखा जाता है. हालांकि, इन सबसे इतर वह सामाजिक मुद्दों से लेकर महिला अधिकारों तक जमकर अपनी आवाज उठाती हैं. तो, अमित शाह के ये इंटरव्यू देखकर भी उनके अंदर उनका राइट विंग वाले विरोध का हिस्सा आगे आया और इसे अपना अगला जोक बताने वाली टिप्पणी कर दी गई. आसान शब्दों में कहा जाए, तो मार्टिना नवरातिलोवा के इस छोटे से कमेंट को नजरअंदाज ही माना जा सकता था. लेकिन, इसमें एक तरह से मोदी विरोध के नाम पर दिग्विजय सिंह जैसे कांग्रेसी नेताओं और कथित बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों को 'इनक्लूसिव सरकाज्म' दिखा, तो उनका ये ट्वीट भारत में वायरल हो गया. जिसके बाद जल्द ही मार्टिना नवरातिलोवा भाजपा समर्थकों के निशाने पर आ गईं.

मार्टिना को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और दक्षिणपंथी नेता डोनाल्ड ट्रप की मुखर आलोचकों के तौर पर देखा जाता है.मार्टिना को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और दक्षिणपंथी नेता डोनाल्ड ट्रप की मुखर आलोचकों के तौर पर देखा जाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ पर उसका मजाक उड़ाना वैसे तो आमतौर पर भारत के तमाम विपक्षी नेताओं का पुराना और सबसे ज्यादा प्रिय शगल है. लेकिन, बीते कुछ समय से इस मामले में विपक्ष को विदेश से सहयोग भी मिलने लगा है. उदाहरण के तौर पर किसान आंदोलन का मामला ही ले लीजिए. इस साल की शुरूआत में किसान आंदोलन के लिए इंटरनेशनल पॉप स्टार रिहाना से लेकर पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग जैसे लोगों ने कई ट्वीट कर समर्थन किया था. हालांकि, इन ट्वीट्स के सामने आने के कुछ समय बाद ही ग्रेटा थनबर्ग ने गलती से एक 'टूलकिट' शेयर कर दी थी. आसान शब्दों में कहें, तो उसमें जोर-जोर से बोलकर पूरी स्कीम बता दी गई थी कि कैसे किसान आंदोलन को लेकर भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी को निशाना बनाना है. खैर, इस मामले के खुलते ही किसान आंदोलन को रिहाना और ग्रेटा थनबर्ग से मिल रहा समर्थन अचानक बंद हो गया. हालांकि, इस दौरान इन सभी सेलेब्रिटीज के ट्विटर पर फॉलोवर्स जरूर बढ़ गए थे.

वैसे, इस कमेंट को लेकर भाजपा समर्थकों के गुस्से का शिकार हो रहीं मार्टिना नवातिलोवा ने पूरे मामले को उतने ही हल्के में लिया, जितना लेना चाहिए. दरअसल, एक पत्रकार उजैर रिजवी ने मार्टिना को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि अब मार्टिना भी उन विदेशी सिलेब्स में शामिल हो गई हैं, जिनके खिलाफ भारत के राइट विंग वाले आग उगलते हैं. राइट विंगर्स के लिए हमले का अगला निशाना मार्टिना नवरातिवोवा हैं. हालांकि, इसके जवाब में मार्टिना ने चुटकी लेते हुए कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है. ये सभी वैसे ही हैं, जैसे यहां के राइट विंग ट्रोलर्स हैं. और, ये सभी एक ही स्कूल में जाते हैं. कहना गलत नहीं होगा कि मार्टिना नवरातिलोवा ने खुद ही मान लिया है कि वह राइट विंगर्स यानी दक्षिणपंथियों को ट्रोल करती रहती हैं. तो, एक तरह से वह मशहूर लीजेंड टेनिस खिलाड़ी होने के साथ ही राइट विंगर्स के खिलाफ ट्रोल की भी भूमिका निभाती हैं.

और, मार्टिना नवरातिलोवा ने जो कुछ भी कहा, वो भारत के विपक्षी नेताओं को पसंद आना ही था. क्योंकि, ऐसा 'इनक्लूसिव सरकाज्म' भारत के विपक्षी नेताओं में ज्यादा नहीं पाया जाता है. वैसे, भारत में सबसे बड़ी समस्या ये भी है कि अगर इन ट्रोलर्स के अलावा कोई भारतीय टेनिस खिलाड़ी ही मार्टिना नवरातिलोवा को लेकर कोई टिप्पणी कर देता, तो वो भी इनके निशाने पर आ जाता. महाराष्ट्र का रहने वाला होता, तो उद्धव ठाकरे सरकार जांच भी करा सकती थी. किसान आंदोलन में देश की छवि बिगाड़ने वाले विदेशी सिलेब्रिटीज के खिलाफ जिन भी भारतीय कलाकारों, खिलाड़ियों वगैरह ने ट्वीट किये थे, इन राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने उन्हें ही निशाना बनाना शुरू कर दिया था. इसलिए ही कहना गलत नहीं होगा कि राजनीति में कोई संडे-मंडे मायने नहीं रखता है. और, मार्टिना नवरातिलोवा भी राइट विंगर्स के खिलाफ एक घोषित ट्रोल ही हैं.

लेखक

देवेश त्रिपाठी देवेश त्रिपाठी @devesh.r.tripathi

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं. राजनीतिक और समसामयिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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