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Updated: 13 जुलाई, 2021 01:44 PM
ज्योति गुप्ता
ज्योति गुप्ता
  @jyoti.gupta.01
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सारा अली खान ने मंदिर में दर्शन क्या कर लिए लोगों को हजम नहीं हुआ. नहीं-नहीं देवी को मां उनके दर्शन करने से कोई आप्पत्ति नहीं होगी, क्योंकि मां अपने बच्चों से नाराज नहीं होती और सच्चे मन से दर्शन करने वालों से तो बिल्कुल नहीं. सच्ची श्रद्धा और ढोंंग के अंतर को मां पहचानती हैं लेकिन कुछ लोगों को हाजमें की गोली खाने के बाद भी अपच हो जाती है.

क्या दर्शन कर लेने से किसी का धर्म परिवर्तन हो जाता है. बच्चे सबसे ज्यादा मां के करीब होते हैं और सारा अली खान की मां अमृता सिंह ने उन्हें अकेले ही पाला है. तो क्या मां का बच्चे पर प्रभाव नहीं होगा. मंदिर में दर्शन करने भर से वे इस्लाम विरोधी हो गईं. हमारे देश की गंगा-जमुनी तहजीब तो हमें यह नहीं सिखाती.

Sara ali khan, kamakhya devi, sara ali khan ageसारा अली खावन, मां वैष्णो देवी और बाबा विश्वनाथ मंदिर का दर्शन भी कर चुकी हैं 

समाज में बच्चे को हमेशा उसके पिता के नाम से इतना ज्यादा पहचाना जाता है कि लोग मां को भूल ही जाते हैं. आज ये सब देखकर, कंगना रनौत का वह सवाल याद आ गया कि दो धर्मों की शादी में बच्चा हमेशा मुस्लिम क्यों? 

वैसे भी आप जिन्हें ट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं वे बॉलीवुड वाले हैं जिन्हें आपकी बातों से रत्ती भर भी फर्क नहीं पड़ता. बॉलीवुड यानी बी टाउन की अलग ही दुनिया है. यहां कई ऐसे जोड़ें हैं जो अलग-अलग धर्म से आते हैं और अपनी शादी में खुश हैं. इनके घरों में दिवाली भी मनाई जाती है और ईद भी. तो अपनी मानसिकता आप इनपर थोपने की नाकाम कोशिश मत ही करें.

असल में, सारा अली खान असम के मशहूर कामाख्या देवी मंदिर दर्शन करने पहुंची थीं. जिसकी तस्वीरें उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की है. अब वही हुआ जो हर बार होता है, जब भी सारा किसी मंदिर में दर्शन करने जाती हैं तो उन्हें ट्रोल किया जाता है. इस बात तो हद ही हो गई, क्योंकि सारा की तस्वीरें देखते ही कई यूजर्स ने उनके धर्म के बारे में सवाल करना शुरु कर दिया.

इन तस्वीरों में सारा कामाख्या मंदिर के सामने खड़ी हुई नजर आ रही हैं. उनका पहनावा भी काफी साधारण है. असम संस्कृति का परंपरागत गमछा और माथे पर तिलक लगाए हुए सारा से लोग पूछ रहे हैं कि तुम हिंदू हो या मुसलमान. एक यूजर ने लिखा, ''आपका धर्म क्या है? ''इसके अलावा एक दूजे ने लिखा, ''मैडम, मुस्लिम या हिंदू''. क्यों कुछ लोगों को यह बात गले से नीचे नहीं उतर रही, मंदिर चले जाने से सारा हिंदू हा जाएंगी क्या...धर्म की आड़ में इतनी नफरत फैलाने और जहर उगलने की क्या जरूरत है.

बेचारी सारा अली खान ने इस तरह से तो नहीं सोचा होगा जिसतरह इन ट्रोलर्स ने मान लिया. वह अपने धर्म की इज्जत करना जानती हैं. उसे कुछ बोलने से पहले यह भी सोचिए कि उसके घर का और उसकी परवरिश का माहौल क्या है. शर्मिला टैगोर, अमृता सिंह और करीना कपूर का असर सारा पर नहीं होगा क्या? उनके घर के लोग अगर कट्टर नहीं हैं इसका मतलब यह तो नहीं कि वो अधर्मी हैं. नहीं, लोग तो ऐसे प्रतिक्रिया दे रहे हैं जैसे सारा ने जैसे कोई पाप कर दिया....धर्म के नाम पर इतना जहर क्यों..

लोग अलग-अलग अजीब टिप्पणी करके सारा के धर्म पर सवाल उठाने लगे. कुछ लोगों का कहना है कि सारा मुस्लिम होने के बावजूद मंदिर क्यों जा रही हैं. इसके पहले भी सारा वैष्णो देवी और बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन कर चुकी हैं. उस समय भी लोगों ने इन्हें ट्रोल किया था.

हालांकि इन्हीं लोगों ने तब कुछ नहीं कहा था जब सारा अपनी मां अमृता सिंह के साथ अजमेर शरीफ की दरगाह गई थीं. सारा ने अजमेर से भी अपनी खूबसूरत तस्वीरें शेयर की थीं.

शुक्र है कि इस दुनिया में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इंसान की तरह सोचते हैं क्योंकि ट्रोल करने के अलावा कुछ फैंस ने सारा की जमकर तारीफ भी की है. एक फैन ने लिखा, 'मुस्लिम होकर आप भगवान की पूजा कर रही हैं, अद्भुत'. तो वहीं एक और ने लिखा, 'माता रानी आपको हमेशा खुश रखें.'

इतनी नफरत सोशल मीडिया की देन है या फिर इसके पहले भी ऐसे लोग थे जिन्हें जहर उगलने के लिए एक प्लेटफॉर्म मिल गया है. क्या ऐसा माहौल पहले भी था या अभी-अभी इतना फैला है. जो भी हो, ऐसे लोग सिर्फ सौहार्द बिगाड़ने का काम करते हैं. वैसे इन लोगों को सुकून कभी नहीं मिलेगा, आज सारा तो कल कोई और...

 
 
 
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लेखक

ज्योति गुप्ता ज्योति गुप्ता @jyoti.gupta.01

लेखक इंडिया टुडे डि़जिटल में पत्रकार हैं. जिन्हें महिला और सामाजिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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