चेन्नई बाढ़ पर एक अमानवीय पोस्ट, और उसका मुंहतोड़ जवाब
चेन्नई बाढ़ से लड़ रहा है, आए दिन अखबारों और सोशल मीडिया पर वहां के भयावह दृश्य दिखाई दे रहे हों, ऐसे में भी लोग भाषा के नाम पर राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे.
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देश में कहीं भी कोई संकट आए तो पूरा देश एकजुट हो जाता है. हाथ चाहे मदद के लिए उठें या फिर प्रार्थना के लिए, देश का हर नागरिक संकट की घड़ी में अपना हर संभव प्रयास करता है. चेन्नई में हुई भयंकर बारिश ने बाढ़ का रूप ले लिया, सैकड़ों मौत के शिकार हुए, लाखों लोग बेघर, कई ऐसे भी हैं जो लापता हैं. दुख की इस घड़ी में लोग चेन्नई के लोगों की हर संभव मदद कर रहे हैं और जो मदद नहीं कर पा रहे वो कम से कम वहां के हालात देखकर संवेदनाएं तो व्यक्त कर ही रहे हैं. पर इनके साथ-साथ असंवेदनशीलता का परिचय देने वाले लोगों की भी कमी नहीं है.
एम टीवी स्प्लिट्सविला के रनर अप रह चुके आशीष चौधरी ने अपनी फेसबुक वॉल पर चेन्नई वासियों के लिए बेहद आपत्तिजनक पोस्ट लिखी-
''तमिलियन' लोग मर जाएं, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने कभी भी खुद को भारतीय नहीं समझा.'
इतना ही नहीं, उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा-
'वो जगह जहां के लोग हमारी राष्ट्रीय भाषा को नहीं अपनाते, उसके स्थान पर वो लोगों से बात करने के लिए अंग्रेजी का इस्तेमाल करते हैं वो लोग हिंदी भाषी लोगों से मदद मांग रहे हैं.'
आशीष चौधरी की इस बेहद असंवेदनहीन पोस्ट पर अनुषा नटराजन नाम की एक लड़की ने करारा जवाब दिया. अनुषा ने लिखा-
'प्रिय आशीष चौधरी,
सबसे पहले एक अच्छी खबर, वो ये कि हम 'तमिलियन' अभी जीवित हैं और पहले से भी ज्यादा मजबूत हैं. और अब बुरी खबर ये कि तुम्हारी समझ तुम्हारे दिमाग से कहीं ज्यादा छोटी है', मैं समझाती हूं कैसे-
1.हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं है. भारत में बहुत सारी आधिकारिक भाषाएं हैं.
2.तुम मुंबई से हो, तो इसका मतलब ये हुआ कि तुम उत्तर भारत से नहीं हो.
3.'हिंदी भाषी लोग' कोई चीज नहीं है, और कोई जगह भी नहीं जहां से तुम आते हो.
4.दक्षिण AKA द्रविणियन सच्चे भारतीय हैं, और तुम लोग परसिया से आए शरणार्थी.
5.हमने अंग्रेजी अपनाई है तो क्या हुआ. इससे हमें दुनिया भर की बड़ी कंपनियों के सीईओ बनने में मदद मिलती है. जबकि तुम अब भी एम टीवी पर एक अनुपयोगी चीज करके बैठे हो.
और आखिरकार तुम्हारे पास दिमाग नहीं है. क्योंकि तुम हमारे अंग्रेजी अपनाने पर उगली उठा रहे हो और तुमने अपनी दोनों पोस्ट अंग्रेजी में ही लिखी हैं. इतने भी होशियार नहीं हो तुम.
साभार,
'हम सब'
ऐसा जवाब पाते ही ये पोस्ट वायरल हो गई. और आशीष चौधरी को अपना प्रोफाइल ही डिएक्टिवेट करना पड़ा.
चेन्नई बाढ़ से लड़ रहा है, आए दिन अखबारों और सोशल मीडिया पर वहां के भयावह दृश्य दिखाई दे रहे हों, ऐसे में भी लोग भाषा के नाम पर राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे. पर यहां भी सोशल मीडिया अपना काम बखूबी कर रहा है... ऐसे संवेदनशून्य लोगों को गरियाने का...
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