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Updated: 05 नवम्बर, 2020 12:15 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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जो बाइडेन या डोनाल्ड ट्रंप (Joe Biden vs Donald Trump)? हर कोई जानना चाहता है कि आखिर अमेरिका का अगला राष्ट्रपति (Who is the new president of US) कौन होगा? पूरी दुनिया नजरे गड़ाए बैठी है, ये जानने के लिए कि, आखिर एक आम अमेरिकी ने किसे वोट किया? और अपने मुस्तकबिल की चाभी ट्रंप और बाइडेन में से किसके हाथों में सौंपी है? अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Election Results) परिणाम लगभग सभी को आकर्षित कर रहे हैं, काउंटिंग में जैसी बातें निकल कर सामने आई हैं कहीं डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) मजबूत दिखे. तो कहीं पर बाइडेन का पलड़ा भारी है. कुल मिलाकर अमेरिका में लड़ाई दिलचस्प है. अमेरिका में जो होने वाला है उसका जवाब हमें जल्द ही मिल जाएगा. लेकिन जैसा भारत (India) का रुख है किसी अमेरिकी से ज्यादा हिंदुस्तानी, अमेरिका के चुनाव पर नजरें बनाए हुए हैं. चूंकि बाइडेन के साथ भारतीय मूल की कमला हैरिस (Kamala Harris) हैं इस बात से अमेरिका चुनाव 2020 के मद्देनजर आम भारतीय खूब प्रभावित हुए हैं. हर कोई ये भी जानना चाह रहा है कि यदि बाइडेन चुनाव जीत जाते हैं तो कमला की झोली में क्या आता है.

भारतीयों का अमेरिका चुनाव के तहत कैसा रुख है? गर जो इस बात को समझना हो तो हम 'गूगल सर्च ट्रेंड (Google Search Trend) का रुख कर सकते हैं. भारतीय अमेरिका से जुड़ी हर छोटी से लेकर बड़ी खबर (US News) को जानना चाहते हैं. साथ ही अमेरिका में जीत किसकी होगी इसपर उनके अपने तर्क हैं.

US Presidential Elections 2020, Donald Trump, Joe Biden, Kamala Harris, Indiansभारत भी ये जानने को बेक़रार है कि अमेरिका अपना भविष्य किसके हाथों में सौंपता है

तो आइये उन कारणों पर नजर डालें जिन्हें जानने के बाद हमारे लिए ये समझने में आसानी होगी कि आखिर किसी आम भारतीय में अमेरिकी चुनाव को लेकर इतना क्रेज क्यों हैं? आखिर क्यों हैं अमेरिका के चुनावों को लेकर भारतीय बेक़रार? 

बाइडेन का कमला हैरिस को चुनना

अगस्त के मध्य में, डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बाइडेन ने व्हाइट हाउस की दौड़ के लिए भारतीय मूल की सीनेटर कमला हैरिस को अपना साथी चुनकर दुनिया भर में भारतीयों का ध्यान खींचा. सिर्फ भारतीय मूल की ही नहीं, कमला हैरिस पहली वो अश्वेत महिला हैं जो व्हाइट हाउस की बड़ी दौड़ में जगह बनाने के लिए सामने आई हैं. कमला का इस रेस में सिर्फ शामिल होना ही कई मायनों में ऐतिहासिक है.

निर्वाचित होने के बाद, कमला हैरिस अमेरिकी सरकार में शीर्ष पद पर बैठने वाली न केवल पहली भारतीय मूल की व्यक्ति होंगी, बल्कि ऐसा करने वाली पहली महिला और पहली अश्वेत महिला भी होंगी. चुनाव प्रचार के दौरान कई मौके ऐसे आए जब कमला हैरिस ने अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं को अपनी भारतीय मां के बारे में बताया जिसका न सिर्फ लोगों के स्वागत किया. बल्कि जिससे अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के लोगों में कमला के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर आया.

डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत को 'गंदा ’कहा

डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बाइडेन के साथ वाद-विवाद पर, जलवायु परिवर्तन पर बोलते हुए, डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत की बात की और कहा, 'चीन को देखो, यह कितना गंदा है. रूस को देखो, भारत को देखो - यह गंदा है. हवा गंदी है,' ट्रंप की इस टिप्पणी ने उन भारतीयों को बहुत आहत  किया जिन्होंने किसी ज़माने में उनका और उनकी बातों का समर्थन किया था. 

भारतीयों ने इसे गंभीरता से लिया और ट्रंप को अमेरिका-भारत की दोस्ती की याद दिलाई. इस मौके को बाइडेन ने भरपूर दबोचा और ट्रंप पर आरोप लगते हुए कहा था कि,' राष्ट्रपति ट्रम्प ने भारत को 'गंदा' कहा. इस तरह से दोस्तों के बारे में बात नहीं की जाती. बाइडेन ने ट्रंप से सम्बोधित होते हुए कहा कि ऐसे आप जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों को कैसे हल कर सकते हैं?

कमला हैरिस का भारतीय व्यंजनों को लिस्ट करना

कमला हैरिस भारतीयों में विशेष रुचि रखती हैं और अक्सर उनकी भारतीय जड़ों के बारे में पूछा जाता रहा है. सोशल मीडिया पर हाल ही में बातचीत के दौरान, कमला हैरिस ने इडली को सांभर और किसी भी प्रकार के टिक्का को अपने पसंदीदा भारतीय व्यंजन के रूप में सूचीबद्ध किया.

कमला हैरिस ने अपने पसंदीदा भारतीय व्यंजनों के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'अगर बात दक्षिण भारतीय व्यंजन की हो तो, अच्छे सांबर के साथ इडली और उत्तर भारतीय में किसी भी प्रकार का टिक्का उनका फेवरेट है. 

भारत के कोविड संख्या पर ट्रंप का भारत के कोविड नंबर्स पर चर्चा करना

पूरी दुनिया कोरोना की चपेट में है. अमेरिका भी इससे अछूता नहीं है. बात सितम्बर की है. भारत और यूएस दोनों ही देशों में कोरोना के मामले बढ़ रहे थे. डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी कमियां छुपाते हुए ये कहकर लोगों को आश्चर्य में डाल दिया कि भारत, चीन और रूस ने कोरोना वायरस से हुई मौतों पर सही आंकड़े पेश नहीं किये हैं.

'जब आप (COVID-19 से जुड़ी मौतों) संख्याओं के बारे में बात करते हैं, तो आप नहीं जानते कि चीन में कितने लोग मारे गए. आप रूस में या भारत में होने वाली मौतों को नहीं जानते हैं, वे आपको एक सीधी गिनती नहीं देते हैं, बस आप समझते हैं, 'ट्रम्प ने ये बातें तब कहीं जब बाइडेन ने उनसे सवाल किया था कि उनकी सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए क्या किया था? बता दें कि बाइडेन के सवाल ने ट्रंप को नाराज किया था और उन्होंने ऐसे तमाम बातें कहीं थीं जिनको लेकर अमेरिका में उनकी तीखी आलोचना हुई थी.

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लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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