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Updated: 30 मई, 2021 10:57 PM
मुकेश कुमार गजेंद्र
मुकेश कुमार गजेंद्र
  @mukesh.k.gajendra
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सेक्स और सियासत का जब-जब कॉकटेल हुआ है, तब-तब हंगामा बरपा है. किसी नेता को जनता अपना प्रतिनिधि चुनकर इसलिए भेजती है, क्योंकि उनकी भी कुछ आशाएं और अपेक्षाएं होती हैं. लेकिन पद के मद में आकर अपना होश खो चुके कुछ नेताओं को न तो अपने चरित्र की कोई फिक्र होती है और ना ही किसी की अस्मिता की परवाह होती है. सियासी गलियारा उनके लिए आनंद का अखाड़ा बन जाता है. वे इस अखाड़े में जमकर खेलते हैं. कभी किसी की इज्जत के साथ, तो कभी भ्रष्टतंत्र के मोहरे बनकर. ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला तमिलनाडु में सामने आया है. यहां एक मशहूर तमिल एक्ट्रेस ने पूर्व मंत्री पर पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं.

ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (AIADMK) पार्टी के नेता डॉ. एम मणिकंदन पर जानी-मानी एक्ट्रेस चांदनी ने धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग और यौन शोषण का आरोप लगाया है. तमिल फिल्म 'नाडोडिगल' से मशहूर हुई इस मलेशियन एक्ट्रेस का कहना है पूर्व आईटी मंत्री डॉ. मणिकंदन उसे शादी का झांसा देकर पिछले 5 सालों से उसका शारीरिक शोषण कर रहे हैं. यहां तक कि उसके गर्भवती होने के बाद जबरदस्ती उसका गर्भपात करा दिया. इस मामले का खुलासा करने पर उसको जान से मारने की धमकी दी गई. मलेशिया टूरिज्म के लिए भी काम करने वाली पीड़ित एक्ट्रेस की शिकायत के बाद चेन्नई पुलिस ने आरोपी नेता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.

m-manikandan-_052921063700.jpgAIADMK के नेता डॉ. एम मणिकंदन तमिलनाडु के IT मिनिस्टर रह चुके हैं.

वैसे ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि सियासत और सेक्स के भंवर में फंसकर किसी पीड़िता की इज्जत लूटी हो और खाकी दागदार हुई हो. इस तरह की घटनाओं की एक लंबी फेहरिस्त है, जो सफेदपोशों की काले करतूत का पर्दाफाश करते हुए उनका नापाक चेहरा बेनकाब करती है. इस कड़ी में रंगीन मिजाज राजनेता एनडी तिवारी, BJP नेता राघवजी, ध्रुव नारायण सिंह, संजय जोशी, कांग्रेस नेता महिपाल मदेरणा, अभिषेक मनु सिंघवी, यूपी के बाहुबली नेता अमरमणि और आनंदसेन का नाम प्रमुख है. आइए ऐसे ही कुछ नेताओं की करतूत के बारे में जानते हैं, जो सेक्स-सियासत के बीच फंसने के बाद सुर्खियों में आए. उनका राजनीतिक करियर खत्म हो गया.

एनडी तिवारी सेक्स स्कैंडल

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, आंध्र प्रदेश के पूर्व राज्यपाल नारायण दत्त तिवारी अपनी आशिक मिजाजी के लिए सियासी गलियारे में बदनाम थे. उनका एक सेक्स स्कैंडल भी सुर्खियों में रहा था. साल 2009 में महिलाओं संग आपत्तिजनक हालत में उनका एक वीडियो क्लिप एक तमिल चैनल ने प्रसारित किया था. इसके बाद उन्हें आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इस घटना ने पूरे देश की राजनीति में भूचाल ला दिया था. इसके बाद मई 2014 में यूपी की राजधानी लखनऊ में नारायण दत्त तिवारी ने उज्ज्वला शर्मा से शादी करके सबको चौंका दिया था. उज्ज्वला ने इसके लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी थी.

महिपाल मदेरणा सेक्स सीडी

साल 2011 में राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा की एक सेक्सी सीडी ने सियासी गलियारे में कोहराम मचा दिया थ. एक नर्स भंवरी देवी के साथ उनके अवैध संबंधों से बनी यह कहानी राजनीति, अतिमहत्वाकांक्षा और लालच की है. भंवरी देवी का ताल्लुक राजस्थान की नट बिरादरी से था. वह जोधपुर के एक सरकारी अस्पताल में नर्स थी. उसकी शादी हो चुकी थी. लेकिन मॉडलिंग और एल्बम को सीढ़ी बना कर वह हीरोइन बनने का सपना पाले बैठी थी. महिपाल मदेरणा ने उसकी इसी ख्वाहिश का फायदा उठाया और उसका शारीरिक शोषण करने लगे. जब उससे जी भर गया और उसकी महत्वाकांक्षा बढ़ने लगी, तो उसे ठिकाने लगा दिया गया.

भोपाल का शेहला मर्डर केस

बात 16 अगस्त, 2011 की है. भोपाल में मशहूर RTI कार्यकर्ता शहला मसूद की उसके घर के बाहर कार में हत्या कर दी गई. केस हाईप्रोफाइल था, सो जांच सीबीआई को दे दी गई. उसकी जांच में एक अप्रत्याशित प्रेम त्रिकोण का खुलासा हुआ. इसने जांच की पूरी दिशा बदल दी. इस प्रेम त्रिकोण में शामिल पात्र थेः प्रेम दीवानी जाहिदा परवेज, जिसकी शादी भोपाल के सबसे रईस बोहरा खानदानों में से एक में हुई थी. आशिक मिजाज ध्रुव नारायण सिंह, जो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार के पूर्व राज्यपाल गोविंद नारायण सिंह के बेटे हैं. तेजतर्रार शहला मसूद, आरटीआई कार्यकर्ता थीं. शहला जब जाहिदा के इश्क के आड़े आई, तो उसने उसकी हत्या करा दी.

मधुमिता मर्डर और अमरमणि 

यूपी के लखीमपुर खीरी की रहने वाली मधुमिता एक कवयित्री थी. साल 2000 के आसपास उस समय यूपी के मंत्री अमरमणि से उनका प्यार परवान चढ़ गया. दोनों गुपचुप मिलने लगे. यह बात मंत्री की पत्नी मधुमणि को रास नहीं आई. उसने 22 साल की मधुमिता की हत्या साल 2003 में करा दी. इस हत्याकांड में पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी को उत्तराखंड के हरिद्वार कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई. दोनों वर्तमान में गोरखपुर मंडलीय कारागार में सजा काट रहे हैं. अमरमणि को गोरखपुर जेल के मिलेनियम बैरक में, जबकि पत्नी को महिला बैरक में रखा गया है. इस घटना ने राजनीति को झकझोर दिया था.

शशि हत्याकांड और आनंद सेन

यूपी के फैजाबाद की रहने वाली कानून की छात्रा शशि राजनीति में आना चाहती थी. उस वक्त मायावती सरकार में मंत्री बसपा नेता आनंदसेन यादव की करीबी थी. शशि के पिता एक राजनीतिक कार्यकर्ता थे. आनंद सेन ने उसकी आंखों में बसे इस ख्बाव को देख लिया, फिर शुरू हुआ वायदों का दौर. लेकिन वायदे बढ़ते गए, जिस्मानी दूरियां मिटती गईं. 22 अक्टूबर 2007 को अचानक शशि गायब हो गई. लंबी छानबीन के बाद पता चला कि उसकी हत्या हो गई. इस मामले में आनंदसेन यादव सहित कई लोग आरोपी बनाए गए. लेकिन आनंद सेन को बाद में क्लीन चिट मिल गई. एक आरोपी विजय सेन यादव को सजा हुई, जिसने बाद में खुदकुशी कर ली.

लेखक

मुकेश कुमार गजेंद्र मुकेश कुमार गजेंद्र @mukesh.k.gajendra

लेखक इंडिया टुडे ग्रुप में सीनियर असिस्टेंट एडिटर हैं.

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