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Updated: 29 जनवरी, 2022 02:26 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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जैसे जैसे 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे रहस्यों से पर्दा हटने या ये कहें कि राजनीतिक से लेकर पर्सनल तक तमाम तरह के बड़े खुलासों की शुरुआत हो गयी है. ऐसा ही एक खुलासा किया है सुमन तूर ने जो और कोई नहीं बल्कि नवजोत सिंह सिद्धू की बहन है. तूर ने सिद्धू को क्रूर बताते हुए ये तक कह दिया कि उन्होंने पैसों के लालच में अपनी सगी मां को भके दर दर की ठोकर खाने के लिए छोड़ दिया. ध्यान रहे सिद्धू पर सगी बहन द्वारा ये आरोप उस वक़्त लगे हैं जब सिद्धू अपने को रहमदिल दिखा रहे हैं और खुद को बड़े बुजुर्गों और आम लोगों का हितैषी बता रहे हैं. सिद्धू के इस रूप को हम उस घटना से भी समझ सकते हैं जहां अभी बीते दिनों ही सड़क हादसे में घायल हुए एक व्यक्ति को उन्होंने इलाज मुहैया कराया था और ये साबित करने का प्रयास किया कि वो जन जन के नेता हैं.

Punjab, Punjab Assembly Election, Navjot Singh SIdhu, Suman Tur, Sister, Allegation, Mother, Congressसिद्धू की बहन ने जो खुलासे किये हैं साफ़ हो गया है कि सिद्धू का चाल चरित्र और चेहरा अलग है

बताते चलें कि अमेरिका में रहने वाली सिद्धू की बहन सुमन तूर ने आरोप लगाते हुए कहा कि सिद्धू ने पिता भगवंत सिद्धू की मौत के बाद मां निर्मल भगवंत और बड़ी बहन के साथ बहुत ओछी हरकत की और उन्हें घर से निकाल दिया. सुमन ने सिद्धू के उस बयान पर भी हमला बोला जिसमें उन्होंने इंडिया टुडे से बात करते हुए झूठ बोला था और कहा था कि उनके माता-पिता न्यायिक तौर पर अलग हुए.

ज्ञात हों कि सिद्धू ने बताया था कि तब उनकी उम्र 2 साल थी. अमेरिका से चंडीगढ़ पहुंची सिद्धू की बहन सुमन तूर ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि, वह इस मुद्दे पर नवजोत सिद्धू से मिलने के लिए उनके अमृतसर स्थित घर पर गई थीं, लेकिन उन्होंने गेट नहीं खोला. वहीं उन्होंने ये तक बताया कि भाई होने के बावजूद सिद्धू ने उन्हें व्हाट्सएप पर ब्लॉक कर रखा है.

आरोप गंभीर हैं और दिलचस्प ये कि अभी तक सिद्धू ने इन आरोपों पर अपनी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. सिद्धू को बेहद क्रूर बताते हुए बड़ी बहन सुमन ने कहा कि1986 में जब पिता भगवंत सिद्धू की भोग सेरेमनी हुई तो उसके तुरंत बाद शैरी (नवजोत सिद्धू)  ने मां के साथ उन्हें घर से निकाल दिया. वहीं सुमन ने इस बात का भी वर्णन किया कि उनकी मां ने अपनी छवि बचाने के लिए दिल्ली के चक्कर काटे और अंत में दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उनकी लावारिस की तरह मौत हो गई.

सुमन तूर का आरोप है कि सिद्धू ने यह सब प्रॉपर्टी की लालच में किया. मीडिया के सामने अपनी आप बीती बताते हुए सुमन ने इंडिया टुडे मैगजीन का भी जिक्र किया और बताया कि मां को लेकर लालची सिद्धू ने हमेशा ही झूठ का सहारा लिया. सुमन चाहती हैं कि वह सार्वजनिक तौर पर मां के बारे में कही बातों की माफी मांगे.'

जिक्र सुमन तूर के हवाले से सिद्धू की क्रूरता का जिक्र हुआ है तो इन आरोपों में कितनी सच्चाई है इसका फैसला तो वक़्त करेगा लेकिन जैसा व्यवहार सिद्धू का रहा है. न चाहते हुए भी सुमन तूर की बातों पर यकीन करने का दिल चाहता है. गौरतलब है कि अभी बीते दिनों ही नवजोत सिंह सिद्धू उस वक़्त सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने ये कहा था कि जो कोई भी बेअदबी करे उसे सरेआम फांसी पर चढ़ा देना चाहिए.

सिद्धू ने ये बात पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में हुई बेअदबी की घटना के संदर्भ में कही थी. स्वर्णमंदिर में हुई घटना ने सिद्धू को आहत किया था और गुस्से में उन्होंने तमाम ऐसी बातें कह दी थीं जिनकी इजाजत कानून से लेकर संविधान तक कोई नहीं देता. बकौल सुमन तूर सिद्धू एक ऐसे व्यक्ति हैं जो क्रूर तो हैं ही साथ ही जिन्हें साजिशें रचने में भी महारथ हासिल है.

सिद्धू किस हद तक साजिश में शामिल हैं इसका अंदाजा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के उन आरोपों से भी लगाया जा सकता है जिसमें अभी बीते दिनों ही उन्होंने इस बात को कहा था कि पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने उन्हें अनुरोध भेजा था कि अगर आप सिद्धू को अपने मंत्रिमंडल में ले सकते हैं तो मैं आभारी रहूंगा, वह मेरे पुराने दोस्त हैं. अगर वह काम नहीं करेंगे तो आप उन्हें हटा सकते हैं.

वहीं बात अगर मौजूदा हालात की हो तो राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से जिस तरह का गतिरोध चल रहा है वो किसी से छिपा नहीं है. पंजाब के मद्देनजर राजनीतिक विश्लेषक बार बार इसी  बात को दोहरा रहे हैं कि जो लड़ाई पंजाब में सीएम चन्नी और  सिद्धू के बीच चल रही है उसका खामियाजा एक पार्टी के रूप कांग्रेस को पंजाब में भुगतना होगा.

चूंकि सिद्धू मौकापरस्त हैं और जैसा कि बहन बता चुकी हैं उनका स्वाभाव भी क्रूर है. तो देखना दिलचस्प रहेगा कि चुनाव बाद खुद के फायदों पर उनका रुख क्या होगा? बाकी जिस तरह सुमन तूर ने आईना दिखाया है इतना तो साफ़ हो गया है कि सिद्धू के चाल चरित्र और चेहरे में काफी अंतर है. वो वैसे नहीं हैं जैसा वो दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. 

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बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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