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Updated: 13 अक्टूबर, 2017 07:00 PM
सिद्धार्थ हुसैन
सिद्धार्थ हुसैन
  @siddharth.hussain
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ऋतिक रोशन और कंगना रनौट के बीच अफ़ेयर था या नहीं, क्या सच है और क्या झूठ सिर्फ वे दोनों ही जानते हैं. अब बहस इस बात पर है कि इश्क़ था या नहीं? मीडिया में दोनों ने एक दूसरे के ख़िलाफ़ जमकर बयानबाज़ी की - 'वो झूठी', 'वो झूठा' और ना जाने क्या क्या?

ऋतिक का कहना है कंगना ने उन्हें तक़रीबन 3000 हज़ार इमेल भेजे, वहीं कंगना के मुताबिक़, रितिक ने उनका अकाउंट हैक करवाया और खुद ही लिखे सारे मेल. दो फिल्मों में साथ काम कर चुके ऋतिक और कंगना आज एक दूसरे की शक्ल भी नहीं देखना चाहते हैं. इनके बारे में बहुत कुछ लिखा जा चुका है, लेकिन इनकी वजह से कुछ और पुराने क़िस्से याद आ गये जहां हीरो हीरोइन साथ काम कर चुके थे, कहीं दोस्ती हुई तो कहीं इश्क़ लेकिन जब रिश्ता टूटा तो इस कदर बिखरा कि वे सभी कलाकार एक दूसरे का नाम भी सुनना पसंद नहीं करते थे बाद में. हम यहां ऐसी तीन जोड़ियों का जिक्र कर रहे हैं -

1. संजय खान और ज़ीनत अमान

इस जोड़ी ने पहली बार साथ काम किया था 1973 में फिल्म 'धुंध' में और फिर 1980 की फिल्म 'अब्दुल्ला' में. सत्तर के दशक में इन दोनों सितारों की प्रेम कहानी हर मैगज़ीन का हिस्सा होती थी. खबरें यहां तक छपी थीं कि 1978 में संजय खान ने ज़ीनत से शादी कर ली मगर ये शादी सिर्फ एक साल ही टिक पायी. हालांकि, इन दोनों ने शादी की ख़बरों पर हमेशा चुप्पी साध ली. संजय खान पहले से ही शादीशुदा थे और तीन बच्चों के पिता भी थे इसके बावजूद ज़ीनत से उनके प्रेम के चर्चे रहे,

sanjay khan zeenat amanवो भूली दास्तां ना कभी याद आएगी...

1980 में उस वक्त की मशहूर फ़िल्मी मैगजीन में छपा कि एक फ़ाइव स्टार होटल में संजय खान ने अपनी पत्नी के सामने ज़ीनत अमान पर ना सिर्फ हाथ उठाया बल्कि बुरी तरह से उन्हें पीटा भी. वजह थी जो डेट्स ज़ीनत अमान ने शूटिंग के लिये किसी निर्माता को दी थी उन्हीं डेट्स में संजय खान अपनी फिल्म 'अब्दुल्ला' का गाना शूट करना चाहते थे. ज़ीनत जब होटल पहुंची संजय खान से बात करने के लिये तो पहले वो इस बात से ख़फ़ा हो गये कि उनकी पत्नी की मौजूदगी में ज़ीनत वहां आ धमकीं और फिर दूसरे कमरे में बहस हिंसा में तब्दील हो गयी. बहुत से लोग वहीं मौजूद थे बंद कमरे में क्या हो रहा था सबको पता था लेकिन सब ख़ामोश थे.

फिर होटल के स्टाफ़ ने ख़ून से लथपथ ज़ीनत को मदद पहुंचायी. हालांकि, पुलिस में ज़ीनत ने कोई रिपोर्ट नहीं दर्ज करवाई. नब्बे के दशक में सिम्मी ग्रेवाल ने अपने टीवी शो रेन्देवू" में बिना संजय खान का नाम लिये जब ये पूछा - "एक वक्त वो हिंसा का शिकार हुईं हैं?" इस पर ज़ीनत का जवाब था "मैं उस बात को भूल चुकी हूं और उम्मीद करती हूं जो हुआ वो दोबारा नहीं होगा." आज भी संजय खान और ज़ीनत एक दूसरे के बारे में बात करना पसंद नहीं करते.

2. नूतन और संजीव कुमार

इन दोनों स्टार्स ने दो फिल्मों में साथ काम किया 1968 में 'गौरी' और 1970 में 'देवी'. नूतन और संजीव कुमार बहुत अच्छे दोस्त थे, लेकिन उस दौर की फ़िल्मी मैगज़ीन्स में इन दोनों के इश्क़ की ख़बरें छपने लगीं. नूतन शादीशुदा थीं. नूतन के पति लेफ़्टिनेंट रजनीश बहल को इन ख़बरों से सख़्त ऐतराज़ था लेकिन नूतन और संजीव के अफ़ेयर की ख़बरें खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं थीं. इसी दौरान फिल्म के सेट पर संजीव कुमार प्रेस से घिरे थे और नूतन को लगा संजीव कुमार खुद ऐसी ख़बरें फैला रहे हैं.

sanjeev kumar, nutanठाकुर को थप्पड़... ये तो बहुत नाइंसाफी है...

ये सब देखने के बाद और घर में पति से तनाव के कारण नूतन आपा खो बैठीं और सरेआम संजीव कुमार को थप्पड़ जड़ दिया. संजीव कुमार को कुछ समझ नहीं आ रहा था. वो सन्न रह गये. वैसे बाद में भी संजीव कुमार ने नूतन के बारे में कभी कुछ नहीं कहा.

3. दिलीप कुमार और मधुबाला

इन दोनों सुपरस्टार्स ने चार फिल्मों में साथ काम किया 1951 में आयी 'तराना', 1952 में 'संगदिल', 1954 में 'अमर' और 1960 में 'मुगल-ए-आजम'. दोनों खुद में बहुत बड़े स्टार थे बल्कि इनकी स्क्रीन जोड़ी भी सुपर हिट थी. साथ काम करने से दोनों एक दूसरे के क़रीब आये. दोस्ती मोहब्बत में बदल गयी लेकिन काम में मधुबाला के पिता की दखलंदाज़ी दिलीप कुमार को पसंद नहीं थी और यही इन दोनों के झगड़े की वजह भी बनी.

dilip kumar, madhubalaकुछ भी हो अनारकली जेल नहीं जाएगी...

1957 की सुपर हिट फिल्म 'नया दौर' में दिलीप कुमार की हीरोइन पहले मधुबाला थीं, लेकिन मधुबाला के पिता आउटडोर शूटिंग के ख़िलाफ़ थे. बात इतनी बढ़ गई जब फिल्म के निर्माता निर्देशक बीआर चोपड़ा ने मधुबाला को फिल्म से निकाल कर वैजयंती माला को कास्ट कर लिया. इस बात से मधुबाला और उनके पिता बौखला गये और मानहानि का दावा करने की धमकी दी.

फिल्म के निर्माता निर्देश बीरआर चोपड़ा ने उनसे पहले ही मानहानि का दावा ठोक दिया और कोर्ट में दिलीप कुमार ने बीएआर चोपड़ा का साथ दिया. मधुबाला केस हार गईं लेकिन बीआर चोपड़ा ने केस वापस ले लिया, जब उन्हें एहसास हुआ कि मधुबाला को जेल जाना पड़ सकता है. हाल ये हो गया कि मुगल-ए-आजम के कई सीन शूट करते वक्त ये दोनों एक दूसरे से बात भी नहीं करते थे और ये प्रेम कहानी कुछ इस तरह खत्म हुई.

ऋतिक और कंगना के बीच प्रेम था या दोस्ती या फिर सिर्फ जान-पहचान थी, ये तो किसी को नहीं मालूम - लेकिन इनके रिश्ते कभी बेहतर हो पाएंगे इसकी उम्मीद भी कम लगती है. वैसे ये ये बॉलीवुड है जहां कहते हैं, ना दोस्ती परमानेन्ट रहती है ना दुश्मनी.

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लेखक

सिद्धार्थ हुसैन सिद्धार्थ हुसैन @siddharth.hussain

लेखक आजतक में इंटरटेनमेंट एडिटर हैं

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