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Updated: 05 अक्टूबर, 2020 08:54 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों का शुमार आज भी देश के सबसे दिलचस्प चुनावों में होता है. चुनावों के दौरान महाराष्ट्र में ऐसा बहुत कुछ हुआ जिसने पॉलिटिकल पंडितों तक को हैरत में डाल दिया. के शिवसेना (Shivsena) जोकि एनडीए (NDA) में भाजपा (BJP) के साथ थी उसने गठबंधन खत्म किया और विचारधारा को परे रखकर सियासी फायदे के कांग्रेस-एनसीपी (Congress-NCP) से दोस्ती की. किसी जमाने में अपने को ठेठ हिंदूवादी पार्टी बताने वाली शिवसेना का अपने को सेक्युलर कहने वाली कांग्रेस (Congress) के साथ आना बीजेपी को एक फूटी आंख भी नहीं भाया. वो दिन है और आज का दिन है भाजपा के आरोपों से लेकर मीडिया की सुर्खियों तक, शिवसेना चर्चा में है. बात शिवसेना के सुर्खियों में आने की मुख्य वजहों की हो तो हम किसी भी सूरत में संजय राउत (Sanjay Raut) को नकार नहीं सकते. एक बार फिर संजय राउत के चलते पार्टी आलोचकों विशेषकर भाजपा समर्थकों के निशाने पर है. संजय राउत ने स्टैंड अप कॉमेडियन कुणाल कामरा (Kunal Kamra) से मुलाकात की है और मुलाकात की उन तस्वीरों को अपने सोशल मीडिया हैंडल से साझा किया है.

Kunal Kamra, Sanjay Raut, Shivsena, Uddhav Thakarey, Bal Thakreकॉमेडियन कुणाल कामरा के साथ मिलते और तस्वीर को ट्विटर पर शेयर करते शिवसेना नेता संजय राउत

कुणाल कामरा के साथ ली गई संजय राउत की ये तस्वीर ट्रेंड में है. कुनाल से संजय राउत की भेंट क्यों हुई? इसकी वजह भी दिलचस्प है. माना जा रहा है कि कुणाल ने संजय राउत के साथ अपने चर्चित टॉक शो 'shut up ya kunal सीजन 2 के लिए एक एपिसोड शूट किया है.

अब चूंकि संजय राउत और कुणाल की तस्वीरें सामने आ गई हैं तो संजय राउत स्टैंडअप कॉमेडी सीख रहे हैं या कुणाल कामरा नेतागिरी इसका फैसला तो शो देखकर होगा लेकिन जिस तरह दो लोगों का भरत मिलाप हुआ है और जैसे दोनों एक दूसरे के साथ सहज हैं इसकी एक बड़ी वजह मोदी विरोध को माना जा सकता है.

ध्यान रहे कि जिस दिन से शिवसेना और भाजपा की दोस्ती टूटी है राउत भाजपा और पीएम मोदी को लेकर एक से एक बातें कर रहे हैं और तमाम तरह के गंभीर आरोप लगा रहे हैं. इसी तरह जब हम स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा को देखते हैं तो कामरा आज जिस भी मुकाम पर हैं उसकी एक बड़ी वजह नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों का विरोध है.कुणाल कामरा का पीएम मोदी और उनकी पार्टी के प्रति क्या रवैया है गर जो इस बात को समझना ही तो हम उनके ट्विटर से लेकर यूट्यूब चैनल तक कहीं का भी रुख कर सकते हैं तमाम चीजें खुद ब खुद साफ हो जाएंगी.

चूंकि बात कुणाल के शो 'शट अप या कुनाल' और उस एपिसोड की चल रही है जिसमें संजय राउत ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. तो इस एपिसोड का कंटेंट क्या होगा? ये भी किसी से छुपा नहीं है. एक बड़ा वर्ग है जो ये मानता है कि अवश्य ही शो को एक प्लेट फॉर्म बनाकर दोनों ने अपने मन की भड़ास निकाली होगी.

जैसा कि हम बता चुके हैं तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं तो लाजमी था कि इस तस्वीर पर लोग रियेक्ट भी करेंगे. जब हम इस तस्वीर पर आए रिएक्शन्स को देखने हैं तो तमाम चीजें साफ हो जाती हैं और कहीं न कहीं इस बात का आभास होता है कि मुलाकात से जितना फायदा संजय राउत का हुआ है उतना ही फायदा इससे खुद कुणाल कमरा को भी हुआ है.

आइये नजर डालते हैं कुछ चुनिंदा रिएक्शन्स पर और समझने का प्रयास करें कि दो मोदी विरोधियों का एक दूसरे से मिलना इस देश की जनता को कैसा लगा है.

इस मुलाकात के बाद यूजर्स यही सवाल कर रहे हैं कि आखिर कौन किसपर भारी पड़ रहा है.

सोशल मीडिया पर लोग ये भी कह रहे हैं कि एक हिंदूवादी नेता के रूप में पहचान रखने वाले बाल ठाकरे की पार्टी आज किस मुकाम पर आ गई है.

यूजर्स का ये भी कहना है कि वो आदमी जो हिंदुओं से नफरत करता है उससे संजय राउत का मिलना एक नेता के रूप में सं जय संजय राउत को गर्त के अंधेरों में ले जाएगा.

यूजर्स ये तक कह रहे हैं कि इस तस्वीर को देखकर बाला साहेब ठाकरे की आत्मा को गहरा आघात लगा होगा.

बहरहाल संजय राउत ने स्टैंडअप कॉमेडी सीखी या फिर कुणाल कमरा को नेतागिरी के दांव पेंच सीखने को मिले इसका फैसला तो वक़्त करेगा लेकिन जो वर्तमान है उसे देखकर इतना तो साफ है कि राउत ने कामरा को एक ऐसे टूल की तरह देखा है जो उनपर लगे तमाम दागों को धो दे. बात दाग की चली है तो जनता जान ले चाहे वो सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला हो या फिर कंगना का मुंबई में प्रवेश निषेध करना, आलोचकों ने मुखर होकर राउत की आलोचना की थी. ऐसे में ये मुलाकात कहीं न कहीं खुद को पाक दामन साबित करने का एक जरिया भर है.

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लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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