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Updated: 11 सितम्बर, 2015 03:47 PM
आशीष मिश्रा
आशीष मिश्रा
  @Ruritania
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किरण बेदी ने बीजेपी ज्वॉइन कर ली, हमारे लिए ये कोई ताज्जुब की बात नहीं थी. इसलिए नहीं कि किरण बेदी का बीजेपी के प्रति झुकाव जगजाहिर था बल्कि इसलिए कि हमें पता था जब सूर्य ‘उत्तरायण’ होता है तो किरणें ‘दक्षिण’ को ही गिरती हैं. शाजिया इल्मी के भी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ लड़ने की खबरें आ-जा रहीं थी. कल को उन्हें भी बीजेपी से टिकिट मिल जाए तो आश्चर्य न होगा, क्योंकि हम उन्हें भी एक चर्चित वीडियो में ‘साम्प्रदायिक’ हो जाने की बात कहते देख-सुन चुके हैं. साम्प्रदायिकता की खेती बीजेपी की उर्वर भूमि से परे और कहां हो सकती है? शाजिया इल्मी ने आम आदमी पार्टी छोड़कर ठीक भी किया, आम आदमी पार्टी में कभी उन्हें सही तरीके से समझा ही नहीं गया पहले तो मसखरी में उन्हें ‘हारकेपुरम’ से लड़वा दिया गया और अब बीजेपी में जाने की बात से ऐसे घबरा गए जैसे वो अरविंद केजरीवाल को हरा ही देंगी.

बात सिर्फ किरण बेदी और शाजिया इल्मी की होती तो फर्क नहीं पड़ता, ये बात सामने आई कि जया प्रदा भी बीजेपी ज्वॉइन करने के संकेत दे रही हैं, यहाँ ‘जया प्रदा के साथ अमर सिंह भी बीजेपी ज्वॉइन कर सकते हैं.’ नहीं लिखा जा रहा है क्योंकि बच्चे-बच्चे को पता है नटराज पेन्सिल के पैकेट के साथ शार्पनर और जया जी के साथ अमर सिंह हमेशा मुफ्त में आते हैं.

अमर सिंह के साथ अपनी विडंबनाएं जुड़ी हैं, वो अब न्यूज में सिर्फ तब आते हैं जब कोई पार्टी बदल रहे हों, सीडी लीक कर रहे हों या आजम खान से मुंहजोरी कर रहे हों. अमर सिंह की व्यथा सिर्फ इतनी है कि अमिताभ बच्चन को छोड़ने के बाद उनकी जिन्दगी ‘अभिषेक बच्चन’ हो चुकी है. दिल्ली में सर्दी के ये हाल हैं कि रजाई के मोह में फंस अगर ऑफिस पहुंचने में आधा घंटा देर हो जाए तो भी बॉस की डांट का डर नहीं डराता क्योंकि बॉस खुद कम्बल में लिपटे डेढ़ घंटे देर से आते हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि इतनी ठण्ड में जब कोई अपनी रजाई छोड़ने को तैयार नहीं होता तो बीजेपी में ऐसा क्या है कि लोग अपनी-अपनी पार्टियां छोड़ बीजेपी में आ रहे हैं. सूत्र बताते हैं इसकी इकलौती वजह ये है कि अमित शाह ने बीजेपी कार्यालय में ढेरों अलाव जला रखे हैं.

चलते-चलते- किरण बेदी बीजेपी में आ चुकी हैं, शाजिया इल्मी और जया प्रदा बीजेपी से चुनाव लड़ सकती हैं, हालात ऐसे हैं कि बीजेपी में सिर्फ वो लोग नहीं हैं जो या तो गांधी परिवार में हैं या बिग बॉस के घर में बंद, 26 जनवरी पर भारत आ रहे बराक ओबामा भी अमित शाह से मिलने से सकुचा रहे हैं, क्या पता लौटते तक में उन्हें भी बीजेपी की सदस्यता न दिला दें?

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लेखक

आशीष मिश्रा आशीष मिश्रा @ruritania

लेखक एक व्यंग्यकार हैं.

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