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Updated: 09 नवम्बर, 2021 09:20 AM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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दोस्ती में न सही लेकिन जब व्यक्ति किसी से दुश्मनी करता है तो साम दाम दंड भेद एक करना मजबूरी भी होता है और जरूरत भी. दुश्मनी वाली रिलेशनशिप का एक नियम है यदि कोई नहला मारे तो पड़ने वाले दहले की टाइमिंग ऐसी हो कि अगला चारों खाने चित हो जाए. बात दोस्ती की नहीं दुश्मनी की चल रही है ऐसे में अगर हम एनसीपी नेता और उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक और एनसीबी के आला अधिकारियों में शुमार समीर वानखेड़े का जिक्र न करें तो सारी बात ही अधूरी रह जाती है. मुंबई ड्रग्स केस में शाहरुख के बेटे आर्यन खान का बचाव करते नवाब मलिक जिस तरह पानी पी पीकर हर बीतते दिन के साथ समीर वानखेड़े पर आरोप लगा रहे हैं और समीर भी जिस तरह नवाब से लोहा ले रहे हैं सारा मंजर देखने लायक है. जैसा कि हम बता चुके हैं दुश्मनी में इंसान साम दाम दंड भेद अलग कर देता है और ऐसा बहुत कुछ कर जाता है जो अशोभनीय होता है, इस मामले में भी देखने को मिल रहा है.

Mumbai Drugs Case, Aryan Khan, SRK, Nawab Malik, Sameer Wankhede, Allegationनवाब मलिक और समीर वानखेड़े की दुश्मनी अब हदों को पार करती नजर आ रही है

अपनी दुश्मनी में एक हाथ आगे निकलते हुए नवाब मलिक ने अब समीर के परिवार को आड़े हाथों लिया है और ड्रग्स के बहाने समीर वानखेडे की साली को आड़े हाथों लिया है. मुंबई ड्रग्स केस के मद्देनजर नवाब ने एक ट्वीट किया है और समीर वानखेड़े की साली हर्षदा दीनानाथ रेडकर पर ड्रग व्यापार में लिप्त होने का आरोप लगाया है. इसके अलावा नवाब मलिक ने इस मामले में पुणे कोर्ट में लंबित चल रहे मामले के सबूत भी पेश किए हैं.

नवाब मलिक ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि' समीर दाउद वानखेड़े, क्या आपकी साली हर्षदा दीनानाथ रेडकर ड्रग व्यापार में शामिल है? तुम्हें जवाब जरूर देना चाहिए. क्योंकि, उसका केस पुणे हाईकोर्ट में लंबित है.' अपने ट्वीट में मलिक ने पेंडिंग केस के सबूत भी प्रस्तुत किये हैं.

चूंकि समीर और नवाब की लड़ाई सांप नेवले सरीखी हो गई है इसलिए बीते दिनों नवाब ने एक ऑडियो क्लिप भी वायरल की थी. एनसीपी नेता नवाब मलिक का दावा था कि इस ऑडियो में बात करने वाले दो लोगों में एक स्टेलिन डिसूजा है तो दूसरा एनसीबी अधिकारी है. ध्यान रहे कि इस मामले में स्टेलिन डिसूजा का नाम तब सामने आया था, जब प्रभाकर सैल ने आरोप लगाया था कि किरण गोसावी और स्टेलिन के बीच आर्यन खान मामले में 25 करोड़ की रिश्वत की बात हुई है.

मामले में दिलचस्प ये की इस अमाउंट में से आठ करोड़ रुपये की मोटी रकम समीर वानखेड़े को दी जाने वाली थी. जैसे कि हम बता चुके हैं चाहे वो नवाब मलिक हों या फिर समीर वानखेड़े कोई किसी से कम नहीं है. मौके पर समीर वानखेड़े ने भी दहला जड़ा है और कहा है कि, एक महिला का नाम प्रसारित करके अच्छा काम किया है मेरे प्यारे दोस्त. वास्तव में, जब हम कोई प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हैं, तो हम महिलाओं के नाम उनकी गरिमा की रक्षा के लिए साझा नहीं करते हैं.'

वानखेड़े ने आगे कहा, "क्या ऐसी महिला का खुलकर नाम लेना उचित है जिसके दो बच्चे और एक परिवार है? इसके बाद वानखेड़े ने ये भी कहा था कि वो नवाब मलिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं.' मामले में मजेदार बात ये है कि समीर ने नवाब को सिर्फ धमकी नहीं दी बल्कि वो करके दिखाया जो उन्होंने कहा था. बताते चलें कि वानखेड़े परिवार की तरफ से महाराष्ट्र सरकार के कद्दावर मंत्रियों में शुमार नवाब मलिक पर मानहानि का केस ठोका गया है.

गौरतलब है कि समीर वानखेड़े के पिता ध्यानदेव वानखेड़े ने नवाब मलिक के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख करते हुए मानहानि का केस दर्ज किया है. वानखेड़े के वकील अर्शद शेख ने कहा, मलिक वानखेड़े के परिवार को फ्रॉड कह रहे हैं और उनके धर्म पर सवाल उठाते हुए कह रहे हैं कि वे हिंदू नहीं हैं. मलिक रोजाना पूरे परिवार को फ्रॉड कह रहे हैं वे उनकी बेटी यास्मीन के करियर को भी बर्बाद कर रहे हैं, जो क्रिमनल लॉयर है और नारकोटिक्स केस में वकालत नहीं करती.

नवाब मलिक को घेरे में लेते हुए जो केस हुआ है उसमें इस बात का जिक्र है कि मलिक ने पूर्वाग्रह से प्रेरित होकर वादी और उसके परिवार के सदस्यों के नाम, चरित्र, प्रतिष्ठा और सामाजिक छवि को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है. ध्यानदेव की मांग है कि मलिक, उनकी पार्टी के नेताओं और अन्य सभी को उनके और उनके परिवार के खिलाफ मीडिया में कुछ भी आपत्तिजनक, मानहानिकारक सामग्री लिखने, बोलने या प्रकाशित करने पर रोक लगाई जाए.

ध्यानदेव ने अपील की कि हाईकोर्ट यह घोषित करे कि मलिक के बयान, आरोप चाहे लिखित हो या मौखिक या उनके द्वारा या उनके परिवार के द्वारा सोशल मीडिया पर दिए गए हैं, वे प्रकृति में अत्याचारी और मानहानिकारक हैं. समीर वानखेड़े के पिता इतने पर ही रुक जाते तो भी ठीक था उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया समेत अन्य जगहों पर मौजूद इंटरव्यू और बयानों को हटाने की भी मांग की है.

बात अगर ध्यानदेव वानखेड़े की शिकायत पर हो तो अपनी शिकायत में ध्यानदेव वानखेड़े ने नवाब मलिक को मुद्दा बनाया है और कहा है कि समीर वानखेड़े पर नवाब मलिक के आरोप उनके दामाद की ड्रग्स केस में गिरफ्तारी के बाद ही शुरू हुए. ध्यान रहे कि समीर खान को सितंबर में जमानत मिली. ध्यानदेव ने नवाब मलिक पर 1.25 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा ठोका है. वहीं भाजपा के नेता मोहित कंबोज ने भी नवाब मलिक को निशाने पर लिया है और 100 करोड़ का मानहानि मुकदमा लगाया है.

बाकी जिस तरह का मुंबई ड्रग्स केस है और आरोप प्रत्यारोप के तहत जैसे नवाब मलिक और समीर वानखेड़े एक दूसरे से तू डाल-डाल मैं पात-पात कह रहे हैं इतना तो तय है कि जैसे जैसे अभी आगे दिन बीतेंगे इस पूरे मामले में न सिर्फ ट्विस्ट और टर्न्स आएंगे बल्कि रिश्ते, गरिमा, मर्यादा, परिवार सब तार तार होंगे.

चाहे वो एनसीपी नेता नवाब मलिक हों या फिर समीर वानखेड़े दोनों दुश्मनों से हम बस इतना ही कहेंगे कि ये लोग खूब दुश्मनी करें, एक दूसरे की जमकर धज्जियां उड़ाएं लेकिन इतना रखें कि इंसानियत, रिश्ते और मनावता तीनों ही शर्मसार न हों. साफ़ है कि एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए दोनों ही लोगों द्वारा जो कुछ भी किया जा रहा है वो कानून और संविधान के साथ साथ एक देश के रूप में भारत को भी शर्मिंदा कर रहा है.

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बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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