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Updated: 02 मई, 2019 02:20 PM
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प्रियंका गांधी वाड्रा ने वाराणसी से अपने चुनाव न लड़ने की वजह अब खुद ही बता दी है. अब तक इस मुद्दे पर कभी राजीव शुक्ला तो कभी सैम पित्रोदा के बयान आते रहे - और सभी नेता अपने अपने तरीके से सफाई देते रहे.

प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में कांग्रेस को मजबूत करने की जिम्मेदारी मिली हुई है. प्रियंका वाड्रा इसी काम में जुटी भी हुई हैं - और बता रही हैं कि इसी जिम्मेदारी के चलते कांग्रेस ने वाराणसी से उनके न लड़ने पर सामूहिक निर्णय लिया.

आम चुनाव के चार चरण बीत जाने के बाद प्रियंका वाड्रा आत्मविश्वास से भरी हुई नजर आ रही हैं - और कह रही हैं कि देश में प्रधानमंत्री मोदी को कोई नेता चुनौती दे सकता है तो वो सिर्फ और सिर्फ राहुल गांधी ही हैं.

कांग्रेस उम्मीदवार जीतेंगे या बीजेपी के वोट काटेंगे?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के हमले जारी हैं. ये बात अलग है कि 'चौकीदार चोर है' नारे को लेकर राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट में खेद जताने से काम न चलने पर माफी मांगनी पड़ी है.

हाल ही में शरद पवार का एक बयान आया था जिसमें प्रधानमंत्री पद के विपक्ष के उम्मीदवारों की सूची से राहुल गांधी को उन्होंने बाहर रखा था. शरद पवार ने कहा कि चुनाव नतीजों के बाद एनडीए की हार की सूरत में ममता बनर्जी, मायावती और चंद्रबाबू नायडू पीएम कैंडिडेट हो सकते हैं. प्रियंका गांधी के ताजा दावे को शरद पवार के बयान से जोड़ कर देखा जा सकता है.

सवाल ये है कि जब विपक्ष के ज्यादातर नेता राहुल गांधी से कन्नी काटने लगे हैं, फिर किस बूते वो प्रधानमंत्री मोदी को टक्कर देने वाले हैं?

मायावती और अखिलेश यादव राहुल गांधी के नेतृत्व और उनके साथ गठबंधन को खारिज कर चुके हैं. अरविंद केजरीवाल दिल्ली में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन न होने के बाद राहुल गांधी की नीयत में ही खोट बता रहे हैं. ममता बनर्जी तो राहुल गांधी को जरा भी तवज्जो नहीं देतीं. शरद पवार की शॉर्ट लिस्ट से भी राहुल गांधी बाहर हैं - फिर कैसे मुमकिन है कि राहुल गांधी ही प्रधानमंत्री मोदी को टक्कर दे सकते हैं?

narendra modiमोदी को टक्कर...

विपक्षी खेमे में राहुल गांधी पर सबसे बड़ा आरोप लग रहा है कि वो बीजेपी का रास्ता आसान कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल तो यही समझा रहे हैं कि कांग्रेस दिल्ली में आप के वोट काट रही है. यूपी में सपा-बसपा गठबंधन को कमजोर कर रही है. पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में भी वही हाल है. लेकिन प्रियंका गांधी वाड्रा ऐसे आरोपों को सिरे से खारिज कर रही हैं.

आज तक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में प्रियंका ने यही समझाने की कोशिश की कि कांग्रेस का उम्मीदवार यूपी में या तो जीतने जा रहा है या फिर वो बीजेपी के वोट काट रहा है.

राजदीप सरदेसाई: पूर्वी यूपी में सपा-बसपा मजबूत है, आप उनका वोट काट रही हैं.

प्रियंका वाड्रा: तीन सीटें दिखा दीजिए, जहां मेरा उम्मीदवार गठबंधन के वोट काट रहा हो.

राजदीप सरदेसाई: उन्नाव, बाराबंकी, कानपुर कई सीटें हैं, जहां कांग्रेस वोट काट रही है.

प्रियंका वाड्रा: वहां मेरे उम्मीदवार मजबूत हैं, वो जीतेंगे. एक ऐसा उम्मीदवार दिखा दीजिए जो बीजेपी का वोट नहीं काट रहा हो. मैंने यूपी के नेताओं के साथ मिलकर ऐसे उम्मीदवार दिये हैं, जिससे बीजेपी का वोट कटेगा. या मेरा उम्मीदवार जीतेगा, या बीजेपी का वोट काटेगा.

राजदीप सरदेसाई: चुनाव नतीजे क्या होंगे, नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे या नहीं?

प्रियंका वाड्रा: मैं दावा करती हूं कि कांग्रेस का एक ऐसा उम्मीदवार दिखाओ जो बीजेपी की मदद कर रहा हो.

राजदीप सरदेसाई: सहारनपुर में आपने मुस्लिम कैंडिडेट रखा?

प्रियंका वाड्रा: इमरान जीतेगा सहारनपुर से.

'सिर्फ राहुल गांधी दे सकते हैं मोदी को टक्कर!'

करीब महीने भर प्रियंका वाड्रा के वाराणसी से चुनाव लड़ने को लेकर अटकलों का दौर जारी रहा. यहां तक कि रॉबर्ट वाड्रा ने भी बयान देकर सस्पेंस बढ़ा दिया. राहुल गांधी तो कह रहे थे कि सस्पेंस है तो अच्छा है - और ये हमेशा गलत नहीं होता. ये ऐसी गोलमोल बातें थीं कि प्रियंका वाड्रा के चुनाव लड़ने को लेकर शक की गुंजाइश कम ही बच रही थी - लेकिन एक दिन अचानक कांग्रेस की ओर से घोषणा कर दी गयी कि वाराणसी से कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार अजय राय होंगे. 2014 में भी अजय राय ही कांग्रेस उम्मीदवार थे और उनकी जमानत भी जब्त हो गयी थी. तब नरेंद्र मोदी ने अरविंद केजरीवाल को भी वोटों के भारी अंतर से हराया था.

प्रियंका वाड्रा से बातचीत में आज का सवाल था - क्या राहुल गांधी इस चुनाव में पूरी तरह से चुनौती के लिए तैयार हैं?

आत्मविश्वास से भरपूर प्रियंका वाड्रा बोलीं, 'राहुल पूरी तरह से तैयार हैं. राहुल जैसा नेता, जो आलोचना सुनना जानता हो. जिनके बारे में तरह-तरह की बातें कहीं जाती हैं. लेकिन वो सुनते हैं, सीखते हैं, जनता का आदर करते हैं. ऐसा नेता पूरे देश में कोई नहीं है.'

अगला सवाल रहा - बीजेपी कहती है राहुल नरेंद्र मोदी टक्कर नहीं दे सकते हैं?

प्रियंका गांधी ने बड़े दावे के साथ कहा, 'राहुल गांधी इकलौते नेता हैं इस देश में जो मोदी को टक्कर दे रहे हैं.' बेशक प्रियंका वाड्रा के दावे के पीछे उनकी रिसर्च और आकलन होंगे. कांग्रेस का अपना सर्वे भी हो सकता है. सबसे बड़ी बात कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए भी ये बयान बेहद कारगर हो सकता है.

लेकिन वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी को चैलेंज करने का प्रियंका गांधी वाड्रा का भी अंदाज तो यही था. ऐसा भी नहीं कि वो बात आई गयी और हो गयी. पूरे महीने भर खूब सस्पेंस बनाया गया - और फिर टांय-टांय फिस्स. आखिर राहुल गांधी भी तो ऐसे ही भूकंप लाने के दावे करते रहते हैं. नतीजा क्या होता है?

ये कांग्रेस नेताओं के बयानों का ट्रैक रिकॉर्ड ही है जो भूकंप लाने, चुनाव मैदान में मोदी को चुनौती देने और देश में टक्कर देने की बातें एक जैसी ही लगती हैं. जैसे कोई जुमला हो!

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