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कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी गलतियां मानते हुए कई खतरनाक खुलासे किए
पंजाब चुनाव 2022 (Punjab Election 2022) में भाजपा (BJP) और ढींढसा गुट के साथ गठबंधन कर पंजाब लोक कांग्रेस के नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) सियासी रण में उतरने की तैयार हैं. पंजाब चुनाव से पहले अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक पर कई खतरनाक खुलासे किए हैं.
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पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा और ढींढसा गुट के साथ गठबंधन कर पंजाब लोक कांग्रेस के नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह सियासी रण में उतरने की तैयार हैं. कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के जरिये कैप्टन अमरिंदर सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. जिसके बाद पंजाब में 5 दशकों तक कांग्रेस की राजनीति करने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस के ही खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया था. अब पंजाब चुनाव नजदीक आ चुके हैं, तो आजतक को दिए एक इंटरव्यू में अमरिंदर सिंह ने अपनी रणनीतियों को लेकर जानकारी साझा की. लेकिन, इसी इंटरव्यू में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी गलतियों को मानते हुए कई खतरनाक खुलासे भी किए. आइए जानते हैं कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने क्या खुलासे किए...
आजतक को दिए एक इंटरव्यू में अमरिंदर सिंह ने पीएम मोदी की सुरक्षा चूक को कांग्रेस की जिम्मेदारी बताया.
सीएम चन्नी और रेत माफिया का गठजोड़
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के परिवार पर डाले गए ईडी के छापों के सवाल पर कहा कि 'मैंने सीएम बनने के पहले ही साल देख लिया था कि पंजाब में रेत माफिया का राज है. इसके बारे में मैंने कांग्रेस आलाकमान को बताया भी था. उन्होंने मुझसे पूछा कि इस पर क्या कार्रवाई करेंगे? मैंने कांग्रेस आलाकमान को बताया कि इसमें ऊपर से लेकर नीचे तक सरकार के लोग शामिल हैं. चरणजीत सिंह चन्नी के अलावा और भी कई मंत्री इस सिंडीकेट में रेत माफिया के साथ जुड़े हैं. मैंने जो रिपोर्ट बनाई थी, उसका हिस्सा चन्नी भी थे. अवैध रेत मामले में कार्रवाई न करना मेरी गलती थी.'
सीएम चन्नी पर #MeToo के आरोप
सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर मीटू (MeToo) के आरोपों के बारे में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुलासा करते हुए कहा कि 'मेरे पास एक आईएएस पति-पत्नी आए थे. उन्होंने बताया था कि उनके एसडीएम रोपड़ रहने के दौरान चरणजीत सिंह चन्नी उन्हें रात में एक बजे-दो बजे फोन करता था. अलग-अलग तरह से परेशान करता था. मैंने अगले दिन चन्नी को बुलाया, तो वह मुकर गया. फिर कहने लगा कि गलती हो गई. उसके बाद चन्नी से कहा कि जाकर उनसे माफी मांगों. अगर माफी मिलती है, तो ठीक है. वरना मैं तुम्हारे खिलाफ कार्रवाई करूंगा. उस दंपत्ति ने चन्नी को माफ कर दिया. तो, चन्नी पर कार्रवाई नही हुई.' अमरिंदर सिंह ने कहा कि 'मेरे पास आईएएस दंपति आए थे, तो यह तय था कि उस पर लगे मीटू के आरोप सही थे.' चन्नी पर कार्रवाई नहीं करने के सवाल पर कैप्टन ने कहा कि 'उस दंपत्ति ने मुझे बताया कि हमने माफ कर दिया है, इसलिए कार्रवाई नही की.'
मैं भाजपा को गाली नहीं देता था, इसीलिए कांग्रेस ने हटाया
फिरोजपुर रैली में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के भीड़ नहीं जुटा पाने के आरोपों पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि 'वो रैली भाजपा की थी, तो मैं भीड़ जुटाने में कैसे नाकामयाब रहा? मैं वहां मेहमान के तौर पर गया था.' वहीं, कांग्रेस नेताओं की ओर से उन पर भाजपा के इशारों पर काम करने के आरोपों पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि 'मुझे सीएम पद से हटाया ही इसी वजह से गया कि मैं भाजपा को गाली नहीं देता था. एक सीएम होने के नाते प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से बात करना मेरा कर्तव्य था. राज्य के वित्त मंत्री से लेकर हर मंत्री को केंद्र सरकार के साथ बातचीत करनी होती है. वरना, पंजाब कैसे चलता.'
सिद्धू एक 'अनस्टेबल' शख्स है
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर एक किस्सा भी बताया. उन्होंने कहा कि 'नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस में शामिल करने से पहले कांग्रेस आलाकमान ने मेरी उनसे मुलाकात कराई थी. कांग्रेस आलाकमान चाहता था कि मैं पता करूं कि नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में पार्टी के कितने काम आ सकते हैं? मुलाकात के दौरान सिद्धू ने दावा किया था कि वह एक घंटा सुबह-शाम आमने-सामने बैठकर भगवान से बातें करते हैं. जिसके बाद मैंने कांग्रेस आलाकमान को आगाह किया था कि ये एक 'अनस्टेबल' शख्स है. मुझे नहीं पता सिद्धू को कांग्रेस आलाकमान ने क्यों बैठाया हुआ है? नवजोत सिंह सिद्धू के पास भविष्य के बारे कोई योजना नही हैं.'
पंजाब को कॉमेडियन नहीं, गंभीर सीएम चाहिए
आम आदमी पार्टी के सीएम चेहरा भगवंत मान और कांग्रेस की ओर से नवजोत सिंह सिद्धू के बारे में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि 'भगवंत मान कॉमेडियन हैं. और, पंजाब को कॉमेडियन नहीं, कोई गंभीर व्यक्ति ही चला सकता है. पंजाब का पाकिस्तान के साथ 600 किमी का बॉर्डर है. इसे कोई कॉमेडियन नहीं चला सकता है. नवजोत सिंह सिद्धू से मैंने कई बार बोला कि जाओ...पाकिस्तान के जनरल बाजवा और पीएम इमरान खान को गले लगाओ. इससे देश के लोग आपको पसंद नहीं करेंगे. 2017 में मेरे मुख्यमंत्री बनने के बाद पंजाब के 83 भारतीय सैनिक बॉर्डर पर शहीद हुए हैं. गले लगाने से बॉर्डर पर चल रही गोलीबारी नही रुकती है. अगर ऐसा होता है, तो मैं सिद्धू की तारीफ करूंगा.' अमरिंदर सिंह ने कहा कि 'दोनों ही निकम्मे हैं. सिद्धू अनस्टेबल आदमी है. और, चन्नी के कारनामे किसी से छिपे नही हैं.'
कांग्रेस मुझसे डरी हुई है
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने दुश्मन नंबर वन के बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा कि मुझे जिस तरह कांग्रेस ने निकाला है. कांग्रेस को जाना ही चाहिए. और, कांग्रेस अब डरी हुई है. कांग्रेस ने अभी अपने जो विधानसभा के मेंबर बनाए हैं, वो पहले वालों को ही बनाया है, ताकि अमरिंदर सिंह उन्हें न ले जाए. आम आदमी पार्टी का एजुकेशन और फाइनेंसियल मॉडल क्या है? दिल्ली एक ट्रेडिंग राज्य है. वहां बड़े लोगों पर टैक्स लगाकर क्रॉस सब्सिडाइजेशन के जरिये लोगों को बिजली-पानी मुफ्त दे रहे हैं. आज दिल्ली का एजुकेशन और हेल्थ सिस्टम आज कहां है?'
ये मेरा आखिरी चुनाव था?
अमरिंदर सिंह ने आखिरी चुनावी पारी को लेकर कहा कि 'ये मेरी आखिरी चुनावी पारी होगी. क्योंकि, मुझे कांग्रेस से न निकाला जाता, तो मैं इस बार चुनाव नहीं लड़ता. लेकिन, इसी के चलते मुझे फिर से चुनाव लड़ने का फैसला लेना पड़ा. सीएम बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये फैसला हमारा गठबंधन लेगा.'
ड्रग्स, बेअदबी मामले पर मैंने की कार्रवाई
ड्रग्स और बेअदबी से जुड़े मामलों पर कार्रवाई नहीं करने के आरोपों पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि 'बरगाड़ी, बहबलकलां और कोटकपुरा में बेअदबी के मामले 2015 में हुए थे. और, मैंने पंजाब में सरकार 2017 में बनाई थी. पहले की सरकार ने बेअदबी मामलों की जांच सीबीआई को सौंप दी थी. मैंने सरकार बनाने के बाद अधिकारियों की पूछा कि इसको वापस पंजाब सरकार के अंडर में लो. सीबीआई से केस वापस मांगा, तो नहीं मिला. केंद्र सरकार ने भी केस वापस नहीं दिया. हाईकोर्ट में हम केस हार गए. बाद में सुप्रीम कोर्ट से हमें बेअदबी मामलों के वापस पंजाब सरकार के अंडर लाने का फैसला मिला. इसमें दो-ढाई साल का समय लगा. इसके बाद मैंने इसमें तीन एसआईटी लगाईं. एसआईटी ने जांच पूरी कर कोर्ट में रिपोर्ट सबमिट कर दी है. कोटकपुरा मामले में हाईकोर्ट ने नई एसआईटी बनाने को कहा था. उसकी भी जांच चल रही है. मैं कोर्ट से जल्दी फैसला देने को नहीं कह सकता हूं. लेकिन, हमने कोर्ट में सबकुछ पेश कर दिया. मैंने इन केस को सिरे तक पहुंचाया.'
पीएम मोदी की सुरक्षा में भारी चूक हुई
फिरोजपुर रैली को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि 'मैं एक सैनिक रहा हूं. मुझे पता है कि फौज कैसे काम करती है. मैं भी उसी रास्ते से फिरोजपुर गया था, जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाना था. लेकिन, उस दौरान वहां एक भी आदमी नहीं था. हम आराम से फिरोजपुर पहुंच गए. फिर अचानक से उस रास्ते पर लोग कैसे आ गए? जिस फ्लाईओवर पर पीएम नरेंद्र मोदी का काफिला फंसा था. पाकिस्तान की सैन्य क्षमता के बारे में आप जानते हैं. आर्टिलरी शेल के जरिये पाकिस्तान 35 किमी तक फायर कर सकता है. उसके लिए मिसाइल वगैरह की जरूरत नहीं पड़ती. और, ये फ्लाईओवर पाकिस्तान बॉर्डर से केवल 10 किमी दूर था. अगर पाकिस्तान कोई शरारत करना चाहता, तो सैटेलाइट के जरिये पीएम मोदी को आसानी से निशाना बनाया जा सकता था. ये हमारी जिम्मेदारी नहीं है, तो किसकी जिम्मेदारी है. मैंने पंजाब सरकार का सीएम और गृह मंत्री रहते हुए साढ़े नौ साल तक प्रधानमंत्री समेत सारे वीवीआईपी की सुरक्षा देखी. मान लीजिए कि पाकिस्तान की ओर से पीएम मोदी पर ओपन फायर कर दिया जाता है, तो किसकी जिम्मेदारी होती. जिनको इन सब चीजों की जानकारी थी, उन पुलिस वालों को वहां लगाया ही नही गया.'