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किस कार को बेचने पर होगा सबसे ज्यादा फायदा, जानें कौन सी सेकंड हैंड कार चलेगी ज्यादा..

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 29 अगस्त, 2018 04:14 PM
  • 17 दिसम्बर, 2017 06:32 PM
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अगर किसी को कोई गाड़ी बेचनी है तो उसकी रीसेल वैल्यू कैसे तय की जाती है और इस समय अगर किसी को पुरानी गाड़ी खरीदनी है तो कौन सी गाड़ियां अच्छा ऑप्शन बन सकती हैं.

दिसंबर आ गया है और इस दौरान भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट में काफी भारी डिस्काउंट चल रहे हैं. iChowk ने आपको पहले ही आपको इस बारे में बताया है कि गाड़ी कब खरीदनी चाहिए और किस गाड़ी पर ज्यादा डिस्काउंट मिल सकता है. आज हम बात करते हैं कार की रीसेल वैल्यू की. अगर किसी को कोई गाड़ी बेचनी है तो उसकी रीसेल वैल्यू कैसे तय की जाती है और इस समय अगर किसी को पुरानी गाड़ी खरीदनी है तो कौन सी गाड़ियां अच्छा ऑप्शन बन सकती हैं.

क्यों बढ़ती है कार की रिसेल वैल्यू...

  1. कंपनी का इंडियन मार्केट में अच्छा एक्सपीरियंस होता है. इसलिए बेहतर प्रोडक्ट दिया जाता है. जैसे मारुति, ह्युडई आदि.
  2. जिस कार को रिसेल किया जा रहा है उसके स्पेयर पार्ट्स आसानी से उपलब्ध होते हैं. जैसे स्विफ्ट, i10 आदि
  3. जिस कार को रिसेल किया जा रहा है उसके सर्विस सेंटर हर शहर में उपलब्ध होते हैं.
  4. साथ ही, लोकल मैकेनिक को भी पता होता है कि कार की इंजीनियरिंग में क्या है और आसानी से कार किसी लोकल शॉप पर भी ठीक की जा सकती है.
  5. ऐसी कारों की रिसेल वैल्यू ज्यादा होती है जिनकी छोटे शहरों में भी डीलरशिप होती है.
  6. जिन कारों की मार्केट वैल्यू और कस्टमर सैटिस्फैक्शन रिपोर्ट ज्यादा बेहतर होती है उन्हीं कारों की रिसेल वैल्यू भी ज्यादा होती है.

सिर्फ भारतीय बाजार में भी नहीं विदेशी बाजारों में भी अगर किसी कार को दोबारा बेचना है तो उसकी कीमत इन्हीं सब पैमानों को आधार में रखकर तय की जाती है. लोकप्रिय ऑटो साइट Carwale.com ने एक सर्वे के आधार पर बताया कि किस कार की रिसेल वैल्यू भारत में सबसे ज्यादा होती है.

दिसंबर आ गया है और इस दौरान भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट में काफी भारी डिस्काउंट चल रहे हैं. iChowk ने आपको पहले ही आपको इस बारे में बताया है कि गाड़ी कब खरीदनी चाहिए और किस गाड़ी पर ज्यादा डिस्काउंट मिल सकता है. आज हम बात करते हैं कार की रीसेल वैल्यू की. अगर किसी को कोई गाड़ी बेचनी है तो उसकी रीसेल वैल्यू कैसे तय की जाती है और इस समय अगर किसी को पुरानी गाड़ी खरीदनी है तो कौन सी गाड़ियां अच्छा ऑप्शन बन सकती हैं.

क्यों बढ़ती है कार की रिसेल वैल्यू...

  1. कंपनी का इंडियन मार्केट में अच्छा एक्सपीरियंस होता है. इसलिए बेहतर प्रोडक्ट दिया जाता है. जैसे मारुति, ह्युडई आदि.
  2. जिस कार को रिसेल किया जा रहा है उसके स्पेयर पार्ट्स आसानी से उपलब्ध होते हैं. जैसे स्विफ्ट, i10 आदि
  3. जिस कार को रिसेल किया जा रहा है उसके सर्विस सेंटर हर शहर में उपलब्ध होते हैं.
  4. साथ ही, लोकल मैकेनिक को भी पता होता है कि कार की इंजीनियरिंग में क्या है और आसानी से कार किसी लोकल शॉप पर भी ठीक की जा सकती है.
  5. ऐसी कारों की रिसेल वैल्यू ज्यादा होती है जिनकी छोटे शहरों में भी डीलरशिप होती है.
  6. जिन कारों की मार्केट वैल्यू और कस्टमर सैटिस्फैक्शन रिपोर्ट ज्यादा बेहतर होती है उन्हीं कारों की रिसेल वैल्यू भी ज्यादा होती है.

सिर्फ भारतीय बाजार में भी नहीं विदेशी बाजारों में भी अगर किसी कार को दोबारा बेचना है तो उसकी कीमत इन्हीं सब पैमानों को आधार में रखकर तय की जाती है. लोकप्रिय ऑटो साइट Carwale.com ने एक सर्वे के आधार पर बताया कि किस कार की रिसेल वैल्यू भारत में सबसे ज्यादा होती है.

Carwale.com की रिपोर्ट

इस सर्वे में सामने आया कि टोयोटा की कीमत 5 साल बाद बेचने पर भी सबसे ज्यादा रहती है. इसका कारण है ड्यूरेबिलिटी और सर्विस की उपलब्धता. तो अगर आपको अपने इस्तेमाल के लिए सेकंड हैंड कार खरीदनी है और उसे थोड़ा लंबा इस्तेमाल करने का सोच रहे हैं तो टोयोटा गाड़ी बहुत बेहतर कंडीशन में भी मिलेगी और इसकी ड्यूरेबिलिटी भी ज्यादा रहेगी. एक बार ऊपर दी हुई लिस्ट को भूल भी जाएं तो भी इस समय भारतीय मार्केट में 5 ऐसी गाड़ियां हैं जो बिना किसी झंझट के हाई रिसेल वैल्यू दे सकती हैं.

1. टोयोटा इनोवा

टोयोटा के साथ ये सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसमें 7 लोगों के बैठने की जगह है. रीसेल वैल्यू के मामले में 90% असली कीमत तक 3 साल के अंदर मिल जाती है. यानि कॉस्ट प्रोटेक्शन सबसे ज्यादा टोयोटा में है. टैक्सी के मामले में ये गाड़ी सबसे बेस्ट है.

2. मारुति वैगन R

वैगन R सबसे ज्यादा सक्सेसफुल गाड़ी है. 5 लाख से कम कीमत वाली गाड़ियों में मारुति सुजुकी एक अच्छा ऑप्शन है. इसका कैबिन काफी बड़ा है और इसे मेंटेन करने में भी ज्यादा दिक्कत नहीं होती है. 3 साल के अंदर बेचने पर ये गाड़ी 78% तक अपनी कीमत वसूल लेती है.

3. मारुति सुजुकी स्विफ्ट

मारुति सुजुकी स्विफ्ट की हाई रिसेल वैल्यू है. स्विफ्ट एक तो ब्रैंड दूसरा कम्फर्टेबल जगह, तीसरा पावरफुल इंजन के कारण. स्विफ्ट गाड़ी 85% तक अपनी वैल्यू रिटेन कर सकती है और इसे बेचने और खरीदने वाले दोनों को फायदा रहता है.

4. स्विफ्ट डिजायर

मारुति की ही डिजायर गाड़ी भी बेहतरीन रिसेल वैल्यू देती है. अगर इसे तीन साल के अंदर बेचें तो लगभग 80% तक अपनी वैल्यू रिटेन कर लेती है. ये गाड़ी उन लोगों के लिए बेहतर रहती है जिन्हें गाड़ी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना है जैसे फ्लीट आदि के लिए.

5. ह्युंडई i10

ह्युंडई की i10 गाड़ी भी अपने इंजन और आसान ड्राइविंग के कारण जानी जाती है. ये गाड़ी तीन साल में 76% तक अपनी कीमत वसूल कर लेती है.

ये भी पढ़ें-

मारुति को मर्सिडीज बनाने से पहले ये जान लें...

अपनी गाड़ी या कैब... किसमें होगा ज्यादा फायदा...


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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