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ये डिवाइस तो सुपारी किलर की तरह भी काम कर रहा है!

    • अनुज मौर्या
    • Updated: 03 जून, 2018 06:26 PM
  • 03 जून, 2018 06:26 PM
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जहां एक ओर तकनीक हमें आलसी बना रही है, वहीं दूसरी ओर इसके कुछ खतरनाक नतीजे भी सामने आने के संकेत मिल रहे हैं. हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो ने भी इस तकनीक को लेकर एक बहस शुरू कर दी है.

हर रोज बदलती टेक्नोलॉजी इंसान के कई कामों को आसान बना रही है. हाल ही में आया गूगल असिस्टेंट भी बहुत से काम आसान कर रहा है. लोग इसके आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस का खूब फायदा भी उठा रहे हैं. इससे आप सवाल पूछ सकते हैं और साथ ही अपनी पसंद का गाना, फिल्म, वीडियो जैसी चीजें भी चला सकते हैं. यह ऐप्स के साथ इंटिग्रेट होकर भी काम कर सकता है. लेकिन जहां एक ओर ये तकनीक हमें आलसी बना रही है, वहीं दूसरी ओर इसके कुछ खतरनाक नतीजे भी सामने आने के संकेत मिल रहे हैं. हाल ही में इंटरनेट पर एक वीडियो अपलोड किया गया है, जिसमें गूगल असिस्टेंट का इस्तेमाल करते हुए वॉइस कमांड देकर बंदूक चलाई गई है.

इस वीडियो में एक बंदूक को एक स्टैंड पर लगाया गया है. उसके सामने एक दूसरे स्टैंड पर एक सेब रखा गया है. बंदूक को एक छोटी सी मशीन के साथ जोड़ा गया है और उस मशीन को गूगल असिस्टेंट के साथ. जैसे ही गूगल असिस्टेंट को ok google कह कर वॉइस कमांड दी जाती है, वैसे ही गोली चल जाती है. कमांड में activate gun (एक्टिवेट गन) कहा गया है. देखिए इस वीडियो को.

इस वीडियो को Alexander Reben नाम के एक आर्टिस्ट और रोबोटिसिस्ट ने अपलोड किया है. उन्हें उम्मीद है कि इस वीडियो को देखने के बाद दुनिया में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस को लेकर एक बहस शुरू होगी कि आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस को कौन से काम करने की इजाजत होनी चाहिए और उसे क्या काम नहीं करने चाहिए. गूगल ने भी नहीं सोचा होगा कि उसके गूगल असिस्टेंट का इस्तेमाल इस तरह से भी हो सकता है.

लोगों को क्या कहना है इस बारे में?

वीडियो में देखने से ये साफ पता चलता है कि गन चलाने के लिए एक छोटी सी मशीन को बंदूक के साथ बांधा गया और और एक तार बंदूक के ट्रिगर के ऊपर लपेटा है. जैसे ही गूगल असिस्टेंट को कमांड मिलती है तो वो तार खिंचता है, जिससे ट्रिगर...

हर रोज बदलती टेक्नोलॉजी इंसान के कई कामों को आसान बना रही है. हाल ही में आया गूगल असिस्टेंट भी बहुत से काम आसान कर रहा है. लोग इसके आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस का खूब फायदा भी उठा रहे हैं. इससे आप सवाल पूछ सकते हैं और साथ ही अपनी पसंद का गाना, फिल्म, वीडियो जैसी चीजें भी चला सकते हैं. यह ऐप्स के साथ इंटिग्रेट होकर भी काम कर सकता है. लेकिन जहां एक ओर ये तकनीक हमें आलसी बना रही है, वहीं दूसरी ओर इसके कुछ खतरनाक नतीजे भी सामने आने के संकेत मिल रहे हैं. हाल ही में इंटरनेट पर एक वीडियो अपलोड किया गया है, जिसमें गूगल असिस्टेंट का इस्तेमाल करते हुए वॉइस कमांड देकर बंदूक चलाई गई है.

इस वीडियो में एक बंदूक को एक स्टैंड पर लगाया गया है. उसके सामने एक दूसरे स्टैंड पर एक सेब रखा गया है. बंदूक को एक छोटी सी मशीन के साथ जोड़ा गया है और उस मशीन को गूगल असिस्टेंट के साथ. जैसे ही गूगल असिस्टेंट को ok google कह कर वॉइस कमांड दी जाती है, वैसे ही गोली चल जाती है. कमांड में activate gun (एक्टिवेट गन) कहा गया है. देखिए इस वीडियो को.

इस वीडियो को Alexander Reben नाम के एक आर्टिस्ट और रोबोटिसिस्ट ने अपलोड किया है. उन्हें उम्मीद है कि इस वीडियो को देखने के बाद दुनिया में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस को लेकर एक बहस शुरू होगी कि आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस को कौन से काम करने की इजाजत होनी चाहिए और उसे क्या काम नहीं करने चाहिए. गूगल ने भी नहीं सोचा होगा कि उसके गूगल असिस्टेंट का इस्तेमाल इस तरह से भी हो सकता है.

लोगों को क्या कहना है इस बारे में?

वीडियो में देखने से ये साफ पता चलता है कि गन चलाने के लिए एक छोटी सी मशीन को बंदूक के साथ बांधा गया और और एक तार बंदूक के ट्रिगर के ऊपर लपेटा है. जैसे ही गूगल असिस्टेंट को कमांड मिलती है तो वो तार खिंचता है, जिससे ट्रिगर दब जाता है और गोली चल जाती है. गोली सीधे गूगल असिस्टेंट से तो नहीं चली है, लेकिन हां, गूगल को कमांड तो 'एक्टिवेट गन' कहकर ही दिया गया है. इस वीडियो को देखने वालों में से कुछ तो इस तरह की तकनीक को दुनिया का अंत बता रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों का मानना है कि कंप्यूटर को कमांड देकर गोली चलाना कोई नई बात नहीं है.

खैर, वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि आग से चाहो तो खाना बना लो, चाहो तो घर जला दो. यानी, आपको आग के रूप में तकनीक दे दी गई है, इसका सही इस्तेमाल करना है या गलत, ये तो लोगों को विवेक पर निर्भर करता है. हालांकि, जिस मकसद से Alexander Reben ने इस वीडियो को इंटरनेट पर डाला था, वो पूरा होता दिख रहा है. उनका मकसद था आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस पर बहस होना, जो शुरू भी हो चुकी है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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