टेक्नोलॉजी ने हमें जितने आराम दिए हैं, उतना ही हमें आलसी बनाया है. अब छोटे-छोटे कामों के लिए भी हमें असिस्टेंट की जरूरत पड़ने लगी है, और इसी के चलते हमारे जीवन में आगमन हुआ स्मार्ट स्पीकर्स का. लेकिन हम जितना इनपर निर्भर हो रहे हैं हमारी प्राइवेसी उतनी ही खतरे में पड़ती जा रही है. हाल ही में अमेजन के स्मार्ट स्पीकर अमेजॉन इको ने कुछ ऐसा कर दिया है जिसने ये साबित होता है कि ये असिस्टेंट हमारे असिस्टेंट कम और निजिता को खतरा ज्यादा हैं.
खतरनाक साबित हो रहे हैं ये असिस्टेंट
अमेजन के स्मार्ट स्पीकर इको की वर्चुअल असिस्टेंट एल्केसा, गूगल असिस्टेंट की तरह ही वॉयस कमांड पर काम करती है. हम उसे आदेश देते हैं और वो हमारे लिए वही करती है. लेकिन पोर्टलैंड में एलेक्सा ने एक पति-पत्नी की निजी बातचीत को रिकॉर्ड करके उन्हीं की कॉन्टेक्ट लिस्ट में से एक शख्स को भेज दिया. ये शख्स पति की ही कंपनी में काम करने वाला कर्मचारी था जो वाशिंगटन के सीएटल में रहता था. ये रिकॉर्डिंग उसे ईमेल के जरिए भेजी गई. कपल को यह बात तब पता चली जब उस कर्मचारी ने उन्हें बताया कि उसे उनकी बातचीत की एक ऑडियो फाइल मिली है.
इस मामले पर अमेजॉन ने कहा है कि बातचीत के दौरान किसी शब्द को एलेक्सा ने वॉयस कमांड समझ लिया और एक्टिवेट हो गया. कपल की बातचीत के दौरान एलेक्सा को गलती से 'सेंड मेसेज' सुनाई पड़ा. बैकग्राउंड में चल रही बातचीत के आधार पर उसने कॉन्टैक्ट लिस्ट से नाम चुना और फिर फाइल उसे भेज दी. ऐमजॉन ने अपनी गलती मानी है और आश्वासन दिया है कि कंपनी इस पर काम कर रही है जिससे भविष्य में ऐसी समस्या दोबारा न हो.
हो सकता है जब आप कमांड न दें तब भी ये असिस्टेंट आवाजें रिकॉर्ड कर रहे हों
क्या वाकई इन डिवाइस की स्मार्टनेस भरोसे के लायक है
अगर वाट्सएप पर भी कोई मैसेज अनायास रिकॉर्ड होकर किसी को सेंड हो जाता है, तब ही हम कितने परेशान हो जाते हैं, खैर अब तो उसे डिलीट करने का ऑप्शन है, लेकिन जरा इन स्मार्ट स्पीकर्स के बारे में सोचिए, ये कुछ भी सेंड करेंगे आपको पता ही नहीं चलेगा, जब तक कि आप उसकी हिस्ट्री मैनुअली सर्च न करें.
वेबसाइट टेक्नोटॉजी रिव्यू में रेशेल मेट्ज़ लिखती हैं कि जब उन्हें पता चला कि एलेक्सा ने ऐसा किया तो वो चिंतित हो गईं. और उन्होंने ये जानना चाहा कि एलेक्सा ने उनकी जानकारी के बिना कब क्या रिकॉर्ड किया. उन्हें ये जानकर हैरानी हुई कि जो कमांड एलेक्सा को दी गई थीं, उनके अलावा एलेक्सा ने घर में हो रही बातों को भी रिकॉर्ड किया था, जैसे उनके पिता के बीच की बातचीत, खाना खा रहे बच्चे की आवाजें, पति के साथ रोजाना की सामान्य बातें तक. और ये सारी बातें वो अमेजन क्लाउड पर फॉर्वर्ड कर रहा है.
प्राइवेसी पर खतरा बन रहे हैं हमारे असिस्टेंट
जिस छोटे से डब्बे से हम तापमान पूछते हैं, कोई जानकारी जाहते हैं, कोई गाना प्ले करने के लिए कहते हैं, वो इन कामों के अलावा आपकी जासूसी भी कर रहा है.
इस घटना ने हमें ये तो बता दिया है कि अगर आपके पास कोई भी ऐसा डिवाइस है जिसे आप असिस्टेंट या फिर स्मार्ट स्पीकर कहते हैं तो उसके आसपास जो भी बोलना है वो सोच समझकर ही बोलना होगा. क्योंकि अगर उसने आपकी बात को कमांड समझकर मान लिया तो आपकी प्राइवेसी की तो छुट्टी हुई समझो. इनसे सहूलियत तो है लेकिन खतरा भी.
अमेजन के ईको से मिलता जुलता असिस्टेंट गूगल होम भी है, जो एलेक्सा की ही तरह काम करता है. ये संभावनाएं तो गूगल होम में भी होंगी कि वो कमांड रिकॉर्ड करने के साथ-साथ लोगों की निजी बातें भी रिकॉर्ड कर रहा हो. और सिर्फ गूगल होम ही क्यों, अब तो डर है कि हमेशा पास रहने वाले मोबाइल में भी गूगल असिस्टेंट न जाने क्या-क्या रिकॉर्ड करता हो.
पत्रकार मधु त्रेहन ने ट्वीट करके बताया कि जब उन्होंने अपने पति से फोन पर बात की और कहा कि वो अने कान की जांच करवाना चाहती हैं तो उसके बाद उनके डेस्कटॉप पर हियरिंग क्लीनिक के विज्ञापन दिखाई देने लगे.
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि असिस्टेंट ने कमांड देने के बिना भी आवाज रिकॉर्ड की और गूगल ने उसके आधारर पर विज्ञापन दिखाने शुरू किए.
हाल ही में फेसबुक ने हमारी प्रिविसी खतरे में जालकर हमें डराया था, और अब ये स्मार्ट स्पीकर्स भी खतरा साबित हो रहे हैं. बेहतरी इसी में है कि इन असिस्टेंट पर निर्भरता कम की जाए, आखिर इनके आने से पहले भी तो हम सभी का खुद कर ही लिया करते थे.
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