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क्या आप जानते हैं पैड्स के अलावा, ये 6 चीजें आती हैं पीरियड्स में काम?

    • आईचौक
    • Updated: 13 फरवरी, 2018 04:01 PM
  • 13 फरवरी, 2018 04:01 PM
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पैड्स और आम टैम्पून्स से अलग ये 6 प्रोडक्ट्स पीरियड्स को ज्यादा आसान बना सकते हैं.

पैडमैन के आने के बाद से ही पीरियड्स को लेकर बातें शुरू हो गई हैं. जो बातें पहली दबी जुबान में की जाती थीं अब उन्हें खुले आम किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर पैडमैन चैलेंज भी चल रहा है और लोग इस बात पर बहस भी कर रहे हैं कि इससे साफ पैड्स खराब किए जा रहे हैं.

पैड्स को लेकर हमेशा से ये बहस चलती आ रही है कि ये असल में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं. पर ऐसे कई प्रोडक्ट्स हैं जिन्हें पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पीरियड्स के लिए बनाया गया है जैसे...

1. सी स्पॉन्ज टैम्पून (Sea sponge tampons)...

जी हां, ये एक तरह का टैम्पून है. जो आम टैम्पून्स से अलग वजाइनल इन्फेक्शन के खतरे से बचाता है. ये स्किन के लिए काफी बेहतर है और ये एक बार के बाद दोबारा भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे आम टैम्पून से अलग पहले गीला करना पड़ता है ताकि ये नरम हो जाए और फिर इसे इस्तेमाल किया जाता है.

ये खास तौर पर पीरियड्स के फ्लो को ध्यान रखते हैं और टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम से भी बचाते हैं. हालांकि, ये अभी भारत में उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही ये आ जाएंगे.

2. फ्लो (FLO)

फ्लो उन महिलाओं के लिए एक बेहतर विकल्प है जो डिस्पोजेबल पैड या टैम्पून नहीं खरीद सकती हैं. फ्लो एक सस्ता डिवाइस है जो Reusable pads को अपने साथ रखने और धोने की सुविधा देता है.

3. मेंस्ट्रूएशन कप ( Menstruation cups(reusable/disposable)

अगर आज के जमाने में किसी को मेंस्ट्रूएशन कप के बारे में नहीं पता तो ये समझा जा सकता है कि वो इंटरनेट...

पैडमैन के आने के बाद से ही पीरियड्स को लेकर बातें शुरू हो गई हैं. जो बातें पहली दबी जुबान में की जाती थीं अब उन्हें खुले आम किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर पैडमैन चैलेंज भी चल रहा है और लोग इस बात पर बहस भी कर रहे हैं कि इससे साफ पैड्स खराब किए जा रहे हैं.

पैड्स को लेकर हमेशा से ये बहस चलती आ रही है कि ये असल में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं. पर ऐसे कई प्रोडक्ट्स हैं जिन्हें पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पीरियड्स के लिए बनाया गया है जैसे...

1. सी स्पॉन्ज टैम्पून (Sea sponge tampons)...

जी हां, ये एक तरह का टैम्पून है. जो आम टैम्पून्स से अलग वजाइनल इन्फेक्शन के खतरे से बचाता है. ये स्किन के लिए काफी बेहतर है और ये एक बार के बाद दोबारा भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे आम टैम्पून से अलग पहले गीला करना पड़ता है ताकि ये नरम हो जाए और फिर इसे इस्तेमाल किया जाता है.

ये खास तौर पर पीरियड्स के फ्लो को ध्यान रखते हैं और टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम से भी बचाते हैं. हालांकि, ये अभी भारत में उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही ये आ जाएंगे.

2. फ्लो (FLO)

फ्लो उन महिलाओं के लिए एक बेहतर विकल्प है जो डिस्पोजेबल पैड या टैम्पून नहीं खरीद सकती हैं. फ्लो एक सस्ता डिवाइस है जो Reusable pads को अपने साथ रखने और धोने की सुविधा देता है.

3. मेंस्ट्रूएशन कप ( Menstruation cups(reusable/disposable)

अगर आज के जमाने में किसी को मेंस्ट्रूएशन कप के बारे में नहीं पता तो ये समझा जा सकता है कि वो इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करता होगा.

ये कप बार-बार इस्तेमाल के लिए बनाए जाते हैं और 10-12 घंटों तक इस्तेमाल किए जा सकते हैं. ये पैड्स से ज्यादा महंगे होते हैं, लेकिन इन्हें बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है इसलिए ये बेहतर विकल्प होते हैं. ये कप सिलिकॉन के बने होते हैं और इन्फेक्शन से बचाने का सबसे बेहतर तरीका साबित हो सकते हैं.

4. फ्रेंडशिप टैम्पून (Friendship tampons)

भले ही ये दिखने में आम टैम्पून जैसे लगें, लेकिन यकीन मानिए ये अलग हैं. ये दो टैम्पून होते हैं जो एक साथ जुड़े होते हैं. असल में ये दो अलग-अलग लोगों के इस्तेमाल के लिए हैं. यदी कोई महिला और उसकी बेस्ट फ्रेंड को एक साथ पीरियड्स होते हैं तो ये उनके लिए है. इसकी टैगलाइन भी Let The Friendship Flow है.

5. थिंक पैंटी (Thinx panties)

ये कुछ अलग है. ये अलग में मेंस्ट्रूएशन पैंटी है. पैड या टैम्पून या कप की जगह इस पैंटी को ही इस्तेमाल किया जाता है. फ्लो के हिसाब से इसे बदला जाता है. हालांकि, ये काफी महंगी आती हैं. 1500 से लेकर 2500 तक.

6. दोबारा इस्तेमाल किए जाने वाले पैड्स (Reusable pads)..

मेंस्ट्रूअल कप्स की तरह ये भी भारत में आसानी से उपलब्ध है. 10 या 20 के पैक में ये उपलब्ध हैं और ये स्किन फ्रेंड्ली भी होते हैं. पर्यावरण के बारे में सोचें तो ये पैड्स कम कचरा फैलाते हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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