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What is Thalaivi: कंगना ने ‘रनौत’ हटाकर थलाइवी सरनेम क्यों बनाया

    • ज्योति गुप्ता
    • Updated: 09 सितम्बर, 2021 03:55 PM
  • 08 सितम्बर, 2021 10:53 PM
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थलाइवी (What is Thalaivi) का मतलब क्या होता है, इस तरह के और किसके कितने उपनाम हैं. कंगना (kangana-ranaut) ने अपने नाम से 'रनौत' हटाकर थलाइवी को जोड़ लिया है. अब उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर इनका नाम कंगना रनौत नहीं बल्कि कंगना थलाइवी है.

कंगना रनौत (kangana-ranaut) जो सोशल मीडिया पर अपने दिए गए बयानों को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं लेकिन इस बार वे किसी बयान की वजह से नहीं बल्कि अपने उपनाम (What is Thalaivi) की वजह से सुर्खियां बटोर रही हैं. दरअसल, कंगना (Kangana Thalaivii) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपना सरनेम ‘रनौत’ बदल दिया है.

अपनी फिल्म (Thalaivii Release Date) के प्रमोशन से पहले कंगना ने अपने नाम से 'रनौत' हटाकर थलाइवी (thalaivi release date ott platform) को जोड़ लिया है. अब उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर इनका नाम कंगना रनौत नहीं बल्कि कंगना थलाइवी है.

कंगना की फिल्म थलाइवी 10 सितंबर को रिलीज (thalaivi release date ott) होने वाली है. यह फिल्म तमिलानाडु की पांच बार मुख्यमंत्री रहीं जे जयललिता की जीवनी पर आधारित है.

यह फिल्म जयललिता की जीवनी पर आधारित है

प्रमोशन से पहले दिवंगत जयललिता की समाधि पर जाकर उनका आशीर्वाद लेने वाली कंगना (where to watch thalaivi 2021) जयललिता की जिंदगी और व्यक्तित्व से इतनी प्रभावित हुईं कि उन्होंने अपना सरनेम ही चेंज कर लिया.

अपने सबसे लोकप्रिय नेता जयललीता को लोग अम्मा, पुरात्ची थलाईवी और कलाई सेल्वी जैसे उपनामों से बुलाते थे. अन्नाद्रमुक पार्टी के लोगों ने ही उन्हें “अम्मा” यानी मां और “पुरत्ची थलाइवी” यानी क्रांतिकारी नेता की उपाधि दी थी.

असल में दक्षिण भारत में उपनाम देने का प्रचलन काफी पुराना है. ऐसे कई अभिनेता और नेता हैं जिन्हें लोगों ने अपना प्यार और सम्मान जाहिर करने के लिए उपाधि के तौर पर उपनाम दिया है.

भारतीय राजनीति के बड़े चेहरों में से एक तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एन करुणानिधि को कौन भूल सकता है. करुणानिधि बहुमुखी प्रतिभाओं के धनी थे. उनके चाहने वालों ने उन्हें...

कंगना रनौत (kangana-ranaut) जो सोशल मीडिया पर अपने दिए गए बयानों को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं लेकिन इस बार वे किसी बयान की वजह से नहीं बल्कि अपने उपनाम (What is Thalaivi) की वजह से सुर्खियां बटोर रही हैं. दरअसल, कंगना (Kangana Thalaivii) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपना सरनेम ‘रनौत’ बदल दिया है.

अपनी फिल्म (Thalaivii Release Date) के प्रमोशन से पहले कंगना ने अपने नाम से 'रनौत' हटाकर थलाइवी (thalaivi release date ott platform) को जोड़ लिया है. अब उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर इनका नाम कंगना रनौत नहीं बल्कि कंगना थलाइवी है.

कंगना की फिल्म थलाइवी 10 सितंबर को रिलीज (thalaivi release date ott) होने वाली है. यह फिल्म तमिलानाडु की पांच बार मुख्यमंत्री रहीं जे जयललिता की जीवनी पर आधारित है.

यह फिल्म जयललिता की जीवनी पर आधारित है

प्रमोशन से पहले दिवंगत जयललिता की समाधि पर जाकर उनका आशीर्वाद लेने वाली कंगना (where to watch thalaivi 2021) जयललिता की जिंदगी और व्यक्तित्व से इतनी प्रभावित हुईं कि उन्होंने अपना सरनेम ही चेंज कर लिया.

अपने सबसे लोकप्रिय नेता जयललीता को लोग अम्मा, पुरात्ची थलाईवी और कलाई सेल्वी जैसे उपनामों से बुलाते थे. अन्नाद्रमुक पार्टी के लोगों ने ही उन्हें “अम्मा” यानी मां और “पुरत्ची थलाइवी” यानी क्रांतिकारी नेता की उपाधि दी थी.

असल में दक्षिण भारत में उपनाम देने का प्रचलन काफी पुराना है. ऐसे कई अभिनेता और नेता हैं जिन्हें लोगों ने अपना प्यार और सम्मान जाहिर करने के लिए उपाधि के तौर पर उपनाम दिया है.

भारतीय राजनीति के बड़े चेहरों में से एक तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एन करुणानिधि को कौन भूल सकता है. करुणानिधि बहुमुखी प्रतिभाओं के धनी थे. उनके चाहने वालों ने उन्हें कलैगनार उपनाम दिया था. कलैगनार का अर्थ होता है 'कला का विद्वान'.

अगर दक्षिण के लोगों को अपने प्रिय अभिनेता को बुलाना होगा तो वे अपने दिए गए नाम से बुलाएंगे ना कि उनके असली नाम से. ये उपनाम किसी क्रिटिक या उनके शॉर्ट नाम की तरह नहीं होता बल्कि मास रूप से जनता द्वारा दिया गया उपनाम होता है.

तमिलनाडु में रजनीकांत को भी थलाइवा कहा जाता है. थलाइवा शब्द थलाइवर से बना है जिसका मतलब लीडर या बॉस होता है. आपको वो गाना तो याद ही होगा... आई एम द रजनी फैन, थलाइवा. ये शब्द इसलिए ही इस्तेमाल किया गया था. इसी तरह कई और भी लोगों को अलग-अलग उपनाम दिया गया है.

अगर साउथ में किसी को रजनीकांत को उनके नाम से बुलाना हो तो वो शख्स उन्हें थलाइवा कहकर बुलाएगा ना की किसी दूसरे नाम से. यह लोगों का प्यार होता है जो किसी अभिनेता या नेता को उसी नाम से प्रसिद्ध कर देता है. लोगों ने कई दूसरे लोकप्रिय नेताओं और अभिनेताओं के नाम के साथ उपनाम दिए हैं.

इसी तरह साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार अजीत कुमार को लोग ‘थाला’ कहकर पुकारते हैं. जिसका मतलब होता है मुखिया; संचालन या अगुवाई करने वाला. वैसे कंगना को यह उपनाम सूट करता है. अंतर बस इतना है उन्होंने यह उपनाम खुद रखा है लोगों की भीड़ ने नहीं. कंगना का विवादों से नाता तो लगा ही रहता है.

वह अपने दम पर अपनी लड़ाई लड़ती हैं. अपनी बात एकदम संपष्टता के साथ खुलकर करती हैं. कुछ महीनों पहले जब उनके ऑफिस में तोड़-फोड़ की गई थी तभ भी उन्होंने अकेले ही अपनी लड़ाई लड़ी. अब देखना है कि यह उपनाम सिर्फ कुछ दिन के लिए जोडा़ है या फिर हमेशा के लिए. कहीं मर्णिकर्णिका की तरह महज यह प्रमोशन स्ट्रेटजी तो नहीं…

खैर, अगर बात साउथ की करें तो वहां के लोग किसी को एकदम भगवान की तरह मानने लगते हैं. फिल्मों में निभाए गए किरदारों से वे काफी प्रभावित होते हैं. ऐसे कई साउथ के स्टार हैं जो पहले फिल्मी दुनियां में थे और राजनीति में भी अपना लोहा मनवाया.

कंगना ने अपने नाम से रनौत हटाकर थलाइवी को जोड़ लिया है

मशहूर राजीतिज्ञ और अभिनेता मारुदुर गोपालन रामचन्द्रन को लोगों ने एमजीआर उपनाम दिया था. वे इसी नाम से मशहूर थे. एमजीआर साउथ इंडियन फिल्मों के सुपरस्टार और हिट डायरेक्टर थे. वे तमिलनाडु के कल्चर आइकन थे. इसी तरह महेश बाबू को लोग ‘नानी’ कहकर पुरारते हैं. जिसका मतलब प्यारा इंसान होता है.

फिल्म ‘बाहुबली’ में भल्लाल देव का किरदार निभाने वाले राणा दग्गुबत्ति तो आपको याद ही होंगे, इन्हें लोग ‘फाइरी’ उपनाम से ही बुलाते हैं तो कामल हसन को यूनिवर्सल हीरो के नाम से. अब देखना है कि कंगना के सरनेम बदलने के बाद अब किस नए पंगे से इनका पाला पड़ता है. अब विवादों की क्वीन कंगना इसे कैसे हैंडल करती हैं और इनकी फिल्म कितना कमाल करती है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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