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विद्या बालन की फिल्म शेरनी आखिर क्यों देखनी चाहिए...

    • अनुज शुक्ला
    • Updated: 14 जून, 2021 08:12 PM
  • 14 जून, 2021 08:02 PM
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शेरनी की एक बड़ी यूएसपी विद्या बालन का फिल्म की मेन स्टारकास्ट में मौजूद होना है. महिला प्रधान फिल्मों में उनका सशक्त अभिनय लगभग हर वर्ग के दर्शकों के मनोरंजन की गारंटी है.

महामारी की दूसरी लहर की वजह से सिनेमाघर अभी तक नहीं खुल पाए हैं. मगर नई फिल्मों का शौक रखने वाले दर्शकों को इसे लेकर ज्यादा कमी महसूस नहीं हो रही. ओटीटी प्लेटफॉर्म के जरिए नई-नई फ़िल्में और वेब सीरीज से दर्शकों का लगातार मनोरंजन हो रहा है. अब सिनेमाघर में नहीं रिलीज हो पाई शेरनी को आमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम किया जा रहा है. विद्या बालन स्टारर शेरनी अमित मासुरकर के निर्देशन में बनी फिल्म है जिन्होंने साल 2017 में राजकुमार राव और पंकज त्रिपाठी को लेकर "न्यूटन" बनाई थी.

चलिए, शेरनी को देखने की वजहों पर बात करते हैं:-

#1. विद्या बालन और शेरनी की स्टारकास्ट के लिए

किसी फिल्म की स्टारकास्ट मुख्य वजह है जो ज्यादातर दर्शकों को आकर्षित करती है. प्राय: सितारों के आधार पर ही दर्शक किसी फिल्म के लिए अपनी रुचि दिखाते हैं. जाहिर तौर पर शेरनी की यूएसपी विद्या बालन का फिल्म की मेन स्टारकास्ट में मौजूद होना है. विद्या की पिछली फिल्मों जैसे परिणीता, द डर्टी पिक्चर, कहानी, कहानी दो, इश्किया, तुम्हारी सुलू, मिशन मंगल या शकुंतला देवी को देखें तो हर बार वो बिल्कुल अलग अवतार में नजर आई हैं. महिला प्रधान फिल्मों में उनका सशक्त अभिनय लगभग हर वर्ग के दर्शकों के मनोरंजन की गारंटी है. और बात जब शेरनी की हो रही है तो स्टारकास्ट के लिहाज से इसमें विद्या के अलावा कई और प्लस पॉइंट हैं.

शेरनी में की स्टारकास्ट में कई और भी कलाकार हैं जो कॉमिक, दमदार, मनोरंजक फिल्मों के लिए मशहूर हैं. विजयराज, नीरज कवि, शरत सक्सेस, विजेंद्र काला और इला अरुण जैसे कई नाम हैं. इन कलाकरों ने अपनी पिछली फिल्मों में दर्शकों का खूब मनोरंजन किया है. शेरनी में एक साथ आधा दर्जन उम्दा एक्टर्स के आने से बेहतर मनोरंजन की उम्मीद जगती है.

नीचे शेरनी का ट्रेलर देख सकते हैं:-

#2. शेरनी के सब्जेक्ट के लिए

मेकर्स और स्टार कास्ट के कुछ इंटरव्यूज, फिल्म के ट्रेलर के आधार पर अनुमान लगाए तो शेरनी का सब्जेक्ट दो चीजों को...

महामारी की दूसरी लहर की वजह से सिनेमाघर अभी तक नहीं खुल पाए हैं. मगर नई फिल्मों का शौक रखने वाले दर्शकों को इसे लेकर ज्यादा कमी महसूस नहीं हो रही. ओटीटी प्लेटफॉर्म के जरिए नई-नई फ़िल्में और वेब सीरीज से दर्शकों का लगातार मनोरंजन हो रहा है. अब सिनेमाघर में नहीं रिलीज हो पाई शेरनी को आमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम किया जा रहा है. विद्या बालन स्टारर शेरनी अमित मासुरकर के निर्देशन में बनी फिल्म है जिन्होंने साल 2017 में राजकुमार राव और पंकज त्रिपाठी को लेकर "न्यूटन" बनाई थी.

चलिए, शेरनी को देखने की वजहों पर बात करते हैं:-

#1. विद्या बालन और शेरनी की स्टारकास्ट के लिए

किसी फिल्म की स्टारकास्ट मुख्य वजह है जो ज्यादातर दर्शकों को आकर्षित करती है. प्राय: सितारों के आधार पर ही दर्शक किसी फिल्म के लिए अपनी रुचि दिखाते हैं. जाहिर तौर पर शेरनी की यूएसपी विद्या बालन का फिल्म की मेन स्टारकास्ट में मौजूद होना है. विद्या की पिछली फिल्मों जैसे परिणीता, द डर्टी पिक्चर, कहानी, कहानी दो, इश्किया, तुम्हारी सुलू, मिशन मंगल या शकुंतला देवी को देखें तो हर बार वो बिल्कुल अलग अवतार में नजर आई हैं. महिला प्रधान फिल्मों में उनका सशक्त अभिनय लगभग हर वर्ग के दर्शकों के मनोरंजन की गारंटी है. और बात जब शेरनी की हो रही है तो स्टारकास्ट के लिहाज से इसमें विद्या के अलावा कई और प्लस पॉइंट हैं.

शेरनी में की स्टारकास्ट में कई और भी कलाकार हैं जो कॉमिक, दमदार, मनोरंजक फिल्मों के लिए मशहूर हैं. विजयराज, नीरज कवि, शरत सक्सेस, विजेंद्र काला और इला अरुण जैसे कई नाम हैं. इन कलाकरों ने अपनी पिछली फिल्मों में दर्शकों का खूब मनोरंजन किया है. शेरनी में एक साथ आधा दर्जन उम्दा एक्टर्स के आने से बेहतर मनोरंजन की उम्मीद जगती है.

नीचे शेरनी का ट्रेलर देख सकते हैं:-

#2. शेरनी के सब्जेक्ट के लिए

मेकर्स और स्टार कास्ट के कुछ इंटरव्यूज, फिल्म के ट्रेलर के आधार पर अनुमान लगाए तो शेरनी का सब्जेक्ट दो चीजों को पुख्ता कर देता है. साफ़-साफ दिखता है कि विद्या की फिल्म का विषय महिला प्रधान है. जोखिमभरे तमाम कामों में किस तरह पुरुषों के एकाधिकार को स्थापित किया जाता है और रुढ़िग्रस्त होकर महिलाओं की क्षमता को कमतर आंक लिया जाता है- ये बताने की कोशिश दिखती है. ये बहुत संवेदनशील विषय है. देश की तमाम कामकाजी और घरेलू महिलाओं को विद्या के किरदार में अपनी परछाई नजर आ सकती है. इससे पहले तुम्हारी सुलू में भी उन्होंने एक घरेलू महिला के रेडियो जॉकी बनने और उसकी कामयाबी के दिलचस्प किरदार से महिलाओं की क्षमताओं पर सवाल को आवाज दी थी.

दूसरा- तमाम तरह की पर्यवरणीय चिंताओं के बीच शेरनी का सब्जेक्ट जंगल, जंगली जीव और उसमें मौजूदा मानवीय हस्तक्षेप को दिखाने की कोशिश है. जंगल का जीव मनुष्यों की बस्तियों में घुस आया है. नुकसान पहुंचा रहा है. उसे रोकने और उसकी तलाश करने के दौरान एक महिला फ़ॉरेस्ट अफसर के नजरिए से गंभीर सवाल को एड्रेस किया जाएगा. आमतौर पर बॉलीवुड में वाइल्ड लाइफ और उसकी चिंताओं को बहुत ही मसालेदार तरीके से दिखाया जाता रहा है. हाथी मेरे साथी, टार्जन से लेकर 2019 में आई जंगली तक मूल विषय की बजाय फ़िल्मी मसाला ही ज्यादा दिखा है. देखने वाली बात होगी कि क्या शेरनी उन सवालों को एड्रेस कर पाती है कि कोई टाइगर या शेर मैन इटर कैसे बना, किन हालत ने उसे मनुष्यों की बस्तियों के मुहाने खड़ा कर दिया. वाइल्ड लाइफ के टॉपिक को बॉलीवुड में देखना सुखद है.

#3. अमित मासुरकर के अंदाज-ए-बयां के लिए

शेरनी का निर्देशन करने वाले अमित मासुरकर अब इंडस्ट्री का जाना पहचाना नाम हैं. हालांकि उनके हिस्से अभी कम फ़िल्में दर्ज हुई हैं लेकिन जितना भी काम उन्होंने किया वो तो शानदार है. अमित राइटर भी हैं. यशस्वी मिश्रा के साथ उन्होंने भी शेरनी के संवाद लिखे हैं. इससे पहले वो 2013 में सुलेमानी कीड़ा और 2017 में न्यूटन बना चुके हैं. दोनों फिल्मों की कहानियां भी उन्हीं की थी. न्यूटन तो भारत की ओर से ऑस्कर तक गई. गंभीर टॉपिक पर अमित का अंदाज-ए-बयां कमाल का है. न्यूटन के चार साल बाद वो मैदान में आ रहे हैं तो उसमें जरूर कुछ ना कुछ ख़ास तो होगा ही.

शेरनी देखने की तैयारी कर रहे हैं तो जान लीजिए कि अमेजन प्राइम वीडियो के ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया जा रहा है. फिल्म 18 जून को स्ट्रीम होगी.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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