• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

क्या एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को सही ठहराया जा सकता है?

    • पारुल चंद्रा
    • Updated: 24 अक्टूबर, 2016 06:02 PM
  • 24 अक्टूबर, 2016 06:02 PM
offline
बदलते समय में क्या अब एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को एक महिला के दृष्टिकोण से देखने का समय आ गया है?

क्या एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को सही ठहराया जा सकता है? सवाल बड़ा अजीब है क्योंकि जवाब एक ही होगा... नहीं. हमारे समाज में सही और गलत के अलग अलग पैमाने हैं, जिसका आधार पुरुष प्रधान समाज ही रहा है. पर बदलते दौर में क्या अब इन रिश्तों को एक महिला के दृष्टिकोण से देखने का समय आ गया है?

 समाज भले ही इसे अनैतिक माने, लेकिन बात करना जरूरी है

स्वरा भास्कर ने इसी मुद्दे पर आईचौक से खुलकर बात की. स्वरा भास्कर ने 6 एपिसोड की एक वेब सीरीज की है जिसका नाम है 'It's not that simple'. इसे वायाकॉम 18 की स्ट्रीमिंग सर्विस 'वूट' पर देखा जा सकता है. ये स्वरा की पहली वेब सीरीज है जो शादी, प्यार, और अफेयर पर आधारित है. 

ये भी पढ़ें- दगाबाज प्रेमी सावधान: महिलाएं ऐसे भी लेती हैं बदला!!!

चर्चा तो जरूरी है

स्वरा का कहना है कि हमारे देश में हर किसी को खुद को अभिव्यक्त करने की पूरी आजादी है, लेकिन महिलाओं के मामले में ऐसा नहीं है. अगर महिलाएं अपनी इच्छाएं व्यक्त करती हैं तो उन्हें गलत समझा जाता है. खासकर, जब बात प्यार, विश्वास और सेक्स की हो तो. एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को हर तबके में गलत माना जाता है और इसीलिए इसपर बात करना जरूरी है क्योंकि इसमें जिंदगी शामिल है. समाज इन संबंधों को गलत इसलिए समझता है क्योंकि ये संबंध झूठ में धकेलते हैं. लेकिन सच ये है कि अगर आप एक रिश्ते में खुश नहीं हैं तो उसमें कोई सही और गलत नहीं होता, कुछ नैतिक और अनैतिक नहीं होता. इस वेब सीरीज के माध्यम से इस मुद्दे पर एक खुली और ईमानदार चर्चा करने की कोशिश की गई है.

क्या एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को सही ठहराया जा सकता है? सवाल बड़ा अजीब है क्योंकि जवाब एक ही होगा... नहीं. हमारे समाज में सही और गलत के अलग अलग पैमाने हैं, जिसका आधार पुरुष प्रधान समाज ही रहा है. पर बदलते दौर में क्या अब इन रिश्तों को एक महिला के दृष्टिकोण से देखने का समय आ गया है?

 समाज भले ही इसे अनैतिक माने, लेकिन बात करना जरूरी है

स्वरा भास्कर ने इसी मुद्दे पर आईचौक से खुलकर बात की. स्वरा भास्कर ने 6 एपिसोड की एक वेब सीरीज की है जिसका नाम है 'It's not that simple'. इसे वायाकॉम 18 की स्ट्रीमिंग सर्विस 'वूट' पर देखा जा सकता है. ये स्वरा की पहली वेब सीरीज है जो शादी, प्यार, और अफेयर पर आधारित है. 

ये भी पढ़ें- दगाबाज प्रेमी सावधान: महिलाएं ऐसे भी लेती हैं बदला!!!

चर्चा तो जरूरी है

स्वरा का कहना है कि हमारे देश में हर किसी को खुद को अभिव्यक्त करने की पूरी आजादी है, लेकिन महिलाओं के मामले में ऐसा नहीं है. अगर महिलाएं अपनी इच्छाएं व्यक्त करती हैं तो उन्हें गलत समझा जाता है. खासकर, जब बात प्यार, विश्वास और सेक्स की हो तो. एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को हर तबके में गलत माना जाता है और इसीलिए इसपर बात करना जरूरी है क्योंकि इसमें जिंदगी शामिल है. समाज इन संबंधों को गलत इसलिए समझता है क्योंकि ये संबंध झूठ में धकेलते हैं. लेकिन सच ये है कि अगर आप एक रिश्ते में खुश नहीं हैं तो उसमें कोई सही और गलत नहीं होता, कुछ नैतिक और अनैतिक नहीं होता. इस वेब सीरीज के माध्यम से इस मुद्दे पर एक खुली और ईमानदार चर्चा करने की कोशिश की गई है.

 महिलाओं को खुद के लिए खड़ा होना होगा

ये भी पढ़ें- मर्दों की बात: 'संबंध' में अपनी 'इज्जत' बचाना महिलाओं की जिम्मेदारी

खुदगर्ज हों महिलाएं

बेहद खुले विचारों वाली स्वरा खुद को फेमिनिस्ट कहती हैं. वो मानती हैं कि हमारे समाज में महिलाओं से यही उम्मीद की जाती है कि वो दूसरों के लिए समर्पित रहें, अपनी इच्छाओं का त्याग कर अपना जीवन औरों के लिए जीती रहें. भारतीय महिलाएं कभी अपने बारे में नहीं सोचतीं..पर अब उन्हें खुदगर्ज होने की जरूरत है. उन्हें अपनी खुशी और खुद के बारे में भी सोचना चाहिए.

ये स्वरा की पहली वेब सीरीज है लेकिन फिल्मों में निभाए अब तक के सारे किरदारों से अलग इस सीरीज में वो बेहद बोल्ड दिखाई दीं. जाहिर है ये सीरीज शादी और एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के बारे में है तो इससे बेहद बोल्ड तरीके से फिल्माया भी गया है. वेब पर सेंसर बोर्ड का प्रेशर नहीं रहता, किसी तरीके की रोक-टोक नहीं है लिहाजा इस बेहद सेंसिटिव मुद्दे पर खुलकर बात करने के लिए वेब बहुत ही सटीक प्लेटफॉर्म है. यहां इन्हें वही दर्शक देखेंगे जो इन्हें देखना चाहेंगे.

समाज भले ही इन बातों को न स्वीकारे लेकिन महिलाओं के नजरिए से संबंधों के एक सच को पर्दे पर लाने की कोशिश की गई है. और जैसा कि इस सीरीज का नाम ही 'It's not that simple' है तो 6 एपिसोड में समाज इसे इतनी सरलता से समझ लेगा ये उतना भी सिंपल नहीं है. बहरहाल रिश्तों को देखने और समझने का अपना-अपना नजरिया जरूर है.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲