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'बेशर्म रंग' वाली फिल्म में 70's की हथकड़ी, 'पठान पोस्टर' ने बता दिया फिल्म में झोल तगड़ा है!

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 10 जनवरी, 2023 03:02 PM
  • 10 जनवरी, 2023 03:02 PM
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Pathaan Trailer Release से पहले शाहरुख़ ने फिल्म का नया पोस्टर लॉन्च किया है. पोस्टर में शाहरुख़ का अंदाज गुस्से वाला है. उनके एक हाथ में बंदूक है. सिर, भौं, नाक से खून निकल रहा है. दूसरे हाथ में वो हथकड़ी है जो रियल लाइफ में अब हम शायद ही अपराधियों के हाथ में देखें. कुल मिलाकर पोस्टर में उनका लुक वही है जो हमने 70 के दशक में अमिताभ, विनोद खन्ना या शत्रुघन सिन्हा की फिल्मों में देखा.

पूत के पांव पालने में पहचाने जाते हैं... ये कहावत यूं ही नहीं है. अगर इसका निर्माण हुआ, तो इसके पीछे पूरा लॉजिक है. कहावत की अच्छी बात ये है कि हम इसे कभी भी, कहीं भी फिट कर सकते हैं. बॉलीवुड और सिनेमा में भी. तो इस कहावत को ध्यान में रखकर अब आते हैं शाहरुख़ खान की आने वाली फिल्म पठान पर. भले ही हर बीतते दिन के साथ पठान से जुड़े विवाद फिजा में तैर रहे हों. लेकिन लोगों में जैसी उत्सुकता फिल्म के ट्रेलर को लेकर है. साफ़ है कि Anti Pathaan से लेकर Pro Pathaan तक दर्शकों की लॉबी फिल्म की रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रही है. क्योंकि शाहरुख़ की फिल्म पठान को लेकर लगातार बज बना हुआ है, कई फैंस ऐसे भी थे, जो इसके पोस्टर लॉन्च के लिए इंस्टाग्राम और ट्विटर पर टकटकी लगाए देख रहे थे. ऐसे लोगों की उत्सुकता को SRK ने समझा और फिल्म का नया पोस्टर लांच किया. पालने में जो पांव इस पोस्टर के जरिये हमें पूत के दिखे हैं, तस्दीख हो जाती है कि पठान भी एक आम बॉलीवुडिया मूवी है. जिसे लेकर जबरदस्ती का हव्वा बनाया जा रहा है. इस बात को पढ़कर SRK फैंस को आहत होने या भावों में बहने की कोई जरूरत नहीं है. हम फिर इस बात को दोहरा रहे हैं कि ट्विटर पर फिल्म का जो नया पोस्टर शाहरुख़ ने डाला है वो इस कहावत को पूर्णतः चरितार्थ करता नजर आ रहा है.

पठान के नए पोस्टर में बेहद अतरंगे अंदाज में नजर आ रहे हैं शाहरुख़ खान

पोस्टर में शाहरुख़ का अंदाज गुस्से वाला है. पोस्टर को देखें तो मिलता है कि इसमें वो एक हाथ में बंदूक पकड़े हुए हैं. उनके सिर, भौं, नाक से खून निकल रहा है. उनके दूसरे हाथ में वो हथकड़ी है जो रियल लाइफ में अब हम शायद ही अपराधियों के हाथ में देखें. पोस्टर में शाहरुख़ एक्शन में दिख रहे हैं और कुल मिलाकर पोस्टर में उनका लुक वही...

पूत के पांव पालने में पहचाने जाते हैं... ये कहावत यूं ही नहीं है. अगर इसका निर्माण हुआ, तो इसके पीछे पूरा लॉजिक है. कहावत की अच्छी बात ये है कि हम इसे कभी भी, कहीं भी फिट कर सकते हैं. बॉलीवुड और सिनेमा में भी. तो इस कहावत को ध्यान में रखकर अब आते हैं शाहरुख़ खान की आने वाली फिल्म पठान पर. भले ही हर बीतते दिन के साथ पठान से जुड़े विवाद फिजा में तैर रहे हों. लेकिन लोगों में जैसी उत्सुकता फिल्म के ट्रेलर को लेकर है. साफ़ है कि Anti Pathaan से लेकर Pro Pathaan तक दर्शकों की लॉबी फिल्म की रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रही है. क्योंकि शाहरुख़ की फिल्म पठान को लेकर लगातार बज बना हुआ है, कई फैंस ऐसे भी थे, जो इसके पोस्टर लॉन्च के लिए इंस्टाग्राम और ट्विटर पर टकटकी लगाए देख रहे थे. ऐसे लोगों की उत्सुकता को SRK ने समझा और फिल्म का नया पोस्टर लांच किया. पालने में जो पांव इस पोस्टर के जरिये हमें पूत के दिखे हैं, तस्दीख हो जाती है कि पठान भी एक आम बॉलीवुडिया मूवी है. जिसे लेकर जबरदस्ती का हव्वा बनाया जा रहा है. इस बात को पढ़कर SRK फैंस को आहत होने या भावों में बहने की कोई जरूरत नहीं है. हम फिर इस बात को दोहरा रहे हैं कि ट्विटर पर फिल्म का जो नया पोस्टर शाहरुख़ ने डाला है वो इस कहावत को पूर्णतः चरितार्थ करता नजर आ रहा है.

पठान के नए पोस्टर में बेहद अतरंगे अंदाज में नजर आ रहे हैं शाहरुख़ खान

पोस्टर में शाहरुख़ का अंदाज गुस्से वाला है. पोस्टर को देखें तो मिलता है कि इसमें वो एक हाथ में बंदूक पकड़े हुए हैं. उनके सिर, भौं, नाक से खून निकल रहा है. उनके दूसरे हाथ में वो हथकड़ी है जो रियल लाइफ में अब हम शायद ही अपराधियों के हाथ में देखें. पोस्टर में शाहरुख़ एक्शन में दिख रहे हैं और कुल मिलाकर पोस्टर में उनका लुक वही है जो हमने 70 के दशक में अमिताभ, विनोद खन्ना या शत्रुघन सिन्हा की फिल्मों में देखा.

वाक़ई क्रिएटिविटी के नाम पर पठान मेकर्स की इस हरकत को देखकर हैरत होती है. कितना विरोधाभास है पोस्टर और फिल्म में. नहीं आप ही बताइये एक तरफ हमारे सामने 'बेशर्म रंग' 'झूमे जो पठान' जैसे मॉडर्न गाने हैं. जिनमें अभिनेत्री आज से 10 या 15 साल के माहौल को दर्शा रही है. दूसरी तरफ ये पोस्टर है जो हमें बॉलीवुड की उन एक्शन फिल्मों की याद दिलाता है जिसमें एक्टर या ये कहें कि हीरो की जिंदगी का मकसद विलेन से बदला लेना था.

खैर ये कोई पहली बार नहीं है जब पठान मेकर्स ने फिल्म के अतरंगे पोस्टर से बज बनाने की नाकाम कोशिश की हो. चाहे हम दीपिका वाला पोस्टर देख लें या वो पोस्टर जिसमें जॉन हैं. दोनों ही पोस्टर हमें नकलीपन की पराकाष्ठा लगते हैं. दीपिका जहां एक तरफ अपने पोस्टर में हमें हेलेन या ज़ीनत अमान टाइप लगती हैं. तो वहीं जॉन को देखकर हमें देसी अवेंजर याद आता है.

जैसा कि हम तक हमें बताया गया है. पठान में शाहरुख़ एक ऐसे स्पाई की भूमिका में नजर आने वाले हैं. जो किसी खास मिशन पर है. ऐसे में अब जब हम फिल्म के तमाम पोस्टर्स देखते हैं तो हमें शाहरुख़ मिथुन प्रतीत होते हैं. अमिताभ और विनोद खन्ना लगते हैं. कहीं से भी उनमें हमें एक स्पाई की झलक नहीं दिखती है.

विषय बहुत सीधा है. तमाम तरह की कंट्रोवर्सी के बाद जैसा हव्वा पठान को लेकर था बतौर दर्शक हमें उम्मीद थी कि फिल्म का पोस्टर जब आएगा तो वो भी धांसू होगा जो विवाद के बावजूद फिल्म देखने के लिए बाध्य करेगा लेकिन अब जबकि हमारे सामने फिल्म के पोस्टर आ गए हैं तो उन्हें देखकर यही लग रहा है पठान वैसी ही फिल्म है जिसे देखकर बॉलीवुड का दर्शक बोर हो गया है और जिसने सिर्फ इसलिए बॉयकॉट बॉलीवुड मुहिम चला रखी है ताकि कंटेंट में किसी तरह का कोई सुधार हो एयर बतौर दर्शक हमें पर्दे पर कुछ ऐसा मिले जिसे देखकर ये हरगिज न लगे कि मेकर्स और शाहरुख ने हमारा समय पूरी तरह से बर्बाद किया है.

बहरहाल, पठान एक फिल्म के रूप में हिट होती है या बॉयकॉट बॉलीवुड मिशन के तहत पिटती है इसका फैसला तो समय करेगा लेकिन नए समेत फिल्म के जो भी पोस्टर हमारे सामने आए हैं उन्होंने मन खट्टा कर दिया. फिल्म देखने का जो फील था वो सारा मर चुका है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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