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पोर्नोग्राफी केस: शिल्पा शेट्टी ने बच्चों की दुहाई देकर जो कहा उसके मायने क्या हैं

    • अनुज शुक्ला
    • Updated: 03 अगस्त, 2021 10:16 PM
  • 03 अगस्त, 2021 10:16 PM
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बेशक जनता की अदालत में नोट के जरिए शिल्पा शेट्टी ने जो निजी दर्द साझा किया है उसे जरूर समझा जाना चाहिए. नोट में वो जो कह रही हैं वो उनका अधिकार ही है. राज कुंद्रा पर लगे आरोपों की सजा उनकी पत्नी, बच्चों या उनके परिवार को नहीं दी जा सकती.

राज कुंद्रा पोर्नोग्राफी केस में पहली बार शिल्पा शेट्टी अपनी बात लेकर सीधे पब्लिक के बीच आई हैं. जनता की अदालत यानी सोशल मीडिया में उन्होंने जो कहा लगभग वैसा ही कुछ कोर्ट में भी कहा था. मगर वहां टोन में अधिकार-क़ानून जैसी कुछ दूसरी चीजें जी ही साउंड हो रही थीं. फैमिली प्राइवेसी के बहाने पोर्नोग्राफी केस में वो सीधे-सीधे छवि धूमिल करने की दिशा में मानहानि का आरोप लगा रही थी और कोर्ट से मांग कर रही थीं कि जिस तरह की रिपोर्टिंग हो रही है उसे बंद करवाया जाए. हालांकि कोर्ट ने कुछ कंटेंट को यूट्यूब वगैरह से जरूर हटवाया मगर मीडिया रिपोर्टिंग पर रोक लगाने से मना कर दिया.

कोर्ट में शिल्पा कानूनी दबाव बनाने की कोशिश करती दिख रही थीं, मगर वहां जब ज्यादा बात नहीं बनी तो अब जनता के बीच आई हैं. इन्स्टाग्राम पर उन्होंने दो पेज में जारी पब्लिक नोट में अपील की है. पूरे मामले में पहली बार सार्वजनिक रूप से उन्होंने क्या लिखा है पहले उसको पढ़ लेते हैं. शिल्पा ने लिखा- हां! पिछले कुछ दिन हर तरह से मुश्किलों भरे रहे हैं. हम पर कई आरोप लगे और (हमसे जुड़ी) अफवाहें भी फैलीं. मीडिया और मेरे कथित शुभचिंतकों ने मुझे और मेरे परिवार को लेकर काफी बातें कहीं. बहुत सारी ट्रोलिंग और सवाल किए जा रहे हैं. सिर्फ मुझपर ही नहीं बल्कि मेरे परिवार पर भी. मेरा स्टैंड...मैंने अभी तक कुछ नहीं कहा है और मैं आगे भी चुप रहूंगी. क्योंकि यह विचाराधीन है (कोर्ट में), इसलिए कृपया मेरे नाम पर झूठे बयानों को बंद करें. एक सेलिब्रिटी के तौर पर मेरी फिलॉसफी रही है- कभी शिकायत मत करो और कभी सफाई मत दो. मैं बस यही कहना चाहूंगी कि अभी जांच जारी है. मुझे मुंबई पुलिस और भारत के न्यायालय पर पूरा भरोसा है. एक परिवार के तौर पर हम उपलब्ध सभी तरह की कानूनी मदद ले रहे हैं.

शिल्पा शेट्टी नोट का पहला पेज....

राज कुंद्रा पोर्नोग्राफी केस में पहली बार शिल्पा शेट्टी अपनी बात लेकर सीधे पब्लिक के बीच आई हैं. जनता की अदालत यानी सोशल मीडिया में उन्होंने जो कहा लगभग वैसा ही कुछ कोर्ट में भी कहा था. मगर वहां टोन में अधिकार-क़ानून जैसी कुछ दूसरी चीजें जी ही साउंड हो रही थीं. फैमिली प्राइवेसी के बहाने पोर्नोग्राफी केस में वो सीधे-सीधे छवि धूमिल करने की दिशा में मानहानि का आरोप लगा रही थी और कोर्ट से मांग कर रही थीं कि जिस तरह की रिपोर्टिंग हो रही है उसे बंद करवाया जाए. हालांकि कोर्ट ने कुछ कंटेंट को यूट्यूब वगैरह से जरूर हटवाया मगर मीडिया रिपोर्टिंग पर रोक लगाने से मना कर दिया.

कोर्ट में शिल्पा कानूनी दबाव बनाने की कोशिश करती दिख रही थीं, मगर वहां जब ज्यादा बात नहीं बनी तो अब जनता के बीच आई हैं. इन्स्टाग्राम पर उन्होंने दो पेज में जारी पब्लिक नोट में अपील की है. पूरे मामले में पहली बार सार्वजनिक रूप से उन्होंने क्या लिखा है पहले उसको पढ़ लेते हैं. शिल्पा ने लिखा- हां! पिछले कुछ दिन हर तरह से मुश्किलों भरे रहे हैं. हम पर कई आरोप लगे और (हमसे जुड़ी) अफवाहें भी फैलीं. मीडिया और मेरे कथित शुभचिंतकों ने मुझे और मेरे परिवार को लेकर काफी बातें कहीं. बहुत सारी ट्रोलिंग और सवाल किए जा रहे हैं. सिर्फ मुझपर ही नहीं बल्कि मेरे परिवार पर भी. मेरा स्टैंड...मैंने अभी तक कुछ नहीं कहा है और मैं आगे भी चुप रहूंगी. क्योंकि यह विचाराधीन है (कोर्ट में), इसलिए कृपया मेरे नाम पर झूठे बयानों को बंद करें. एक सेलिब्रिटी के तौर पर मेरी फिलॉसफी रही है- कभी शिकायत मत करो और कभी सफाई मत दो. मैं बस यही कहना चाहूंगी कि अभी जांच जारी है. मुझे मुंबई पुलिस और भारत के न्यायालय पर पूरा भरोसा है. एक परिवार के तौर पर हम उपलब्ध सभी तरह की कानूनी मदद ले रहे हैं.

शिल्पा शेट्टी नोट का पहला पेज.

दूसरे पेज के नोट में एक्ट्रेस ने लिखा- लेकिन तब तक मैं आपके अनुरोध करती हूं, खासकर एक मां के नाते कि हमारे बच्चों की खातिर हमारी प्राइवेसी का सम्मान कीजिए. और साथ ही मैं अनुरोध करती हूं कि सच को परखे बिना आधी-अधूरी जानकारी पर कमेंट करना बंद करें. मैं क़ानून का पालन करने वाली जिम्मेदार भारतीय नागरिक हूं. और पिछले 29 सालों से एक हार्डवर्किंग प्रोफेशनल हूं. लोगों ने मुझपर भरोसा किया है और मैंने कभी किसी को निराश नहीं किया. इसलिए सबसे महत्वपूर्ण बात ये कि मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि इस वक्त मेरे परिवार और निजता के मेरे अधिकार का सम्मान करें. हम मीडिया ट्रायल डिजर्व नहीं करते. कृपया कानून को अपना काम करने दें. सत्यमेव जयते!"

नोट का दूसरा पेज.

शिल्पा शेट्टी के नोट से जो सबसे अहम बात निकल कर सामने आ रही है वो ये कि उन्होंने पूरे मामले में राज कुंद्रा पर लगे आरोपों पर ना तो सफाई दी है और ना ही उनका बचाव किया है. हालांकि वो मजबूती से राज कुंद्रा के साथ खड़ी हैं उन्होंने यह फिर जाहिर कर दिया है. नोट में उन्होंने साफ कहा है कि अभी जांच चल रही है. उन्हें देश की न्याय व्यवस्था पर पूरा यकीन है. यह भी कहा है कि उनका परिवार हर संभव कानूनी पहलुओं की मदद ले रहा है.

इससे पहले पूछताछ के आधार पर छपी कुछ रिपोर्ट्स में सामने आया कि शिल्पा ने पति का बचाव करते हुए कहा था कि राज कुंद्रा की कम्पानी ने जो कंटेंट हॉटशॉट के लिए बनाए वो इरोटिक जरूर कहे जा सकते है मगर पोर्न नहीं. हॉटशॉट से ज्यादा अश्लील कंटेंट तमाम ओटीटी प्लेटफॉर्म पर पड़े हैं. शिल्पा की बहन ने भी खुले तौर पर राज कुंद्रा का सपोर्ट किया था. मगर इंडस्ट्री में अब तक किसी भी बड़े सेलिब्रिटी ने राज कुंद्रा मामले पर उनके पक्ष में बयान नहीं दिया है. हां, हंसल मेहता और ऋचा चड्ढा ने जरूर बोला है लेकिन उन्होंने राज कुंद्रा के मामले पर कुछ भी कहने की बजाय शिल्पा की प्राइवेसी का मसला ही उठाया है.

बेशक जनता की अदालत में नोट के जरिए शिल्पा शेट्टी ने जो निजी दर्द साझा किया है उसे जरूर समझा जाना चाहिए. नोट में वो जो कह रही हैं वो उनका अधिकार ही है. राज कुंद्रा पर लगे आरोपों की सजा उनकी पत्नी, बच्चों या उनके परिवार को नहीं दी जा सकती. शिल्पा और राज उनके परिवार (राज कुंद्रा को छोड़कर) आरोपी नहीं है. ऐसे में शिल्पा या उनके परिवार पर ऐसी बातें नहीं बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए जिससे उनकी निजता प्रभावित हो. शिल्पा के नोट से जो सबसे अहम बात सामने आ रही है उसमें भी सबक है. सबक ये कि भले ही किसी भी अपराधी या आरोपी के साथ उसका परिवार सहभागी ना हो, मगर अपराध या आरोपों का असर जाने अनजाने उसके परिवार को भी झेलना पड़ता है. और जब आरोपी सेलिब्रिटी है तो ये दोगुना हो जाता है. राज कुंद्रा पोर्नोग्राफी केस में कई बेमतलब के सवाल शिल्पा और उनके परिवार का पीछा कर रहे हैं. राजकुंद्रा पर लगे आरोपों में उनसे कहीं ज्यादा टॉर्चर उनकी पत्नी और बच्चे हो रहे हैं.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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