• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सिनेमा

दुश्मन: फिल्म बनी थी काजोल के लिए, बाजी मार ले गए आशुतोष राणा!

    • अनुज शुक्ला
    • Updated: 30 मई, 2021 08:05 PM
  • 30 मई, 2021 06:50 PM
offline
23 साल पहले आई 'दुश्मन' से पहले आशुतोष राणा की पहचान एक्टर्स की भीड़ में बहुत मामूली थी. उन्होंने कुछ छोटी-मोटी भूमिकाएं की थीं. मगर जब पहली बार उन्हें दुश्मन के जरिए बड़ा स्पेस मिला तो दर्शक और समीक्षक उनका अभिनय देखकर हैरान रह गए.

बॉलीवुड के सबसे डरावने और वीभत्स साइको कैरेक्टर्स की लिस्ट बनाई जाए तो "पोस्टमैन गोकुल पंडित" का नाम जरूर शामिल होगा. गोकुल पंडित एक साइकोपेथिक किलर है. साल 2000 के बाद तो कई फिल्मों में साइको किरदार सामने आए. नवाजुद्दीन सिद्दीकी (रमन-राघव) और रितेश देशमुख (एक विलेन) जैसे सितारों ने अपने दमदार अभिनय से उन्हें जीवंत भी किया है मगर वहशी गोकुल पंडित को देखकर लगता है कि इससे निकृष्ट और कुछ नहीं हो सकता.

दुश्मन में गोकुल पंडित के किरदार को आशुतोष राणा ने निभाया था. फिल्म रिलीज हुए 23 साल हो गए पर आज भी आशुतोष को गोकुल पंडित और संघर्ष के लज्जाशंकर पांडे के लिए ही सबसे ज्यादा याद किया जाता है. पूजा भट्ट के लिए तनुजा चंद्रा ने इसका निर्देशन किया था. तनुजा को बॉलीवुड में फीमेल सेंट्रिक फिल्मों के लिए याद किया जाता है. जाहिर तौर पर दुश्मन की कहानी भी फीमेल सेंट्रिक थी जिसमें काजोल मुख्य भूमिका में थीं. उनके अपोजिट संजय दत्त थे जिन्होंने एक ब्लाइंड आर्मी अफसर का किरदार निभाया था.

मगर 1998 में रिलीज हुई फिल्म सुपरहिट हुई और इसमें निश्चित तौर पर आशुतोष राणा का अभिनय भी सबसे बड़ा फैक्टर था. दुश्मन से पहले आशुतोष राणा की पहचान एक्टर्स की भीड़ में बहुत मामूली थी. उन्होंने कुछ छोटी-मोटी भूमिकाएं की थीं. मगर जब पहली बार उन्हें दुश्मन के जरिए बड़ा स्पेस मिला तो दर्शक और समीक्षक उनका अभिनय देखकर हैरान रह गए. गोकुल पंडित का उनका किरदार एक शादीशुदा पोस्टमैन का था. डाकिए की खाकी वर्दी, माथे पर सफ़ेद तिलक, गले में ताबीज बांधे गोकुल साइकिल से चलते हुए बहुत सामान्य दिखता था. पत्नी को पीटता था. हवस का भूखा था. ख़ूबसूरत लड़कियों को देखकर उन्हें पाने के नशे में चूर हो जाता था.

दुश्मन में आशुतोष राणा.

लड़कियों का बलात्कार करने के बाद...

बॉलीवुड के सबसे डरावने और वीभत्स साइको कैरेक्टर्स की लिस्ट बनाई जाए तो "पोस्टमैन गोकुल पंडित" का नाम जरूर शामिल होगा. गोकुल पंडित एक साइकोपेथिक किलर है. साल 2000 के बाद तो कई फिल्मों में साइको किरदार सामने आए. नवाजुद्दीन सिद्दीकी (रमन-राघव) और रितेश देशमुख (एक विलेन) जैसे सितारों ने अपने दमदार अभिनय से उन्हें जीवंत भी किया है मगर वहशी गोकुल पंडित को देखकर लगता है कि इससे निकृष्ट और कुछ नहीं हो सकता.

दुश्मन में गोकुल पंडित के किरदार को आशुतोष राणा ने निभाया था. फिल्म रिलीज हुए 23 साल हो गए पर आज भी आशुतोष को गोकुल पंडित और संघर्ष के लज्जाशंकर पांडे के लिए ही सबसे ज्यादा याद किया जाता है. पूजा भट्ट के लिए तनुजा चंद्रा ने इसका निर्देशन किया था. तनुजा को बॉलीवुड में फीमेल सेंट्रिक फिल्मों के लिए याद किया जाता है. जाहिर तौर पर दुश्मन की कहानी भी फीमेल सेंट्रिक थी जिसमें काजोल मुख्य भूमिका में थीं. उनके अपोजिट संजय दत्त थे जिन्होंने एक ब्लाइंड आर्मी अफसर का किरदार निभाया था.

मगर 1998 में रिलीज हुई फिल्म सुपरहिट हुई और इसमें निश्चित तौर पर आशुतोष राणा का अभिनय भी सबसे बड़ा फैक्टर था. दुश्मन से पहले आशुतोष राणा की पहचान एक्टर्स की भीड़ में बहुत मामूली थी. उन्होंने कुछ छोटी-मोटी भूमिकाएं की थीं. मगर जब पहली बार उन्हें दुश्मन के जरिए बड़ा स्पेस मिला तो दर्शक और समीक्षक उनका अभिनय देखकर हैरान रह गए. गोकुल पंडित का उनका किरदार एक शादीशुदा पोस्टमैन का था. डाकिए की खाकी वर्दी, माथे पर सफ़ेद तिलक, गले में ताबीज बांधे गोकुल साइकिल से चलते हुए बहुत सामान्य दिखता था. पत्नी को पीटता था. हवस का भूखा था. ख़ूबसूरत लड़कियों को देखकर उन्हें पाने के नशे में चूर हो जाता था.

दुश्मन में आशुतोष राणा.

लड़कियों का बलात्कार करने के बाद बेदर्दी से उनकी हत्या कर देता था. वो शिकार खोजता रहता था. हवस गोकुल पांडे की आंखों में दिखती थी. नैना को उसकी मौसी का डाक पहुंचाने और उसके बाद बार में बैठकर जब वो नैना और सोनिया में से किसी एक को शिकार बनाने की तैयारी कर रहा है उसके शरीर का एक एक रोम मांस के भूखे शिकारी कुत्तों सरीखा नजर आता है. काजोल ने सोनिया और नैना नाम की बहनों का डबल रोल किया था. दुश्मन में सोनिया पर रेप और उसकी हत्या जैसा अमानवीय तरीका बॉलीवुड की फिल्मों में बहुत दुर्लभ किस्म का है.

गोकुल पांडे के किरदार में आशुतोष राणा ने जिस तरह आंखों, भाव भंगिमा और और अपनी कर्कस आवाज का इस्तेमाल किया है उसका कोई जवाब नहीं है. बड़ी-बड़ी आंखों वाले आशुतोष राणा ने कई सीन्स में बिना कुछ बोले सिर्फ चेहरे के भाव और आंखों का इस्तेमाल करके गजब ढा दिया था.

एक कोर्ट सीक्वेंस में जब गोकुल पंडित की पत्नी ही उसके खिलाफ गवाही के लिए आती है, तब एक सामान्य आदमी की तरह रोना विलखना और नौटंकी देखने लायक है. दुश्मन की पूरी कहानी ही बहन की हत्या का बदला लेने वाली नैना पर केन्द्रित हैं जिसमें उसकी मदद ब्लाइंड आर्मी अफसर करता है.

काजोल या फिल्म में ब्लाइंड आर्मी अफसर की भूमिका निभाने वाले संजय दत्त का अभिनय भी किसी मामले में उन्नीस नहीं था. लेकिन इसे आशुतोष के एक्टिंग की ऊंचाई कह सकते हैं कि फीमेल सेंट्रिक फिल्म की यूएसपी आशुतोष राणा हैं.

बॉलीवुड में बतौर एक्टर ये आशुतोष राणा की तीसरी फिल्म थी. दुश्मन ही पहली फिल्म है जिसमें उनके किरदार की लंबाई ज्यादा थी. स्क्रीन प्रेजेंस मिलने के बाद आशुतोष राणा ने इसे भुनाया भी खूब. उन्होंने दुश्मन के लिए फिल्मफेयर, स्क्रीन और जी सिने का बेस्ट विलेन का अवार्ड जीता.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    सत्तर के दशक की जिंदगी का दस्‍तावेज़ है बासु चटर्जी की फिल्‍में
  • offline
    Angutho Review: राजस्थानी सिनेमा को अमीरस पिलाती 'अंगुठो'
  • offline
    Akshay Kumar के अच्छे दिन आ गए, ये तीन बातें तो शुभ संकेत ही हैं!
  • offline
    आजादी का ये सप्ताह भारतीय सिनेमा के इतिहास में दर्ज हो गया है!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲