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अरे मुन्ना भइया संभलकर! बॉयकॉट मिर्ज़ापुर को लेकर ओवर-कॉन्फिडेंस कहीं लंका न लगा दे

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 17 अक्टूबर, 2020 02:13 PM
  • 17 अक्टूबर, 2020 02:13 PM
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मिर्ज़ापुर 2 बॉयकॉट (Boycott Mirzapur Season 2) मद्देनजर फायरिंग के लिए फैंस के कंधों का सहारा लेने वाले मुन्ना त्रिपाठी (Munna Tripathi) जान लें उनका कॉन्फिडेंस और बड़ी बड़ी बातें कहीं मिर्जापुर 2 के पिटने की वजह न बन जाए और फिर वो नुकसान हो जिसकी कल्पना शायद ही किसी को हो.

भइया मा भइया मुन्ना भइया, भइया मा भइया मुन्ना भइया ... या फिर वो ओपन जीप नहीं कुछ तो संगी साथी. इस बात में कोई शक नहीं कि मिर्जापुर (Mirzapur) का शुमार OTT की उन चुनिंदा वेब सीरीज में है जिसने क्राइम को कुछ उस अंदाज में पेश किया जिसकी कल्पना एक दर्शक के रूप में शायद ही हमने किया. अब इसे कालीन भइया की दबंगई मानें या फिर गुड्डू और बब्लू की सत्ता पाने की भूख गोलू गुप्ता, स्वीटी से लेकर कंपाउंडर और मकबूल तक जो भी कारण रहें हो पहला सीजन हिट रहा. अब जबकि मिर्जापुर का दूसरा सीजन जल्द ही हमारे बीच आने वाला है सीरीज के लीड कैरेक्टर 'गुड्डू भइया' यानी अली फ़ज़ल के कारण सीरीज के बॉयकॉट की मांग तेज है. मिर्जापुर के फैंस इसलिए बॉयकॉट (Boycott Mirzapur Season 2) पर उतारू हैं क्यों कि उन्हें एक्टर अली फ़ज़ल (Ali Fazal) का बीते दिनों हुए एंटी सीएए प्रोटेस्ट (Anti CAA Protest) में शिरकत करना और स्पीच देना रास नहीं आया है.

जनता को चैलेंज कर मुन्ना भइया कहीं जनता को मुसीबत में न डाल दें

चूंकि बॉयकॉट की मांग थी और अली फ़ज़ल आलोचकों के ट्रैप में फंस गए हैं उनकी मदद के लिए वो शख्स सामने आया है जिससे उन्हें मिर्जापुर सीजन 2 में बब्लू और स्वीटी की मौत का बदला लेना है. जी हां हम बात कर रहे हैं शो में मुन्ना त्रिपाठी का कैरेक्टर निभा रहे दिव्येंदू शर्मा की. मामले पर दिव्येंदू का कॉन्फिडेंस ग़ज़ब है. उनका मानना है कि इस तरह के बॉयकॉट सीरीज के फैंस को प्रभावित नहीं करेंगी और फैंस बॉयकॉट करने वाले लोगों के मुंह पर थप्पड़ जड़ते हुए मिर्ज़ापुर सीजन 2 को मिर्जापुर 1 से भी ज्यादा अच्छा रिस्पॉन्स देंगे और बड़ा हिट बनाएंगे.

दिव्येंदू ने कहा है कि मुझे इस बॉयकॉट कैम्पेन से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. जो लोग मिर्जापुर 2 के बॉयकॉट के लिए...

भइया मा भइया मुन्ना भइया, भइया मा भइया मुन्ना भइया ... या फिर वो ओपन जीप नहीं कुछ तो संगी साथी. इस बात में कोई शक नहीं कि मिर्जापुर (Mirzapur) का शुमार OTT की उन चुनिंदा वेब सीरीज में है जिसने क्राइम को कुछ उस अंदाज में पेश किया जिसकी कल्पना एक दर्शक के रूप में शायद ही हमने किया. अब इसे कालीन भइया की दबंगई मानें या फिर गुड्डू और बब्लू की सत्ता पाने की भूख गोलू गुप्ता, स्वीटी से लेकर कंपाउंडर और मकबूल तक जो भी कारण रहें हो पहला सीजन हिट रहा. अब जबकि मिर्जापुर का दूसरा सीजन जल्द ही हमारे बीच आने वाला है सीरीज के लीड कैरेक्टर 'गुड्डू भइया' यानी अली फ़ज़ल के कारण सीरीज के बॉयकॉट की मांग तेज है. मिर्जापुर के फैंस इसलिए बॉयकॉट (Boycott Mirzapur Season 2) पर उतारू हैं क्यों कि उन्हें एक्टर अली फ़ज़ल (Ali Fazal) का बीते दिनों हुए एंटी सीएए प्रोटेस्ट (Anti CAA Protest) में शिरकत करना और स्पीच देना रास नहीं आया है.

जनता को चैलेंज कर मुन्ना भइया कहीं जनता को मुसीबत में न डाल दें

चूंकि बॉयकॉट की मांग थी और अली फ़ज़ल आलोचकों के ट्रैप में फंस गए हैं उनकी मदद के लिए वो शख्स सामने आया है जिससे उन्हें मिर्जापुर सीजन 2 में बब्लू और स्वीटी की मौत का बदला लेना है. जी हां हम बात कर रहे हैं शो में मुन्ना त्रिपाठी का कैरेक्टर निभा रहे दिव्येंदू शर्मा की. मामले पर दिव्येंदू का कॉन्फिडेंस ग़ज़ब है. उनका मानना है कि इस तरह के बॉयकॉट सीरीज के फैंस को प्रभावित नहीं करेंगी और फैंस बॉयकॉट करने वाले लोगों के मुंह पर थप्पड़ जड़ते हुए मिर्ज़ापुर सीजन 2 को मिर्जापुर 1 से भी ज्यादा अच्छा रिस्पॉन्स देंगे और बड़ा हिट बनाएंगे.

दिव्येंदू ने कहा है कि मुझे इस बॉयकॉट कैम्पेन से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. जो लोग मिर्जापुर 2 के बॉयकॉट के लिए सामने आए हैं वो ये नहीं जानते कि उनकी तादाद से दो गुनी, तीन गुनी, चौगुनी तादाद उन लोगों की है जो मिर्जापुर सीजन 2 के रिलीज होने के इंतज़ार में हैं.

इसके अलावा उन्होंने बॉयकॉट करने वालों को मूर्ख करार देते हुए कहा है कि ये पेड ट्रेंड्स हैं जो उन लोगों ने कराए हैं जो नहीं चाहते कि मिर्जापुर सीजन 2 हिट हो. जबकि जो रेस्पॉन्स अब तक देखने को मिला है वो ये साफ कर देता है है कि मिर्जापुर सीजन 2 सफलता के सभी रिकार्ड्स तोड़ेगा. दिव्येंदू का मानना है कि ऐसे लोग उनकी नजर में दया के पात्र हैं.

वो तमाम लोग जो बॉयकॉट की मांग कर रहे हैं उन्हें मिर्जापुर वाले ठेठ अंदाज में जवाब देते हुए शो में मुन्ना भइया बने शर्मा ने कहा है कि. बाहर निकल कर मत बोल देना लोगों के सामने. बहुत पड़ेगी तुमको. ध्यान रहे कि अपने एक इंटरव्यू में दिव्येंदू ने कहा था कि मिर्ज़ापुर के बाद व्यक्तिगत रूप से उनकी काया ही पलट गयी है. उनके कैरेक्टर को लोग इस तरह हाथों हाथ लेंगे इसकी कल्पना उन्होंने भी नहीं की थी.

दिव्येंदू के अनुसार अब वो जब भी कहीं जाते हैं खासतौर से उत्तर प्रदेश में, लोग उनका अभिवादन मुन्ना त्रिपाठी के रूप में ही करते हैं. दिव्येंदू का कहना है कि मिर्ज़ापुर ने न केवल उनके कैरेक्टर बल्कि उनको भी पहचान दी है जिसके लिए वो हमेशा सीरीज के निर्माता निर्देशकों के एहसानमंद रहेंगे. 

गौरतलब है कि जिस तरह रिलीज से पहले ही सोशल मीडिया पर एक सीरीज के बॉयकॉट के लिए सामने आया है उससे सीरीज के निर्माता निर्देशक और कास्ट काफी विचलित हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि निर्माता निर्देशक को सीरीज के दूसरे भाग से खासी उम्मीदें हैं. एक ऐसे वक़्त में जब सोशल मीडिया पर बॉयकॉट-बॉयकॉट खेला जा रहा हो और कमोबेश इसकी चपेट में पूरा बॉलीवुड आ गया हो तो इंडस्ट्री से जुड़े क्रिटिक्स भी इस बात को लेकर एकमत हैं कि अगर मिर्ज़ापुर सीजन 2 का बहिष्कार जनता करती है तो इसके दूरगामी परिणाम दुखद होंगे.

चूंकि फैंस द्वारा बॉयकॉट किये जाने की बात सुनकर मिर्ज़ापुर सीजन 2 के निर्माता, निर्देशक, कास्ट, क्रू सबकी नींदे उड़ी हैं. ऐसी गर्दिश में जिस बहादुरी का परिचय मुन्ना भइया ने दिया है और बॉयकॉट करने वाले लोगों के सामने सीना ठोंक कर चैलेन्ज दिया है डर है कि कहीं फैंस इसे अपने ईगो पर न ले लें. हम मिर्ज़ापुर के लीड कैरेक्टर मुन्ना भइया यानी दिव्येंदू शर्मा को बस इतना नसीहत करके अपनी बात ख़त्म करेंगे कि, आप मिर्ज़ापुर में दबंग होंगे असली जीवन में नहीं. आपने जो किया है उसे जलते अंगारे खेलना कहते हैं.

बाकी कुल बातों का सार बस इतना है कि अगर आज मिर्ज़ापुर, मिर्ज़ापुर हुआ है और लोगों के बीच उसे इस तरह पसंद किया गया है तो इसकी एकमात्र वजह जनता है. ऐसे में अगर सीधे जनता को चुनौती दी जा रही है तो फिर ये कहीं से भी समझदारी भरा फैसला नहीं है. इसलिए मुन्ना भइया संभलकर चलिए. बॉयकॉट पर आपका यूं इस तरह खलीफा बनना और कॉन्फिडेंस का ये लेवल कहीं मिर्ज़ापुर की लंका न लगा दे और वो हो जाए जो आने वाले वक़्त में न सिर्फ फजीहत बल्कि एक बड़े नुकसान की वजह बने. आपका क्या है आप तो कैरेक्टर हैं पेमेंट मिल ही गया होगा नुकसान उन लोगों का है जिसने भी सीजन 2 में ये सोचकर पैसे लगाए कि ऊपर वाला देगा और छप्पर फाड़ के देगा. 

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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