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घरेलू हिंसा पर बनी ये 7 फिल्में आज भी दिल दुखाती हैं

    • ज्योति गुप्ता
    • Updated: 07 अगस्त, 2021 08:13 PM
  • 07 अगस्त, 2021 08:13 PM
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आज हम ऐसी 7 फिल्मों के बारे में आपको बता रहे हैं, जो महिला हिंसा पर बनी है, जिन फिल्मों में महिलाओं ने अपने अधिकार की लड़ाई लड़ी है और आवाज उठाई है. जिस तरह हनी सिंह की पत्नी शालिनी ने शादी के इतने सालों बाद अपने उपर हो रहे अत्याचार के खिलाफ जंग छेड़ी है.

यो यो हनी सिंह के उपर उनकी पत्नी शालिनी तलवार ने घरेलू हिंसा का आरोप लगया है. जिस तरह हर रोज वे नई परतें खोल रही हैं रैपर हनी सिंह के फैंस हैरान हैं. कभी इनकी लवस्टोरी ने सुर्खियां बटोरी थीं. इस कपल को देखकर सभी को यही लगता था कि दोनों में कितना प्यार है. फैंस तो यही सोचते थे कि इतना नेम और फेम के बाद भी बॉलीवुड सिंगर हनी सिंह नहीं बदले और अपनी पत्नी के लिए वफादार रहे. शालिनी ने पति हनी पर मारपीट, हिंसा और मानसिक तनाव देने का आरोप लगाया है और उनके खिलाफ दिल्ली की अदालत में मामला दर्ज कराया है.

यह खबर हैरत में डालती है. क्या आज के जमाने में भी महिलाओं की हालत नहीं बदली. महिलाओं चाहें संपन्न परिवार से हों या पढ़ी-लिखी हों, उन्हें घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ता है. जो फिल्मी कहानी में दिखाया जाता है वह हकीकत की ही परछाई है. आज हम ऐसी 7 फिल्मों के बारे में आपको बता रहे हैं, जो महिला हिंसा पर बनी है, जिन फिल्मों में महिलाओं ने अपने अधिकार की लड़ाई लड़ी है और आवाज उठाई है. जिस तरह हनी सिंह की पत्नी शालिनी ने शादी के इतने सालों बाद अपने उपर हो रहे अत्याचार के खिलाफ जंग छेड़ी है.

महिलाओं की हकीकत बयां करती ये फिल्में

1- सबसे पहले अनुभव सिन्हा की फिल्म 'थप्पड़' की बात करते हैं. जिसमें एक पढ़ी लिखी महिला अपनी मर्जी से हाउस वाइफ बनती है. वह पति, सास और अपने घर का पूरा ध्यान रखती है. उसकी खुशी उसके पति में समा जाती है और वह खुद को भूल जाती है. अपनी जिंदगी में उसे इस बात से शिकायत भी नहीं है, वह खुश है. पति एक दिन सबके सामने थप्पड़ मार देता है, वह इसके खिलाफ आवाज उठाती है और अंत में तलाक ले लेती है.

2- लज्जा राजकुमार संतोषी की शानदार फिल्म है. इस फिल्म में चार शादीशुदा महिलाओं की कहानी है. जिन्हें अपनी जिन्दगी में शारीरिक प्रताड़ना...

यो यो हनी सिंह के उपर उनकी पत्नी शालिनी तलवार ने घरेलू हिंसा का आरोप लगया है. जिस तरह हर रोज वे नई परतें खोल रही हैं रैपर हनी सिंह के फैंस हैरान हैं. कभी इनकी लवस्टोरी ने सुर्खियां बटोरी थीं. इस कपल को देखकर सभी को यही लगता था कि दोनों में कितना प्यार है. फैंस तो यही सोचते थे कि इतना नेम और फेम के बाद भी बॉलीवुड सिंगर हनी सिंह नहीं बदले और अपनी पत्नी के लिए वफादार रहे. शालिनी ने पति हनी पर मारपीट, हिंसा और मानसिक तनाव देने का आरोप लगाया है और उनके खिलाफ दिल्ली की अदालत में मामला दर्ज कराया है.

यह खबर हैरत में डालती है. क्या आज के जमाने में भी महिलाओं की हालत नहीं बदली. महिलाओं चाहें संपन्न परिवार से हों या पढ़ी-लिखी हों, उन्हें घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ता है. जो फिल्मी कहानी में दिखाया जाता है वह हकीकत की ही परछाई है. आज हम ऐसी 7 फिल्मों के बारे में आपको बता रहे हैं, जो महिला हिंसा पर बनी है, जिन फिल्मों में महिलाओं ने अपने अधिकार की लड़ाई लड़ी है और आवाज उठाई है. जिस तरह हनी सिंह की पत्नी शालिनी ने शादी के इतने सालों बाद अपने उपर हो रहे अत्याचार के खिलाफ जंग छेड़ी है.

महिलाओं की हकीकत बयां करती ये फिल्में

1- सबसे पहले अनुभव सिन्हा की फिल्म 'थप्पड़' की बात करते हैं. जिसमें एक पढ़ी लिखी महिला अपनी मर्जी से हाउस वाइफ बनती है. वह पति, सास और अपने घर का पूरा ध्यान रखती है. उसकी खुशी उसके पति में समा जाती है और वह खुद को भूल जाती है. अपनी जिंदगी में उसे इस बात से शिकायत भी नहीं है, वह खुश है. पति एक दिन सबके सामने थप्पड़ मार देता है, वह इसके खिलाफ आवाज उठाती है और अंत में तलाक ले लेती है.

2- लज्जा राजकुमार संतोषी की शानदार फिल्म है. इस फिल्म में चार शादीशुदा महिलाओं की कहानी है. जिन्हें अपनी जिन्दगी में शारीरिक प्रताड़ना सहनी पड़ती है. इन चारों अपने हक के लिए लड़ते हुए दिखाया गया है.

3- इस फिल्म में प्यार के ओवरपजेसिव होने की कहानी है. इस फिल्म का नाम अग्निसाक्षी है. इसमें नाना पाटेकर, मनीषा कोइराला और जैकी श्रॉफ लीड रोल में हैं. इसमें आप देखेंगे कि कैसे पति का पजेसिव नेचर महिला के खिलाफ घरेलू हिंसा का रूप ले लेता है.

4- आपको रेखा की फिल्म खून भरी मांग फिल्म तो याद होगी. इस फिल्म में रेखा का पति उन्हें प्रताड़ित करता है और जान से मारने की कोशिश करता है लेकिन भाग्यवश वह बच जाती है इसके बाद अपना रूप बदलकर पति से बदला लेती है.

5- फिल्म 'दमन' की कहानी देखकर शायद आपको लगे कि यह तो सच में होता है. रवीना टंडन की यह फिल्म मेरिटल रेप पर आधारित है. जिसमें उन्हें कई तरह का शोषण सहना पड़ता है.

6- इस फिल्म से ही रानी मुखर्जी को पहचान मिली थी. फिल्म का नाम था मेंहदी. फिल्म में दहेज प्रथा को दिखाया गया है. फिल्म की शुरुआत में रानी को काफी प्रताड़ना सहनी पड़ी है लेकिन बाद में वह अपने पति और ससुराल वालों को अच्छा मजा सिखाती है.

7- निर्देशक जग मुंद्रा की फिल्म प्रोवोकड सच्ची जिंदगी पर आधारित है. इस फिल्म में ऐश्वर्या राय एक पंजाबी गृहिणी और दो बच्चों की मां के रूप में हैं. इस फिल्म में ऐश्वर्या ने किरणजीत अहलूवालिया की भूमिका निभाई है, जो अपने क्रूर पति के हाथों 10 साल तक दुर्व्यवहार झेलने के बाद आग से जला देती है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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